भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का जन्म 17 सितम्बर, वर्ष 1950 में गुजरात के मेहसाना में प्रातः 11 बजे हुआ था। आज हम दिल्ली के प्रसिद्ध Astrologer K.M. Sinha जी से जानेंगे कि कुण्डली के किन योगों और ग्रहों की स्थिति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को इतना प्रसिद्ध एवं सफल बनाया-
Name– Narendra Modi
Date of Birth- 17 September 1950
Time of Birth – 11:00 AM
Place of Birth – Mehsana, Gujraat
Horoscope of Narendra Modi
नरेन्द्र मोदी जी का राशि चिन्ह
लग्न- वृश्चिक
लग्नेश – मंगल
चन्द्र राशि – वृश्चिक
नक्षत्र- अनुराधा
ग्रहों की स्थिति
ग्रह | राशि | डिग्री | अवस्था | नक्षत्र | प्रकृति |
---|---|---|---|---|---|
सूर्य | कन्या | 00-35-30 | मृत | उत्तरा फाल्गुनी-2 | Neutral |
चंद्रमा | वृश्चिक | 08-48-28 | वृद्ध | अनुराधा-2 | Debilitated |
मंगल | वृश्चिक | 00-55-47 | मृत | विशाखा-4 | Own |
बुध | कन्या | 00-47-05 | मृत | उत्तरा फाल्गुनी-2 | Own |
गुरू | कुंभ | 06-35-41 | कुमार | धनिष्ठा-4 | Neutral |
शुक्र | सिंह | 15-41-14 | युवा | पूर्वा फाल्गुनी-1 | Enemy |
शनि | सिंह | 29-39-05 | मृत | उत्तरा फाल्गुनी-1 | Enemy |
राहु | मीन | 04-13-35 | मृत | उत्तरा भाद्रपदा-1 | – |
केतु | कन्या | 04-13-35 | मृत | उत्तरा फाल्गुनी-3 | – |
युरेनस | मिथुन | 16-01-47 | युवा | आर्द्रा-3 | – |
नेपच्यून | कन्या | 23-00-20 | कुमार | हस्त-4 | – |
प्लुटो | कर्क | 25-33-26 | बाल्य | आश्लेषा-3 | – |
लग्न | वृश्चिक | 01-05-12 | मृत | – | – |
कुण्डली का विश्लेषण
नरेन्द्र मोदी जी का लग्न और चन्द्र राशि दोनों ही वृश्चिक राशि है। इसका स्वामी मंगल होता है जो स्वगृही होकर उत्तम फलदाता है।
लग्न भाव में स्वगृही मंगल और भाग्येश चन्द्रमा नीच का होकर विराजमान है। दोनों ग्रहों की युति से नीचभंग एवं लक्ष्मीयोग की रचना हो रही है जबकि मंगल रूचक योग एवं शत्रुहंता योग का निर्माण कर रहा है।
गुरु धनेश एवं पंचमेश होकर चतुर्थ भाव में विराजमान है और गजकेसरी योग का निर्माण कर रहा है। सूर्य, बुध और केतु एकादश भाव में है। शनि और शुक्र कर्म स्थान अर्थात दशम भाव में विराजमान है जबकि राहु पंचम भाव में है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की कुण्डली की सबसे विशेष बात यह है कि केन्द्र स्थान में पांच महत्वपूर्ण ग्रह उपस्थित हैं तथा गजकेसरी योग, लक्ष्मीयोग योग, शत्रुहंता योग एवं नीचभंग राजयोग जैसे योगों का निर्माण हो रहा है।
कुण्डली में बने राजयोगों का प्रभाव
रूचक योग
मंगल केन्द्र में स्वगृही होकर रूचक योग का निर्माण कर रहा है। इस योग के फलस्वरूप जातक के अन्दर निर्णय लेने की क्षमता उच्च कोटि की होती है। जातक ऊर्जावान और उत्साहपूर्ण होता है। इस योग का प्रभाव हमें भलि-भांति नरेन्द्र मोदी जी के अन्दर देखने को मिलता है । उनके निर्णय प्रभावशाली एव कल्याणकारी होते हैं।
शत्रुहंता योग
