आइए जानें ज्योतिषाचार्य के.एम.सिन्हा द्वारा रोचक ज्योतिष (Interesting Astrology) के बारे में
☸ जन्म कुण्डली में बलशाली सूर्य की पहचान है मजबूत जातक का तेज, शारीरिक संरचना पिता से अच्छे संबंध और भोजन में नमक ज्यादा लेना।
☸ कुण्डली में सूर्य बलवान होने से कुण्डली धारक की रोग निरोधक क्षमता सामान्य से अधिक होती है।
☸ कुण्डली में सूर्य की स्थिति को अगर मजबूत करना हैं तो सूर्य को जल देने से पहले जल में लाल चंदन अवश्य मिलायें।
☸ अगर जन्म कुण्डली में मंगल अकेला छठे घर में हो और उस पर किसी अन्य ग्रह की दृष्टि न हो तो उस जातक के पिता के दो भाई होते है।
☸ मंगल को ग्रहों में सेनापति कहा गया है और यह व्यक्ति के रक्त और साहस का कारक है।
☸ दशम भाव में सूर्य मंगल राहु जातक को प्रधानमंत्री भी बना सकता है क्योंकि दशम भाव का मंगल सबसे अधिक बलवान होकर सबको साथ लेकर चलते है।
सोमवार
क्या आप जानते है कि रोजाना सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करें। ऐसा करने से आपके लिए तरक्की के योग बनने लगते है।
सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद भगवान के नाम की 101 बार माला की जाप अवश्य करनी चाहिए।
लाल या पीला चंदन अपने माथे पर अवश्य लगायें ऐसा करने से आपका मस्तिष्क शांत रहता है।
शुक्रवार
दुकान या आफिस में श्री कुबेर यंत्र को अवश्य स्थापित करना चाहिए। कुबेर यंत्र को स्थापित करने से बिजनेस में कभी भी हानि नही होती है।
गुरूवार
नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारूतः
अर्थात
आत्मा को शस्त्र काट सकता है और न ही अग्नि इसे जला सकती है और न ही जल इसे गीला कर सकता है और न वायु इसे सुख सकती है।