Mars going to form Ruchak Panch Mahapuruh Yog from 1st June 2024. Effect on every ascedant. KM SINHA

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह का राशि परिवर्तन 01 जून 2024 को दोपहर 03ः36 मिनट पर होने वाला है। इस दौरान मंगल देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल के गोचर के दौरान जातक के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जातक अपने जीवन में उच्च पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति करेंगे। देखा जाये तो मंगल ग्रह को एक गर्म तथा उग्र प्रकृति का ग्रह माना जाता है तो आइए हम हमारे योग्य ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी के द्वारा यह जानते हैं कि मंगल ग्रह का प्रभाव किस राशि के जातकों के लिए शुभ होगा तथा किसके लिए अशुभ साथ ही इसके महत्वों को भी विस्तार से जानेंगे।

ज्योतिष में मंगल ग्रह का महत्वः-
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को सेनापति ग्रह माना गया है। बहुत ही ज्यादा गर्म ग्रह होने के कारण मंगल ग्रह को पित्त प्रकृति तथा भाई-बहनों का कारक भी माना जाता है, इसके अलावा मंगल देव को ऊर्जा का कारक ग्रह भी माना जाता है, जातक के शरीर में मौजूद ऊर्जा मंगल ग्रह के द्वारा ही उत्पन्न होती हैं। मंगल ग्रह जातक के जीवन में आत्मविश्वास और पराक्रम लाकर उन्हें अत्यधिक ऊँचाइयों तक पहुँचा देता है। मंगल ग्रह गहरे लाल रंग का ग्रह है जो जातक के जीवन में जुनून गतिशीलता और अक्रामकता के साथ विनाश तक करने में भी सक्षम होता है।
मंगल ग्रह को मेष तथा वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह माना जाता है। मंगल ग्रह शनि की राशि यानि मकर में उच्च अवस्था में होते हैं तथा चंद्रमा द्वारा अधिष्ठित जल तत्व की राशि यानि कर्क में मंगल देव अपनी नीच अवस्था में आ जाते हैं। मंगल ग्रह को भूमिपुत्र भी कहा जाता है। यह कुण्डली के तीसरे, छठें तथा ग्यारहवें भाव में सबसे ज्यादा शुभ माने जाते हैं परन्तु कुण्डली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम तथा द्वादश भाव में होने पर दाम्पत्य जीवन से सम्बन्धित समस्या का कारण बनने के कारण के जातक की कुण्डली में मांगलिक दोष का निर्माण करते हैं। यदि कुण्डली में मंगल अनुकूल स्थिति में हो तो जातक कद काठी से अच्छे हष्ट-पुष्ट तथा बलवान दिखते हैं। जातक अपनी आयु से बहुत कम उम्र के लगते हैं साथ ही उनमें आत्मविश्वास पूर्ण रूप से भरा होता है। इसके अलावा यदि मंगल ग्रह अपनी प्रतिकूल अवस्था में हो तो जातक अत्याधिक कमजोर होता है, अपनी बातें लोगों के सामने कह पाने में सक्षम नहीं होता है साथ ही जातक के अंदर आत्मविश्वास की बहुत कमी होती है। मंगल के प्रभाव से जातक के अंदर एक कुशल नेतृत्व क्षमता होती है तथा जातक निडर स्वभाव के होते हैं।
How To learn astrology using the Kundali Expert app

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