The benefits associated with the Gomti Chakra, गोमती चक्र से जुड़े लाभ, Kundali Expert

ज्योतिष शास्त्र में गोमती चक्र का विशेष महत्व होता है। आपको बता दें यह एक प्रकार का आध्यात्मिक शैल पत्थर होता है जो गोमती नदी में विशेष रूप से पाया जाता है। गोमती चक्र भगवान श्री कृष्ण जी के सुदर्शन चक्र का ही एक रूप माना जाता है। यह पत्थर किसी भी जातक के जीवन में एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा गोमती चक्र के इस पत्थर से घर में स्थित वास्तु दोष भी दूर हो जाते हैं। जिस घर में गोमती चक्र स्थित होता है वहाँ सुख-शांति सदैव बनी रहती है तो आइए गोमती चक्र के बारे में और भी विस्तार से हमारे योग्य ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी के द्वारा जानते हैं

गोमती चक्र का महत्व

हिन्दु धर्म में पाँच पवित्र नदियों के अलावा गोमती नदी को भी सबसे महत्वपूर्ण नदियों में से एक माना जाता है। मान्यता के अनुसार गोमती महर्षि वशिष्ठ की पुत्री थीं जो बाद में एक नदी के रूप में परिणत हो गई। इस नदी में ही एक पत्थर पाया जाता है जिसे हम गोमती चक्र के नाम से जानते हैं। गोमती चक्र मुख्य रूप से श्री हरि और श्री कृष्ण जी से जुड़ा हुआ होता है।
तांत्रिक विद्याओं में गोमती चक्र का अत्यधिक महत्व होता है। प्रमुख हिन्दू त्योहार में गोमती चक्र का उपयोग किया जाता है। गोमती चक्र माता लक्ष्मी जी को रोकने के लिए उपयोग में लाया जाता है। यदि किसी जातक का खर्च अधिक हो तथा ऋण में डूबा हुआ हो तो ऐसे में गोमती चक्र पास में रखना विशेष लाभदायक माना जाता है। दीपावली के दिन विशेष रूप से गोमती चक्र का अत्यधिक महत्व होता है। इसके अलावा गोमती चक्र के कई ज्योतिष उपयोग भी होते हैं। गोमती चक्र को माला तथा अंगूठी के रूप में भी पहना जाता है

गोमती चक्र से मिलने वाले लाभ

गोमती चक्र धारण करने तथा घर में पूजा स्थान पर गोमती चक्र रखने के अन्य लाभ भी बताये गये हैं, जो निम्न है –

☸  गोमती चक्र से मिलने वाले लाभ के बारे में बात करें तो गोमती चक्र का भस्म शहद में मिलाकर पैर के नाखून में लगाने से वात के दर्द कोसों दूर हो जाते हैं साथ ही यह भस्म पैर के अँगूठे में लगाने से जातक की नेत्र ज्योति भी बढ़ने लगती है।

☸ यदि किसी स्त्री जातकों का गर्भ बार-बार गिर रहा हो तो ऐसे में दो गोमती चक्र एक लाल कपडे में बाँधकर कमर में बांध लेने से स्त्री जातकों का गर्भ गिरना बंद हो जाता है।

☸ गोमती चक्र को तांत्रिक कार्यों तथा कई सारे असाध्य रोगों को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। अतः किसी प्रकार के असाध्य रोग दूर करने तथा मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए लगभग 10 गोमती चक्र को रात में साफ पानी में डाल दें उसके बाद सुबह के समय में उस पानी को पी लेने से पेट से सम्बन्धित विभिन्न रोग दूर हो जाते हैं।

☸ यदि जातक को पुत्र संतान की प्राप्ति नहीं हो रही हो तो पुत्र की प्राप्ति के लिए पांच गोमती चक्र लेकर किसी पवित्र नदी या तालाब में हिलि हिलि, मिलि मिलि चिलि चिलि हुक पांच बार बोलकर विसर्जित करें ऐसा करने से पुत्र प्राप्ति की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती है।

☸ यदि अत्यधिक प्रयासों के बावजूद भी धन लाभ नही हो रहा हो तो ऐसे में 11 गोमती चक्र को अपने पूजा स्थान में रख देना चाहिए तथा उनके सामने ओम श्री नमः मंत्र का जाप करना चाहिए ऐसा करने से सभी कार्यों में मन लगेगा साथ ही सफलता प्राप्त होगी। गोमती चक्र मुख्य रूप से श्री हरि और श्री कृष्ण जी से जुड़ा हुआ होता है।

☸ यदि आपके संतान को किसी प्रकार का भय लगता हो तो ऐसे में शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में एक अभिमंत्रित किया हुआ गोमती चक्र लेकर हनुमान जी के दाएं कंधे के सिंदूर का तिलक लगाकर हनुमान जी के चरणों में रख दें और हनुमान चालीसा का पाठ करके गोमती चक्र को लाल कपड़े में बाँधकर अपने संतान के गले में बाँध दें ऐसा करने से संतान के सारे भय कोसों दूर हो जाते हैं।

☸ यदि जातक के घर में किसी भूत-प्रेत या नकारात्मक शक्तियों का उपद्रव हो तो दो विष्णु चक्र को घर के मुखिया के सिर के ऊपर से वारकर आग में डाल देना चाहिए ऐसा करने से घर में आयी हुई नकारात्मक शक्तियों का उपद्रव सदैव के लिए समाप्त हो जाता है।

