अत्यधिक पूजा-पाठ करने वाले जातक हमेशा ही दुःखी क्यों रहते हैं

☸ शास्त्रों के अनुसार आजकल के आधुनिक समय में बहुत से ऐसे लोग हैं जो पूजा-पाठ करने पर बहुत ही कम विश्वास करते हैं। आपको बता दें आजकल के समय में ईश्वर और पूजा-पाठ पर विश्वास करने वाले लोग बहुत ज्यादा सुखी नही रहते हैं वहीं जो जातक ईश्वर और पूजा-पाठ में बिल्कुल विश्वास नही रखते वे लोग उन लोगों की अपेक्षा अत्यधिक सुखी होते हैं परन्तु आपने इस बात को कभी सोचा कि ऐसा क्यों होता है।

☸ वास्तव में जो जातक ईश्वर की हमेशा पूजा-पाठ करते हैं वे अपने जीवन में हमेशा दुखी रहते हैं इसके पीछे भी कोई न कोई कारण अवश्य होगा, तो आपको बता दें ईश्वर पर बहुत कम आस्था रखने वाले लोग हमेशा अपने कर्म में अत्यधिक विश्वास रखते हैं क्योंकि व्यक्ति का कर्म ऐसी चीज हैं जिसके आगे भगवान को भी एक न एक दिन अवश्य झुकना पड़ता है।

☸ अधिकतर लोग अपने जीवन में आगे बढ़ने मेहनत करके कर्म करने के बजाए भगवान के भरोसे बैठे रहते हैं और कहीं न कहीं भगवान भी खुद उनके भरोसे बैठे रहते हैं कि मेरा भक्त पहले कुछ मेहनत से कर्म तो करें तब मैं उसकी सहायता करुं। इन्हीं सब कारणों से जातक अपने जीवन में हर समय बहुत सी परेशानियों का सामना करता है और उनकी इच्छा पूर्ण न हो पाने के कारण वह व्यक्ति पूरा-पूरा दोष भगवान पर ही डाल देता है और साथ में यह भी कहता है कि दिन-रात मैं अपने प्रभु का नाम ले रहा हूँ फिर भी भगवान मेरी नही सुन रहा है। हर समय भगवान मेरी परीक्षा क्यों ले रहा है। इसी बात को रटते हुए वे जातक कभी भी अपने जीवन में सुखी नही रहते हैं।

☸ वहीं जो लोग नास्तिक होते हैं उन्हें केवल अपने किये गये कर्म पर विश्वास होता हैं वह जातक अपने मन में यह बात ठान लेते हैं कि मुझे मेहनत करके कर्म करना है। मैं जितना ज्यादा कर्म करुँगा भगवान मेरी उतनी ज्यादा सहायता करेंगे। मेरे किये गये मेहनत के द्वारा ही मेरी सारी सुख-सुविधाएँ पूरी होंगी परन्तु भगवान को मानने वाले लोग भगवान पर ही पूरी तरह से निर्भर हो जाते हैं जिसके कारण कभी सुखी नही रह पाते हैं।

भगवान आपके जीवन में आपकी सहायता कैसे करते हैं

यदि कोई व्यक्ति आपना कर्म बहुत ईमानदारी से करके आगे बढ़ने की चाह में लगा रहता है। भगवान उनकी सहायता करके उन्हें हमेशा बरकत देते हैं। नौकरी और व्यापार क्षेत्र में किये जाने वाले कर्म में आपको तरक्की देते हैं आपके घर में न रहते समय हमेशा आपके घर की सुरक्षा करते हैं ताकि कोई भी नकारात्मक शक्तियाँ आपके घर में प्रवेश न करें।

यदि आप अपने जीवन में पूजा-पाठ और भगवान की श्रद्धा से भक्ति के साथ-साथ अपने कर्म पर भी ध्यान दें और अपना कर्म सही दिशा में करें तो भगवान आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में आपकी सहायता अवश्य करेंगे परन्तु यदि आप बैठे-बैठे यह सोचें की भगवान मुझे सारी सुख-सुविधाएं  दे तो ऐसा कभी संभव नही हो सकता है। इसलिए भगवान के साथ-साथ कर्म पर भी विश्वास रखने वाले लोग ही हमेशा अपने जीवन में सुखी रहते हैं साथ ही जल्द ही सफलता की ऊँचाइयों को प्राप्त कर लेते हैं जिसके कारण वह जीवन भर हमेशा खुश रहते हैं।

क्या भगवान आपकी प्रार्थना सुनते हैं ?

जब कोई जातक पूजा-पाठ करने जाता है तो उसके मन में कहीं न कहीं यह बात अवश्य होती है कि भगवान उनकी प्रार्थना स्वीकार करेंगे या नही। ऐसा बहुत से लोगों के साथ होता है कि भगवान से कोई मन्नत माँगो तो कोई प्रार्थना कई बार सुन ली जाती हैं और कई बार नही सुनी जाती है परन्तु जब कभी आप भगवान से कुछ मांगते है तो इसका एहसास आपको उसी समय हो जाता है की आपकी प्रार्थना सफल होगी या नही। ठीक उसी प्रकार से जिस प्रकार से आपको परीक्षा देते समय यह एहसास होता है की आप परीक्षा में सफल होंगे या नही।

पूरी श्रद्धा से भगवान की आराधना कैसे करें ?

अक्सर करके आपने यह देखा होगा की ज्यादा समय तक पूजा-पाठ करने और उसमें लीन रहने वाले जातक हमेशा से ही किसी न किसी बुरी समस्या में फॅसे रहते हैं। दिन भर पूजा में व्यस्त रहने के कारण वे अपने काम पर न के बराबर ध्यान दे पाते हैं इन्हीं कारणों से दुःख आपका पीछा जीवन भर नही छोड़ता है। गीता में भी यह लिखा गया है कि व्यक्ति का कर्म ही उसकी पूजा हैं यदि आप अपने जीवन में कर्म को छोड़ दे तो आप पैसे-पैसे के लिए मोहताज हो जायेंगे। इसलिए भगवान की श्रद्धा से पूजा करने के साथ-साथ सबसे पहले अपने कर्म की भी श्रद्धा से पूजा करें। गीता के अनुसार ऐसा बिल्कुल गलते है कि पूजा-पाठ करने मात्र से ही आप अपने जीवन में सफल होंगे। अपने जीवन में एक सुखी जीवन व्यतीत करने के लिए अपने कर्म की पूजा करें और उससे मिलने वाली सुख-सुविधाओं और सफलता को प्राप्त करें।

भगवान आपकी प्रार्थना कब सुनते हैं ?

यदि किसी जातक को यह जानना है की भगवान उनकी पूजा सफल कर रहें हैं या नहीं तो इसे समझना बहुत ही आसान है यदि आप अपना कोई महत्वपूर्ण काम करने जा रहे हैं और उस कार्य में आपको उसका मनोवांछित फल मिलता जा रहा है जिससे आपके सोचे हुए कार्य पूरे होते जा रहे हैं इसके अलावा किसी गंभीर मामलों में आपके द्वारा लिया गया निर्णय सही साबित हो रहा है तो ऐसे में हम यह अवश्य कह सकते हैं कि ईश्वर हमारे साथ हैं और हमारी सारी मनोकामनाओं को पूर्ण कर रहे हैं। आपकी सभी प्रार्थनाएं सुन रहे हैं साथ ही आपको उन्नति के मार्ग पर पहुँचाने के लिए आपको रास्ता दिखा रहे हैं। जिसकी कृपा से आप अपने जीवन में सफल होते जा रहे हैं।

 

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