हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है, इसे अबूझ मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन सारें शुभ काम बिना ज्योतिष की सलाह के कर सकते हैं।
अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है।
वैशाख माह की तृतीया तिथि
अक्षय तृतीया वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि को मनाई जाती है, इस साल अक्षय तृतीया 10 मई को मनाई जायेगी। इस दिन कई बेहद खास योग बन रहे है, इसके बारे में जानेंगे।
शुभ मुहूर्तः- अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त 10 मई को दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से हो रहा है और इसका समापन अगले दिन 11 मई को 10 बजकर 03 मिनट पर है।
सुकर्मा योगः– इस दिन सुकर्मा योग बन रहा है, इस मुहूर्त में सोेने की खरीदारी करना बहुत शुभ माना जाता है।
रवि योग का निर्माणः- अक्षय तृतीया के दिन सुकर्मा योग के साथ रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक रवि योग बहुत शुभ माना जाता है।
रोहिणी और मृगशिरा नक्षत्रः- अक्षय तृतीया के दिन रोहिणी नक्षत्र और मृगशिरा नक्षत्र का भी संयोग बन रहा है ये नक्षत्र भी बहुत शुभ माने जाते है।
तैतिल करण योगः- वही दोपहर बाद तैतिल करण योग का भी निर्माण हो रहा है और इसके बाद में गर, करण योग का निर्माण हो रहा है।
घर में आने से पहले माँ लक्ष्मी देती हैं ये संकेत
अगर आप सुबह बाहर काम से जा रहे है और उस समय कोई झाडू लगाता हुआ दिख जायें तो इसका मतलब है कि जल्द आप पर माँ लक्ष्मी की कøपा बरसने लगती है।
सुबह उठते ही मंदिर में शंख की आवाज का सुनाई देना भी देवी लक्ष्मी जी के आगमन का संकेत होता है।
उल्लू माता लक्ष्मी जी की सवारी है। अगर शाम के समय उल्लू नजर आता है तो इसका मतलब है की आपके घर जल्द ही लक्ष्मी जी की कृपा बरसने वाली है।