☸ यदि जातक के जीवन में शत्रु बढ़ गये हैं तो जितने अक्षर का शत्रु का नाम है उतने ही गोमती चक्र लाकर उस पर शत्रु जातक का नाम लिखकर जमीन में गाढ़ दें ऐसा करने से आपके जीवन में आये हुए सभी शत्रु परास्त होंगे।

☸ यदि घर में कोई गंभीर बीमारी से पीड़ित है तथा किसी का रोग शांत होने के बजाए बढ़ता ही जा रहा है तो ऐसे में एक गोमती चक्र को चाँदी में पिरोकर बीमार व्यक्ति के पलंग में बाँध दें ऐसा करने से बीमार व्यक्ति को काफी हद तक आराम मिलने लगेगा।

☸ गोमती चक्र को एक लाल कपड़े में बाँधकर तिजोरी या किसी विशेष स्थान पर रखने से जातक के व्यापार में दिनो-दिन बढ़ोत्तरी होती रहती है।

☸ पति-पत्नि के बीच यदि लम्बे समय से मतभेद चल रहा हो तो ऐसी स्थिति में तीन गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण दिशा में कहकर दूर फेंक दें ऐसा करने से पति- पत्नि के बीच हुए मतभेद जल्द ही समाप्त हो जायेंगे।

☸ यदि कार्य-व्यवसाय में लम्बे समय से कोई प्रमोशन न मिल रहा हो तो ऐसे में गोमती चक्र लेकर शिवलिंग पर चढ़ा दें और सच्चे मन से भगवान शिव जी से प्रमोशन के लिए प्रार्थना करें जल्द ही प्रमोशन के रास्ते खुल जायेंगे।

☸ यदि तीन गोमती चक्र को जेब में रखकर किसी मुकदमें या प्रतियोगिता में जायेंगे तो निश्चित रूप से सफलता की प्राप्ति होगी इसके अलावा यदि 11 गोमती चक्र को पीले वस्त्र में लपेट कर तिजोरी में रखें तो ऐसा करने से वर्ष भर आपकी तिजोरी भरी रहेगी और धन की कभी कोई कमी नही होगी।

☸ समाज मे सम्मान की प्राप्ति के लिए दो गोमती चक्र किसी ब्राह्मण को दान में दें।

☸ यदि व्यापार क्षेत्र में वृद्धि न हो रही हो तो ऐसे में दो गोमती चक्र को लाल कपड़े में बाँधकर चैखट पर लटका दें यदि उसके प्रभाव से ग्राहक आने लगें तो निश्चय ही व्यापार में वृद्धि होगी।

गोमती चक्र के ज्योतिषीय उपाय

☸ यदि आप कोई नई ईमारत बनवाने जा रहे हैं तो मकान बनवाते समय एक गोमती चक्र उसी नींव में दबा दें, ऐसा करने से मकान में रहने वाले सभी लोगों का भाग्योदय होगा साथ ही सारे वास्तु दोष भी खत्म हो जायेंगे।

☸ शास्त्रों के अनुसार एक अभिमंत्रित किये गये गोमती चक्र को लाल कपड़े में बाँधकर चावल या गेहूँ में रख दें ऐसा करने से जातक के घर में अनाज की कभी कोई कमी नहीं होती है साथ ही जातक. का घर धन धान्य से परिपूर्ण बना रहता है।

☸ यदि किसी जातक की कुण्डली में काल सर्प दोष है तो इसके कुप्रभाव से बचने के लिए गोमती चक्र को अभिमंत्रित करके अपने गले में लाॅकेट बनाकर पहनें ऐसा करने से जीवन में काल सर्प दोष के सभी कुप्रभाव समाप्त हो जाते है।

☸ अभिमंत्रित किये गये गोमती चक्र को घर में ताँबे के बर्तन में रखकर ढंकनें सेे घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।

☸ यदि किसी जातक के विवाह में बाधा आ रही है या फिर सगाई होकर टूट जा रही हो तो ऐसे में जातक को दो अभिमंत्रित किये गये गोमती चक्र को भगवान श्री कृष्ण जी की मूर्ति के साथ रखकर पूरे हफ्ते तक पूजा-पाठ करते रहने से विवाह होने के आसार बनने लगते है।

☸ कृष्ण जी की मूर्ति के साथ रखकर पूरे हफ्ते तक पूजा-पाठ करते रहने से विवाह होने के आसार बनने लगते हैं।

गोमती चक्र की पूजा कैसे करें

☸ गोमती चक्र की पूजा करने से पहले गणेश, लक्ष्मी और सरस्वती जी की पूजा अर्चना करें।

☸ उसके बाद में गोमती चक्र को पूजा के स्थान पर रखकर पूजा करें।

☸ उसके बाद गोमती चक्र के ऊपर पीले चावल रखें तथा उस चक्र पर रोली का टीका लगाएं।

☸ उसके बाद चक्र पर पुष्प भी अर्पित करें।

☸ पूजा की समाप्ति हो जाने के बाद सात गोमती चक्र को चावल के साथ पीले वस्त्र में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर उत्तर दिशा में लगायें ऐसा उपाय करने से घर में सदैव सुख-शांति बनी रहती है।