वर्ष 2024 में ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी के द्वारा की गई भविष्यवाणियों के अनुसार इस वर्ष जो ग्रहण लगने वाला है उसमें दो सूर्य तथा तीन चन्द्रग्रहण लगेंगे। पहला सूर्यग्रहण 08 अप्रैल 2024 तथा दूसरा सूर्य ग्रहण 02 अक्टूबर 2024 को लगेगा। ये दोनों ही सूर्यग्रहण भारत देश में नही दिखाई देगें इसलिए सूतक काल की मान्यता भी नही होगी।
भारत की कुण्डली वृषभ लग्न की कुण्डली है । इस कुण्डली केे लग्नाधिपति शुक्र देव हैं ।12 फरवरी को शुक्रदेव कुण्डली के अष्टम भाव में गोचर करेंगे ऐसे में राजनीतिक समस्याएँ ज्यादा देखने को मिलेंगी । आन्तरिक गतिरोध विपक्षी दलों का लगा रहेगा तथा आन्तरिक गतिरोध के बढ़ने की भी संभावना होगी। विपक्षीय दल तथा पड़ोसी राज्यों से संबंध पहले से खराब होते दिखाई देंगे। 12 फरवरी से 10 मई तक का गोचर बहुत अच्छा नही है।
इस वर्ष का संवत्सर क्रोधी संवत्सर होगा जिसके कारण आपको प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस वर्ष के राजा मंगल होंगे तथा मंत्री शनिदेव है। जब कभी शनिदेव और मंगलदेव राजा मंत्री होते हैं। ऐसी स्थिति में पित्त का बढ़ना तथा जगह-जगह विरोध प्रदर्शन का बढ़ना लगा रहता है। 10 मई के बाद आपको कोई न कोई परिवर्तन देखने को मिल सकता हैं। इस समय शासन में अनुशासन देखने को मिलेगा। कुल मिलाकर यह वर्ष सभी के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाला है।
इस वर्ष जलवायु परिवर्तन भी देखने को मिल सकते हैं। प्रत्येक वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष ठण्डी बहुत कम पड़ी है ऐसे में ठण्ड का कम होना तथा गर्मी की अधिकता हो जाना जलवायु में परिवर्तन होने का ही एक कारण है। इस हो रहे परिवर्तन से आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए अन्यथा रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आयेगी।
इस वर्ष 12 फरवरी से 10 मई तक प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना करना पड़ सकता है यूँ कहें तो यह समय आपके लिए अच्छा नही है। 10 मई तक लगभग सारी परेशानियाँ वर्ष 2024 की समाप्त हो जायेंगी परन्तु फरवरी, मार्च और अप्रैल माह में हर तरह से परेशानियाँ बढ़ती हुई दिखाई देंगी। भूकम्प की बात करें तो ज्यादा तीव्रता वाले भूकम्प भारत के उत्तर पूर्व में आने की अत्यधिक संभावना है। विशेष रूप से यह भूकम्प अफगानिस्तान, पाकिस्तान तथा भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी अत्यधिक तीव्रता के साथ आने की संभावना है। कुछ भूकम्प गुजरात में भी आने की संभावनायें बनेंगी। भारत के दक्षिण क्षेत्र में भूकम्प आने की संभावना बहुत कम होगी। वर्ष 2024 में भूकम्प की तीव्रता इस बार 06 से अधिक हो सकती है। 15 फरवरी, 08 मई तथा 27 सितम्बर माह के आस-पास भूकम्प आने का खतरा ज्यादा हो सकता है। अतः इस आने वाली प्राकृतिक आपदाओं को दूर करने के लिए हमेेशा सतर्कता बनाये रखना चाहिए साथ ही पूजा-पाठ अवश्य करवाते रहना चाहिए।
वर्ष 2024 में सत्ता परिवर्तन बिल्कुल भी नही होने वाला है। लोकसभा के चुनाव में बीजेपी के लिए 400 सीट वाली जीत नही दिखाई देगी। यदि पुराने अंक को ही बीजेपी छू जाये तो बहुत बड़ी बात होगी। अतः लोकसभा चुनाव में 280 से 300 तक के सीटों की गणना इस बार हो सकती है।
विरोधी पक्ष का एक साथ चुनाव लड़ने के बाद भी उन्हें जीत नही मिलेगी तथा चुनाव के लिए इनके बीच बना संबंध आने वाले समय में बहुत परेशान करने वाला है। इस समय शासन में कड़ा अनुशासन होने के कारण भागते रहने वाले तथा जाँच में सहयोग न करने वाले लोगों के जेल जाने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ेगी। पाॅजिटिव नेताओं के नाम M, P तथा N से आरम्भ होगा। इस नाम वाले नेता सदैव सकारात्मक होते हैं।
महँगाई के बारे में बात करें तो इस वर्ष सोना, चाँदी, क्रूड आयल, शेयर मार्केट इत्यादि में महँगाई बढ़ते रहने की संभावना बनेगी। 09 अप्रैल से क्रोधी संवत्सर के प्रारम्भ होने के दौरान महँगाई और ज्यादा बढ़ती हुई दिखाई देगी। सोने का भाव 50 या 55 से बढ़कर 65 से 70,000 तक बढ़ता हुआ दिखाई देगा इसके अलावा चाँदी का भाव भी 80 हजार से 90 हजार तक आने वाले समय में दिखाई देगा।
क्रूड आयल 100 डाॅलर को क्राॅस करके 120 या 130 डाॅलर के आस-पास वर्ष 2024 में प्रवेश कर जायेगा। शेयर मार्केट में भी फरवरी और मार्च माह के मध्य कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। शेयर मार्केट नीचे की तरफ 18 या 19 हजार तक आ सकता है परन्तु ऊपर की तरफ 24 हजार तक शेयर मार्केट जाता हुआ प्रतीत होगा।
अर्थव्यवस्था की बात करें तो रियल स्टेट में सुस्ती बनी रहेगी, मैन्युफैक्चरिंग और केमिकल के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होती रहेगी। केमिकल तथा फार्मा में ऊँचाईयाँ बढ़ती रहेंगी। इतनी परेशानियाँ आने के बावजूद भी भारत की अर्थव्यवस्था यथावत बनी रहेगी तथा पहले से भी ज्यादा उन्नति होते दिखाई देगा।
वर्ष 2024 में कृष्ण जन्म भूमि की बात करें तो कृष्ण जन्मभूमि के लिए भी कुछ सकारात्मक परिणाम निकलते हुए दिखाई देंगे। इस भूमि को बनाने के लिए भी सरकार द्वारा मांग होगी। वर्ष 2024 में विरोधी अपना दबदबा बनाने का पूरा प्रयास करेंगे। विरोधी और सत्ता पक्ष के बीच काफी ज्यादा टकराव होगा। हारने के बाद भी विरोधी पक्ष विरोध की स्थिति उत्पन्न करते रहेंगे। इसके अलावा कुछ ऐसे नियम कानून भी इसके लिए आयेंगे जिससे संविधान में संशोधन भी किया जा सकता है।
वर्ष 2024 में भारत पर अकस्मात कोई आतंकवादी हमला होने की संभावना भी बन रही है और यह स्थिति अप्रैल या मई माह के मध्य में हो सकती है परन्तु इन हमलों को हमारे देश की सरकार द्वारा किसी न किसी तरह से रोक दिया जायेगा जिससे अत्यधिक परेशानी नही बनेगी।