ज्योतिषीय गणना के अनुसार, सावन का महीना सभी राशियों के लिए बेहद खास रहेगा। इस महीने की शुरुआत भगवान शिव के प्रिय दिन, यानी सोमवार से हो रही है। साथ ही सावन के पहले सोमवार पर कई दुर्लभ शुभ संयोग बन रहे हैं। इन योगों में भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को अक्षय फल की प्राप्ति होगी।
इस महीने में कई ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे, जबकि कई ग्रह अपनी पूर्व स्थिति में ही रहेंगे। इससे कई राशियों के जातक लाभान्वित होंगे। उनके सभी बिगड़े काम बनेंगे और करियर तथा कारोबार में भी मनचाही सफलता मिलेगी।
ज्योतिष में नवग्रहों का महत्व
ज्योतिष में नवग्रहों का महत्व बहुत अधिक होता है। नवग्रह शब्द का अर्थ होता है नौ ग्रहों का समूह, जो ज्योतिष शास्त्र में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। ये नौ ग्रह हैं: सूर्य (Sun), चंद्र (Moon), मंगल (Mars), बुध (Mercury), बृहस्पति (Jupiter), शुक्र (Venus), शनि (Saturn), राहु और केतु।
हर ग्रह को अपनी प्रकृति और शक्तियों से जुड़े हुए विभिन्न प्रकार के प्रभाव माने जाते हैं, जिनके अंतर्गत व्यक्ति के जीवन, भाग्य, स्वास्थ्य और वित्तीय स्थिति पर उनके स्थान के अनुसार प्रभाव होता है। नवग्रहों का समुचित समय पर उपयोग करके व्यक्ति अपने जीवन में समृद्धि और सुख की प्राप्ति के प्रयास करते हैं। ज्योतिष में इन ग्रहों की गति और स्थितियों को ग्रहंकाल, ग्रह मिलन और दोष का अध्ययन करके व्यक्ति की कुंडली में उनका प्रभाव जाना जाता है।
आइए, सावन में ग्रहों की स्थिति जानते हैं और इससे लाभान्वित होने वाली राशियां कौन सी हैं?
सूर्य देव
आत्मा के कारक सूर्य देव कर्क राशि में विराजमान हैं और 16 अगस्त तक इसी राशि में रहेंगे। इसके बाद वे सिंह राशि में गोचर करेंगे। कुल मिलाकर, सावन महीने में सूर्य देव कर्क और सिंह राशि में रहेंगे। इस दौरान मिथुन, कन्या, तुला और वृश्चिक राशि के जातक लाभान्वित होंगे।
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मंगल देव
सावन में ग्रहों के सेनापति मंगल देव वृषभ राशि में विराजमान रहेंगे। इस राशि में पूर्व से देवगुरु बृहस्पति भी हैं, अतः वृषभ राशि के लग्न भाव में गुरु और मंगल की युति बन रही है। इससे कई राशियों के जातकों को धन लाभ होगा, विशेषकर वृषभ राशि वालों को अधिक लाभ प्राप्त होगा। वृषभ राशि के जातक सावन महीने में कच्चे दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें।
बुध देव
ज्योतिषियों के अनुसार, ग्रहों के राजकुमार बुध देव 19 जुलाई को सिंह राशि में गोचर करेंगे और 22 अगस्त तक इसी राशि में रहेंगे। अतः सावन के महीने में बुध देव की कृपा तुला और वृश्चिक राशि पर बरसेगी। बुध देव की कृपा से कारोबार में तेजी देखने को मिल सकती है और निवेश से भी विशेष लाभ प्राप्त होगा। सावन सोमवार पर गंगाजल में साबुत मूंग मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
देवगुरु बृहस्पति
वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि में विराजमान हैं और सावन के दौरान भी इसी राशि में रहेंगे। गुरु के गोचर से मेष, कर्क, सिंह और कन्या राशि के जातकों को लाभ प्राप्त होगा। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सावन सोमवार पर महादेव का जलाभिषेक अवश्य करें।
शुक्र देव
सुखों के कारक शुक्र देव कर्क राशि में विराजमान हैं और 31 जुलाई को सिंह राशि में गोचर करेंगे। शुक्र के राशि परिवर्तन से सावन महीने में कन्या, तुला और वृश्चिक राशि को लाभ होगा। आय और सौभाग्य में वृद्धि होगी। सावन सोमवार पर कच्चे दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें।
न्याय के देवता शनिदेव
वर्तमान समय में शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं और सावन के दौरान भी इसी राशि में रहेंगे। हालांकि, शनिदेव वक्री चाल चल रहे हैं। मकर, कुंभ और मीन राशि के जातक सावन के महीने में प्रतिदिन गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय से रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे और करियर को नया आयाम मिलेगा।
राहु-केतु
मायावी ग्रह राहु वर्तमान समय में मीन राशि और केतु कन्या राशि में विराजमान हैं। कन्या और मीन राशि के जातक सावन माह के दौरान रोजाना स्नान-ध्यान करने के बाद गंगाजल में काले तिल या साबुत मूंग मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से हर समस्या से मुक्ति मिलेगी और शिवजी की कृपा भी बरसेगी। अचानक से धन लाभ के भी योग बनेंगे।