बुधवार के दिन आने वाले प्रदोष व्रत को बुध प्रदोष व्रत और सौम्यवारा प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन देवों के देव महादेव यानि कि भगवान शिव की आराधना की जाती है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करने से पापों का प्रायश्चित होता है और सभी कष्ट दूर हो जाते हैं साथ ही जीवन धन-वैभव से भरा रहता है। अपने बच्चों की कुशाग्र बुद्धि के लिए प्रदोष व्रत के दिन सुबह और शाम के समय भगवान गणेश जी के समक्ष हरी इलायची अर्पित करें। माघ महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को बुध प्रदोष व्रत मनाया जायेगा।
प्रदोष व्रत पूजा विधि
प्रदोष व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और उसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
अब भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
शाम को शुभ मुहूर्त में पूजा प्रारम्भ करें।
पहले शिवलिंग पर धीरे-धीरे दही, शहद, घी, गंगाजल आदि लगायें।
अब धूप, दीप, बेलपत्र, पुष्प आदि के द्वारा भगवान शिव की आराधना करें।
इसके पश्चात शिव चालीसा का पाठ करें और आरती करें।
अंत में भोग लगाकर पूजा का समापन करें।
प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त
कृष्ण त्रयोदशी तिथि प्रारम्भः- 07 फरवरी 2024, दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से,
कृष्ण त्रयोदशी तिथि समाप्तः- 08 फरवरी 2024, प्रातः 11 बजकर 17 मिनट पर।
प्रदोष व्रत के नियम का पालन अवश्य करें
महिलाएं शिवलिंग छुने से बचें
प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग की पूजा करना बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है लेकिन मान्यताओं के अनुसार इस दिन महिलाओं को शिवलिंग नही छुना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से माता पार्वती नाराज होती हैं।
हल्दी न अर्पित करें
शिवलिंग का संबंध पुरूषत्व से माना जाता है इसलिए प्रदोष व्रत या अन्य किसी धार्मिक अवसर पर शिवलिंग पर हल्दी न चढ़ायें और न ही शिवलिंग का हल्दी से तिलक करें। आप बेलपत्र, भांग, दूध, गंगाजल, चंदन, आँक के पुष्प चढ़ा सकते हैं।
सुयोग्य वर प्राप्ति के लिए प्रदोष व्रत में करें ये उपाय
प्रदोष व्रत के दिन खीर बनाकर गरीबों और जरूरतमंद लोगों में दान करें शीघ्र विवाह के योग बनेंगे।
गाय को हरा चारा खिलायें तथा पक्षियों के लिए छत पर काले तिल रखें इससे आपको सभी कार्यों में सफलता मिलेगी।
बुध प्रदोष व्रत के दिन सुबह श्वेत वस्त्र पहनकर गरीब असहाय लोगों की सहायता करें तथा सभी का मान-सम्मान करें ऐसा करने से अपने लक्ष्यों के प्रति केन्द्रित रहेंगे।
कारोबार में आ रही रूकावटों को दूर करने के लिए बुध प्रदोष व्रत के दिन शिव जी के समक्ष एक मुट्ठी हरी मूंग अर्पित करें उसके बाद भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का 108 बार जाप करें।
भूल कर भी न चढ़ायें ये वस्तुएं
भगवान शंकर की पूजा में भूलकर भी नारियल का पानी, शंख का जल, केतकी का फूल, तुलसी के पत्ते और सिन्दुर नही चढ़ाना चाहिए। इन वस्तुओं को चढ़ाने से भगवान शिव क्रोधित होते हैं तथा आपको परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
प्रदोष व्रत में भूलकर भी न खायें वस्तुएं
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जो लोग प्रदोष व्रत रखते हैं उन्हें बैंगन, लहसुन, प्याज, पत्तेदार सब्जियाँ, शराब और मांस का सेवन नही करना चाहिए। इस विशेष एवं शुभ दिन पर नमक का सेवन करने से बचें।