बात करें यदि सूर्य ग्रहण कि तो 14 अक्टूबर को लगने वाला यह सूर्यग्रहण वर्ष का दूसरा सूर्यग्रहण है। वास्तव में सूर्यग्रहण को एक खगोलीय घटना माना जाता है। यह सूर्यग्रहण शनिवार के दिन आश्विन अमावस्या पर लगेगा। इस दिन सर्वपितृ अमावस्या है। ये वलयाकार सूर्यग्रहण होगा इसका असर भारत देश में केवल नाममात्र का होगा। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों को ही बहुत अशुभ माना जाता है और शास्त्रों के अनुसार जब कभी भी सूर्यग्रहण लगता है तो इसका शुभ या अशुभ प्रभाव किसी न किसी राशियों पर अवश्य पड़ता है। वर्ष का दूसरा सूर्यग्रहण कहीं न कहीं कई राशियों पर अपना नकारात्मक असर डाल सकता है जिससे की उन राशि के लोगों को धन, नौकरी और मान-सम्मान की हानि हो सकती है। यह सूर्यग्रहण एक वलयाकार सूर्यग्रहण है। आपको बता दें कि वलयाकार सूर्यग्रहण वह सूर्यग्रहण होता है जिसमें चन्द्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है जिसके कारण सूर्य आग के रिंग यानि कि रिंग आफ फायर की तरह प्रतीत होने लगता है और दिखने में यह बहुत ज्यादा छोटा नजर आता है।
इन राशियों पर पड़ सकता है सूर्यग्रहण का प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि वाले जातकों के लिए 14 अक्टूबर को लगने वाला सूर्यग्रहण अत्यधिक मुसीबतों से भरा हुआ हो सकता है। इस समय आपको थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है अन्यथा आपको किसी अन्य व्यक्ति से धोखा मिला सकता है। इस समय मेष राशि के जातकों को किसी पर भी आँख मूंदकर भरोसा करने से बचना चाहिए और अपनी नौकरी में सोच-समझकर ही कोई भी निर्णय लेना चाहिए अन्यथा नौकरी क्षेत्र में आपको बहुत से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वाले जातकों की बात करें तो 14 अक्टूबर को लगने वाला सूर्यग्रहण आपके बजट को पूरी तरह से बिगाड़ सकता है। इसके प्रभाव से जातक के कुण्डली में धन हानि का योग भी बन सकता है। बेवजह की बातों से समाज में आपके मान, पद-प्रतिष्ठा को ठेस पहुँच सकता है ऐसे में अपनी वाणी पर संयम बनाये रखें और अपनी सभी महत्वपूर्ण और कीमती वस्तुओं को संभालकर रखें अन्यथा थोड़ी सी लापरवाही आपको अत्यधिक महंगी पड़ सकती है । आपके आत्मविश्वास में सूर्यग्रहण के दौरान कमी देखने को मिलेगी, इसके अलावा कार्यस्थल पर जिम्मेदारियों के बढ़ने से वृषभ राशि के जातकों के जीवन में उतार-चढ़ाव लगा रहेगा।
सिंह राशि
सिंह राशि वाले जातकों के लिए वर्ष का दूसरा सूर्यग्रहण शुभ नहीं होने वाला है। इस दौरान आपका मानहानि हो सकता है । बेवजह के खर्चे से आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है। आर्थिक तौर पर सूर्यग्रहण लगने के दौरान थोड़ी हानि का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा लेन-देन के मामले में इस समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इस समय सिंह राशि वाले जातकों को किसी भी तरह का निवेश करने से बचना चाहिए अन्यथा घाटा सहना पड़ सकता है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को भी सूर्यग्रहण के दौरान कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपको अपने मित्रों से सतर्क रहने की जरूरत है अन्यथा वे आपको किसी आर्थिक संकट में डाल सकते हैं जिसके कारण आप आर्थिक और मानसिक रूप से किसी मुसीबत में पड़े रहेंगे।
तुला राशि
सूर्य ग्रहण के दौरान तुला राशि के जातकोें को भी कुछ विशेष कष्ट झेलना पड़ सकता है। सूर्य ग्रहण का प्रभाव जातक के मन पर पड़ेगा जिसके कारण मानसिक रूप से आप बहुत कमजोर पड़ सकते हैं। इस समय आप तनाव तथा चिड़चिड़ापन महसूस कर सकते हैं। आपकी मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण दूसरे लोगों से वाद-विवाद होने की संभावना हो सकती है जिसके कारण आर्थिक और शारीरिक दोनों तरफ से आपको नुकसान पहुँच सकता है ऐसे में मन को शांत करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए।
ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय
सूर्यग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए हनुमान जी की पूजा आराधना और सेवा अवश्य करना चाहिए। इसके अलावा लाल मुँह वाले बंदरों को भोजन करवाना चाहिए, साथ ही सूर्यग्रहण के दौरान हनुमान चालीसा या सुंदरकाण्ड का पाठ करने से जातक को ग्रहण के दौरान होने वाले सूर्य के अशुभ प्रभाव से राहत मिलती है। यदि संभव हो तो सूर्यग्रहण के दौरान घर से बाहर बिल्कुल भी न निकलें और भागवत गीता का पाठ भी सच्चे मन से करें।
विशेषः- 14 अक्टूबर 2023 को लगने वाले सूर्यग्रहण के दौरान सूतक काल बिल्कुल भी नहीं लगेगा। इस कारण से आप अपना कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं ।
सूर्य ग्रहण कब लगेगा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस वर्ष सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को रात्रि 08 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर रात्रि 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त हो जायेगा। यह सूर्यग्रहण आश्विन मास की अमावस्या तिथि पर लगने वाला है जिसके कारण इस दिन कुछ लोगों के द्वारा अमावस्या का व्रत भी रखा जायेगा।
वर्ष 2023 का अंतिम सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नही देगा जिसके कारण यहाँ सूतक काल जैसी अशुभ स्थिति भी उत्पन्न नही होगी। इस लगने वाले अंतिम सूर्यग्रहण को मैक्सिको, क्यूबा, एंटीगुआ, चिली, डोमिनिका, कनाड़ा, ब्राजील, जमैका, हैत्ती, अमेरिका तथा कम्बोलिया इत्यादि देशों में देखा जा सकेगा।