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Maa Mahagauri; धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए इस विधि से करें मां महागौरी की पूजा

नवरात्रि के आठवें दिन करें, माँ महागौरी की पूजा

माँ महागौरी की पूजा का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है, खासकर नवरात्रि के दौरान। माँ महागौरी दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं और उन्हें श्वेत वस्त्र धारण करने के कारण ‘श्वेताम्बरधरा’ भी कहा जाता है। उनका स्वरूप अत्यंत शांत और सौम्य होता है। माँ महागौरी की पूजा का मुख्य उद्देश्य जीवन से सभी पाप और दुःखों को दूर करना है। उनके आशीर्वाद से भक्तों को शांति, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।

माँ महागौरी की पूजा के महत्व के कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

  1. पवित्रता और शुद्धता: माँ महागौरी का स्वरूप पूर्णतः श्वेत है, जो पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक है। उनकी पूजा से मन, शरीर और आत्मा की शुद्धि होती है।
  2. कष्टों का निवारण: माँ महागौरी की कृपा से जीवन के सभी कष्ट और दुख दूर होते हैं। वे अपने भक्तों को जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों से बचाती हैं।
  3. संपूर्णता और सिद्धि: माँ महागौरी की पूजा से सभी प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति होती है। वे अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं।
  4. धन और समृद्धि: माँ महागौरी की कृपा से भक्तों को आर्थिक समृद्धि और स्थायित्व मिलता है। वे अपने भक्तों को धन, सुख और वैभव का आशीर्वाद देती हैं।
  5. धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति: माँ महागौरी की पूजा से भक्तों को धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। उनकी पूजा से व्यक्ति का आध्यात्मिक ज्ञान बढ़ता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए माँ महागौरी की पूजा विशेष विधि से करने पर अत्यधिक लाभकारी मानी जाती है। यहाँ माँ महागौरी की पूजा की विशेष विधि दी गई है जो धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए अत्यंत प्रभावी मानी जाती है:

माँ महागौरी की पूजा विधि

  1. स्नान और शुद्धिकरण:

    • सबसे पहले प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
    • पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें।
  2. पूजा स्थल की तैयारी:

    • एक साफ और स्वच्छ चौकी पर माँ महागौरी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
    • चौकी पर सफेद वस्त्र बिछाएं और उस पर थोड़े चावल रखें।
  3. दीप जलाना:

    • घी का दीपक जलाएं और अगरबत्ती का धूप करें।
  4. पंचोपचार पूजा:

    • पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और चीनी) से माँ महागौरी का अभिषेक करें।
    • इसके बाद उन्हें गंगाजल से स्नान कराएं और साफ कपड़े पहनाएं।
  5. चंदन और फूल:

    • माँ महागौरी को चंदन का तिलक करें।
    • सफेद या पीले रंग के फूल अर्पित करें, विशेष रूप से चमेली के फूल।
  6. प्रसाद:

    • माँ महागौरी को नारियल, फल, मिठाई, और विशेषकर सफेद रंग के मिष्ठान्न अर्पित करें।
    • श्वेत मिष्ठान्न जैसे खीर, पायसम, या सफेद लड्डू चढ़ाएं।
  7. मंत्र जप:

    • माँ महागौरी के मंत्रों का जप करें। मुख्य मंत्र:
      ॐ देवी महागौर्यै नमः।
    • इस मंत्र का 108 बार जप करें।
  8. आरती:

    • माँ महागौरी की आरती करें और सभी को आरती दिखाएं।
    • आरती के बाद कपूर जलाएं और चारों दिशाओं में उसकी आरती दिखाएं।
  9. प्रणाम और प्रसाद वितरण:

    • माँ महागौरी को प्रणाम करें और अपनी मनोकामना व्यक्त करें।
    • प्रसाद वितरण करें और सभी को प्रसाद ग्रहण करने का निवेदन करें।

 विशेष ध्यान रखने योग्य बातें

  • पूजा के दौरान मन को शांत रखें और पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा करें।
  • पूजा के समय सफेद वस्त्र धारण करने का विशेष महत्व है।
  • माँ महागौरी की कथा का पाठ और ध्यान करना भी लाभकारी होता है।

इस विधि से माँ महागौरी की पूजा करने से उनकी कृपा से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि प्राप्त होती है।

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