मंगल यहाँ लग्नेश के साथ- साथ षष्ठेश भी है और षष्ठम भाव रोग,ऋण एवं शत्रु को बताता है। इस योग के फलस्वरूप व्यक्ति शतुओं पर विजय प्राप्त करता है। इस योग का प्रभाव भी मोदी जी के अन्दर देखने को मिलता है । मोदी जी ने अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त किये हैं । इनके विरोधी एवं शत्रु इनका बाल भी बांका नही कर पायें।
नीचभंग राजयोग
प्रथम भाव में मंगल स्वगृही है, जबकि चन्द्रमा नीच का है जिससे इस योग की रचना होती है। व्यक्ति प्रभावशाली ऊर्जावान और साहसी होता है। समाज में उसकी ख्याति फैलती है।
गजकेसरी योग
गुरू चतुर्थ केन्द्र में स्थित है और चतुर्थ भाव से चन्द्रमा दशम भाव में स्थित है जिससे गजकेसरी योग का निर्माण हुआ। यह योग नरेंद्र मोदी जी को कई गुना प्रभावशाली बना रहा है। इस योग के फलस्वरूप समाज में मान-सम्मान बढ़ता है तथा चारों दिशाओं में प्रसिद्धि मिलती है।
लक्ष्मी योग
चन्द्रमा और मंगल की युति वृश्चिक लग्न में लक्ष्मी योग का निर्माण करते हैं। इस योग के फलस्वरूप व्यक्ति धन से सम्पन्न एवं ऐश्वर्यशाली जीवन व्यतीत करता है।
मंगल
प्रथम भाव में स्थित मंगल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को तेजस्वी, प्रभावशाली, साहसी, निडर एवं ऊर्जावान बनाता है क्योंकि मंगल उग्र ग्रह होता है। यह भाई, सेनापति, ऊर्जा आदि का कारक माना जाता है। मोदी जी की स्फूर्ति उनके दैनिक प्रणाली में देखने को मिलती है। उनका आत्मबल बहुत मजबूत है। चन्द्रमा भाग्येश होकर लग्न में है जो भाग्योन्नति के लिए सहायक है। एकादश भाव में स्थित सूर्य, बुध और केतु आय को मजबूत कर रहे हैं।
शनि
दशम भाव स्थित शनि व्यक्ति को थोड़ा कठोर बनाता है। जिससे जातक मजबूत निर्णय ले सकें। कुण्डली के चतुर्थ भाव को समाज से जोड़ा गया है जिस पर शनि की सातवीं दृष्टि पड़ रही है। शनि का प्रत्यक्ष संबंध सामाजिक कार्यों से होता है। यह स्थिति मोदी जी को लोकप्रियता प्रदान करता है तथा सामाजिक कार्यों को करने के लिए उन्हें प्रेरित करता है।
इस प्रकार का कहा जा सकता है कि नरेन्द्र मोदी जी कुण्डली बहुत प्रभावी है। इन योगों के सभी गुण नरेन्द मोदी जी में विराजमान हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ख्याति उनके कुण्डली में बने योगों और ग्रहों की स्थिति में भलि- भांति देखने को मिलती है।
Disclaimer:
यह विश्लेषण केवल शैक्षणिक और जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की कुंडली का यह अध्ययन सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी पर आधारित है और किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत भविष्यवाणी करने का प्रयास नहीं करता। इस लेख का उद्देश्य किसी की निजी जानकारी को उजागर करना नहीं है। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को मनोरंजन और ज्ञानवर्धन के लिए लें और इसे व्यक्तिगत निर्णय लेने के लिए उपयोग न करें। ज्योतिषीय सलाह के लिए हमेशा एक पेशेवर ज्योतिषी से परामर्श करें। किसी भी प्रकार की हानि के लिए लेखक और प्रकाशक जिम्मेदार नहीं हैं।