तांबे का सूर्य घर में किस स्थान पर लगाएं तथा जानें इसके लाभ व महत्व | Taambe ka Surya Benefit |

अपने घर की सुख-समृद्धि बनाये रखने के लिए हर व्यक्ति अनेक प्रयास करता है। कुछ व्यक्ति वास्तु शास्त्र के बताए गये नियमो के आधार पर ही अपने घर के चीजों को व्यवस्थित रुप में रखता है तथा अपने घर में सकारात्मकता बनाये रखने की लगातार कोशिश करता है। वास्तु शास्त्र एवं ज्योतिष में ऐसे कई सरल उपाय बताये गयें है जो हमारे जीवन में आ रही सभी बाधाओं से हमे मुक्त करतें है। इन्हीं उपायों में से एक है तांबे का सूर्य घर में लगाना, तांबे के सूर्य को घर में किस स्थान पर लगाना चाहिए तथा इसके क्या लाभ होते है आइये इसे प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी द्वारा समझते है। ।

तांबे के सूर्य  घर में लगाने के लाभ

☸ वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि कोई व्यक्ति अपने घर में तांबे का सूर्य लगाता है तो उसके घर में सकारात्मक ऊर्जा, खुशहाली, यश, कीर्ति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
☸तांबे के सूर्य को ऊर्जा का उत्कृष्ट स्त्रोत माना जाता है।
☸तांबा एक प्रकार का प्रभावशाली धातु होता है जिस तरह घर में तांबे के सूरज का लगाना शुभ होता है तथा यह घर में सकारात्मकता लाता है उसी प्रकार घर के सदस्यों में भी यह सामंजस्य बैठाने में मददगार होता है।
☸ तांबे के सूर्य से निकलने वाली ऊर्जा घर के वातावरण को शुद्ध और समृद्ध बनाती है इससे पारिवारिक कलह और तनाव मुक्त होता है।
☸ तांबे के सूर्य को घर में लगाने से आपके मान, पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है साथ ही साथ यह घर में सुख-समृद्धि भी लाता है।

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किस दिशा में लगाएं तांबे का सूर्य

तांबे के सूर्य को अपने घर के ईशान कोण वाले दीवार पर लटकाना चाहिए या आप इसे घर के पूजा स्थान के पास भी लगा सकते है। इसके अलावा तांबे के सूर्य को अपने बैठक कक्ष में यदि लगाना चाहते हैं तो इसे आप पूर्व दिशा के दीवार पर लगा सकते है।

इन स्थानों पर बिल्कुल न लगायें तांबे का सूरज

तांबे का सूर्य लगाते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें की इसे स्नान घर या घर के मुख्य द्वार पर बिल्कुल नही लगाना चाहिए। यदि तांबे का सूरज कहीं से टूट गया है या वह खण्डित है तो इसे तुरन्त हटा देना चाहिए अन्यथा यह हानि पहुंचा सकता है। तांबे के सूरज को हमेशा साफ-सुथरी जगह पर ही लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मकता बनी रहती है।

घर में तांबे के सूर्य को लगाने के नियम

☸वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आपके घर में पूर्व दिशा की तरफ कोई खिड़की या दरवाजा नही है तो उस दीवार पर आप तांबे का सूरज लगा सकते है। ऐसा करने से उस ऊर्जा की पूर्ति होती है जो सूरज द्वारा पूर्व दिशा से मिलती है।
☸ तांबे के सूर्य को लगाते समय इसे गंगाजल से शुद्ध कर लेना चाहिए तथा सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए पूर्व दिशा की ओर लगाना चाहिए या फिर घर के ईशान कोण में लगाना चाहिए।
☸ जिस घर में सूर्य की किरणें आती है वहां का वातावरण शुद्ध रहता है तथा उस घर में सकारात्मकता बनी रहती है।
☸ इसलिए तांबे का सूर्य लगाते समय इसका ध्यान रखें की ऐसी विशेष दिशा में लगाएं जिससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता रहें।
☸ तांबे से बने सूर्य को इस सूर्य का प्रतीक के रुप में लगाने से घर में सुख-समृद्धि, मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
☸ तांबे का सूर्य लगाने से आपका प्रभाव चारों ओर फैल जाता है। धन लाभ के साथ-साथ लोगो से जुड़ा बैठता है।
☸ इसे लगाने से जातक को लोगो से सम्बन्ध अच्छा होता है।

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तांबे का सूर्य लगाने का महत्व

वास्तु के अनुसार घर में मौजूद हर वस्तु सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा पैदा करती है जिसका असर घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन पर पड़ता है इसलिए वास्तु में घर में किस दिशा में कौन सी वस्तु लगानी चाहिए इसकी जानकारी दी जाती है। इसी प्रकार घर के प्रवेश द्वार पर तांबे का सूर्य लगाना चाहिए इससे हमारे घर की सुख-समृद्धि बनी रहती है तथा यह घर में एक सकारात्मक ऊर्जा पैदा करती है, ज्यादातर इस सूर्य को लोहे या किसी अन्य धातु का बना होता है किन्तु तांबे का सूर्य सबसे अच्छा माना जाता है। घर में सूर्य के लगाने से घर में सुख-समृद्धि तथा शुभता का बढ़ना प्रारम्भ हो जाता है तथा घर के सदस्यों का आपसी प्रेम बढ़ने लगता है और घर से कलेश समाप्त होने लगते है।