Shardiya Navratri 2024 Date: शारदीय नवरात्रि की तिथियां और महत्व

Shardiya Navratri 2024 Date: शारदीय नवरात्रि की तिथियां और महत्व

शारदीय नवरात्रि 2024:

शारदीय नवरात्रि का आगाज़ पितृ पक्ष की समाप्ति के बाद, आश्विन माह की आमवस्या (अमावस्या) के बाद होता है। इस साल शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024 से शुरू होगी। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। यह पर्व शरद ऋतु में आता है, इसलिए इसे शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इसके अतिरिक्त, चैत्र माह में आने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि कहा जाता है और इनके अलावा दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं।

कोलकाता में दुर्गा पूजा:

शारदीय नवरात्रि के दौरान कोलकाता में प्रसिद्ध दुर्गा पूजा का आयोजन बड़े धूमधाम से होता है। इस पर्व के नौ दिनों में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है, जो कि न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि सांस्कृतिक उत्सव का भी हिस्सा होती है।

विशेष तिथियां और मुहूर्त:

कलश स्थापना:

शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होता है, जब कलश स्थापना की जाती है। इस साल कलश स्थापना का मुहूर्त 3 अक्टूबर 2024 को प्रातः 06:15 बजे से 07:22 बजे तक है।

दुर्गा अष्टमी:

नवरात्रि के आठवें दिन को दुर्गा अष्टमी या महा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन कन्या पूजन का आयोजन होता है। इस साल दुर्गा अष्टमी 10 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी।

महानवमी:

नवमी तिथि के दिन हवन और विशेष पूजा का आयोजन होता है। इस साल महानवमी 11 अक्टूबर 2024 को होगी।

दशमी (विजयादशमी):

शारदीय नवरात्रि का समापन दशमी तिथि को होता है, जब मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। इस साल दशमी 12 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी।

ज्योतिषी के.एम. सिन्हा के अनुसार, शारदीय नवरात्रि के इन तिथियों और मुहूर्तों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि पूजा विधिपूर्वक सम्पन्न हो सके और नवरात्रि का पूरा लाभ प्राप्त हो सके। के.एम. सिन्हा के अनुसार, सही समय पर कलश स्थापना और पूजा-अर्चना से जीवन में सुख, समृद्धि और आत्मिक उन्नति के मार्ग खुलते हैं।

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Shardiya Navratri 2024: घटस्थापना के शुभ मुहूर्त और नवरात्रि पूजा की तिथियां

शारदीय नवरात्रि 2024: शारदीय नवरात्रि का आयोजन 3 अक्टूबर 2024 से शुरू होगा, जो सर्वपितृ अमावस्या के अगले दिन से प्रारंभ होती है। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना के लिए विशेष मुहूर्त और तिथियों की जानकारी इस प्रकार है:

घटस्थापना के शुभ मुहूर्त

घटस्थापना मुहूर्त: 3 अक्टूबर 2024, प्रातः 06:15 बजे से 07:22 बजे तक। कुल अवधि: 1 घंटे 06 मिनट।

घटस्थापना अभिजित मुहूर्त: 11:46 ए.एम. से 12:33 पी.एम. तक।

कुल अवधि: 47 मिनट।

तिथियां और लग्न

प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: 3 अक्टूबर 2024 को रात 12:18 बजे।

प्रतिपदा तिथि समाप्त: 4 अक्टूबर 2024 को सुबह 02:58 बजे।

कन्या लग्न प्रारंभ: 3 अक्टूबर 2024 को सुबह 06:15 बजे।

कन्या लग्न समाप्त: 3 अक्टूबर 2024 को सुबह 07:22 बजे।

नवरात्रि पूजा का विधान

शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों की पूजा अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक की जाती है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, जो विभिन्न प्रकार की आध्यात्मिक और दैवीय शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

ज्योतिषी के.एम. सिन्हा के अनुसार

ज्योतिषी के.एम. सिन्हा के अनुसार शारदीय नवरात्रि के इन दिनों के विशेष महत्व को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है। घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त का चुनाव करके और सही तिथियों पर पूजा-अर्चना करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव और समृद्धि की संभावना बढ़ जाती है। ज्योतिषी के.एम. सिन्हा का कहना है कि इस नवरात्रि में देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा से ना केवल आध्यात्मिक उन्नति होती है, बल्कि व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन में भी सुधार देखने को मिलता है। इसलिए इस पावन अवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए सही मुहूर्त का पालन करना और विधिपूर्वक पूजा करना आवश्यक है।

इस साल शारदीय नवरात्रि का यह पर्व विशेष रूप से महत्वपूर्ण है और सही समय पर घटस्थापना करके और देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करके आप इन दिव्य दिनों का पूरा लाभ उठा सकते हैं।

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