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जानिए कैसे ग्रह आपकी समस्याओं से जुड़े हैं

जानिए कैसे ग्रह आपकी समस्याओं से जुड़े हैं

जानिए कैसे ग्रह आपकी समस्याओं से जुड़े हैं

जीवन में छोटी-मोटी परेशानियां आना सामान्य बात है, लेकिन जब ये समस्याएं लगातार बनी रहें या बड़ी समस्या का रूप ले लें, तो यह सामान्य नहीं है। आपकी कुंडली में ग्रहों की कमजोरी भी ऐसी समस्याओं का कारण हो सकती है। ग्रहों की स्थिति आपके जीवन में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं और परेशानियों का संकेत देती है। यहां जानिए कि कैसे आपके कमजोर ग्रह आपकी समस्याओं से जुड़े हो सकते हैं और इनके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

  1. सूर्य: शिक्षा और करियर में बाधाएं

सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है, जो जीवन में प्रकाश और प्रभुत्व का प्रतीक है। यदि आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर है, तो इसका सीधा असर आपकी शिक्षा और करियर पर पड़ता है। कमजोर सूर्य के कारण आपको आंखों से संबंधित बीमारियां, हृदय रोग, सिरदर्द और त्वचा रोग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, पारिवारिक जीवन में विवाद और पिता के साथ रिश्तों में खटास भी उत्पन्न हो सकती है।

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  1. चंद्रमा: मानसिक स्वास्थ्य और शीत रोग

चंद्रमा मन का कारक है और इसका कमजोर होना मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। ऐसे लोग अक्सर अवसाद, गठिया, सर्दी-जुकाम, अस्थमा, खांसी और निमोनिया जैसी बीमारियों से परेशान रहते हैं। कमजोर चंद्रमा व्यक्ति को जीवन में असफलता का सामना करने पर मजबूर कर सकता है।

  1. मंगल: क्रोध और दुर्घटनाएं

मंगल को ग्रहों का सेनापति माना जाता है और इसका कमजोर होना भ्रम, गुस्सा और गलत फैसलों का कारण बन सकता है। ऐसे लोग बवासीर या रक्त संबंधी रोगों से परेशान होते हैं और अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। कमजोर मंगल के कारण भाई-बहनों के साथ रिश्ते भी खराब हो सकते हैं।

  1. बुध: बौद्धिक क्षमताओं में कमी

बुध को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है और यह बौद्धिक क्षमता का प्रतीक है। कमजोर बुध के कारण व्यक्ति की याददाश्त कमजोर हो जाती है और उसे कान, नाक और गले से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही, ऐसे लोग सही समय पर सही निर्णय लेने में असमर्थ होते हैं।

  1. बृहस्पति: आर्थिक और सामाजिक समस्याएं

बृहस्पति का कमजोर होना आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का कारण बनता है। ऐसे लोग अक्सर धन की कमी से जूझते हैं, चाहे उनके पास अच्छी नौकरी या आय का स्रोत हो। इनके जीवन में शादी और संतान प्राप्ति में भी समस्याएं आ सकती हैं। कमजोर बृहस्पति के कारण गठिया और कब्ज जैसी बीमारियां भी परेशान करती हैं।

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  1. शुक्र: दांपत्य जीवन में संघर्ष

शुक्र दांपत्य जीवन और भौतिक सुखों का कारक है। कमजोर शुक्र के कारण व्यक्ति का वैवाहिक जीवन संघर्षपूर्ण हो जाता है। इसके अलावा, नपुंसकता, मधुमेह और लीवर या मूत्र संबंधी रोग भी परेशान कर सकते हैं। कमजोर शुक्र व्यक्ति को विलासितापूर्ण जीवन जीने से वंचित कर देता है।

  1. शनि: स्वास्थ्य समस्याएं और बुरे कर्मों की सजा

शनि को न्याय का देवता माना जाता है और इसका कमजोर होना जीवन में बड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। कमजोर शनि गैस, लकवा, कैंसर, मिर्गी और हड्डी से संबंधित समस्याओं का कारण बनता है। शनिदेव बुरे कर्मों की सजा देने वाले देवता हैं, इसलिए बुरे कर्म करने से शनि कमजोर हो सकता है।

  1. राहु: तंत्रिका तंत्र पर बुरा प्रभाव

राहु का अशुभ होना आलस्य और बुद्धि में भ्रम का कारण बनता है। ऐसे लोग सही निर्णय लेने में असमर्थ होते हैं और तंत्रिका तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके कारण मस्तिष्क संबंधी रोग जैसे लकवा आदि की संभावना बढ़ जाती है।

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  1. केतु: शरीर के निचले हिस्सों पर प्रभाव

केतु की खराब स्थिति का असर शरीर के निचले हिस्सों पर पड़ता है, जैसे फेफड़े, पेट और पैरों की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसके कारण व्यक्ति को कई शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

ग्रहों की कमजोरी आपके जीवन में कई समस्याओं का कारण बन सकती है। इन समस्याओं के लक्षणों को समझकर और ज्योतिषीय उपाय अपनाकर आप अपनी परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं। इसलिए, ग्रहों की स्थिति का ध्यान रखें और समय पर उपाय करें।

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