एपेटाइट उपरत्न को कौन धारण करें और कौन न करें

एपेटाइट उपरत्न बहुत ही नरम पत्थर होता है इसे नीलम रत्न की जगह पहना जा सकता है। देखा जाए तो यह नीलम रत्न का भ्रम उत्पन्न करता है। यह रत्न बहुत ही पारदर्शी होता है कई बार यह रत्न वैरुण पुखराज के रत्न जैसा भी भ्रम उत्पन्न करता है। इसे बुध ग्रह का उपरत्न माना जाता है। यह रत्न अपने बहुत से रंगों में दिखाई देता है यह नीले, हरे, बैंगनी, रंगहीन, पीलेे तथा गुलाबी रंगों में भी पाया जाता है। यह उपरत्न गहनों और आभूषणों के रूप में व्यक्ति की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ व्यक्ति के शरीर का पोषण करने के प्रवाह में भी वृद्धि करता है। यह रत्न भोजन से सम्बन्धित परेशानियों से निजात दिलाता है साथ ही व्यक्ति के शरीर में उपस्थित सभी चक्रों को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होता है।

एपेटाइट रत्न के गुण

☸ बुध के उपरत्न यानि एपेटाइट के गुणों की बात करें तो यह उपरत्न जातक को हर प्रकार की परिस्थिति में ढालना सिखाता है। इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति अपने आस-पास के किसी भी माहौल में ढलने और उसे स्वीकारने में झिझकता नहीं है। यह जातक की मानसिक तथा अलौकिक क्षमताओं में वृद्धि करता है तथा धारण करने वाले जातकों के मन और मस्तिष्क को एक जगह से भटकने नही देता है। कभी-कभी इस रत्न को धारण करने वाला व्यक्ति रचनात्मक क्रियाओं में वृद्धि करके जातक की आत्म शक्ति को जागरुक करता है। यह रत्न जातक के शरीर की अंदरुनी रुकावटों को दूर करके व्यक्ति की कुछ विशेष हो रही गतिविधियों को नियंत्रित करता है।

☸ इन सब के अलावा यह उपरत्न विद्यार्थी जातक तथा उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थी वर्गों के लिए विशेष रूप से लाभ देने वाला होता है। इस रत्न को धारण करने से केवल विद्यार्थी जातकों को यह विद्या की जानकारी मात्र ही नही देता है बल्कि यह विद्यार्थी जातकों को विद्या का अनुभव भी प्राप्त कराता है साथ ही उनके भविष्य तथा उनके जीवन की सच्चाई से भी पूरी तरह से अवगत कराता है।

☸ बुध का यह उपरत्न व्यक्ति की सेवा सत्कार से सम्बन्धित भावों को भी जागृत करने में मदद करता है। यदि कोई जातक अपना लक्ष्य निर्धारित किये हुए हैं तो उन्हें अपने लक्ष्यों के विकास में सहायता प्राप्त कराता है। इसके अलावा यह उपरत्न जातक के चिकित्सा संचार तथा सीखने और सीखाने की क्षमता को कभी टूटने और खत्म होने नहीं देता है बल्कि इसको निरंतर लयबद्ध रखने में मदद करता है। इसके अलावा व्यक्ति की शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक शक्तियों में हमेशा सामंजस्य बनाये रखता है।

☸ जो जातक अपने द्वारा किये गये पूर्ण प्रयासों के बावजूद भी कोई निजी या सरकारी नौकरी हासिल नही कर पा रहा है वे जातक किसी योग्य ज्योतिष की सलाह से लाल या सुनहरे एपेटाइट उपरत्न को धारण कर सकते हैं। दोनो ही उपरत्न जातक के मन को उस क्षेत्र से सम्बन्धित काम की प्राप्ति के लिए जातक को एक जगह ध्यान लगा पाने और उस जातक को लक्ष्य प्राप्ति करने तक सहायता प्रदान करता है।

☸ इस रत्न को ज्योतिषीय सलाह से धारण करने से जातक की हड्डियाँ काफी मजबूत होती हैं। इसे धारण करने से जातक के अन्दर कैल्शियम की मात्रा को सोखने में सहायता करता है साथ ही यह रत्न दाँतों की मजबूती के लिए भी अत्यधिक लाभदायक होता है।

☸ बुध का यह उपरत्न धारण करने से जातक के हड्डियों और जोड़ो के दर्द में राहत मिलती है यदि आपने इस उपरत्न को अपने गले में पेंडेंट के रूप में धारण कर रखा है तो इसे धारण करने से जातक के रक्तचाप में कमी आती हैं। यह उपरत्न हर प्रकार से मरीजों की सहायता करने में सहायक होता है। इसे किसी भी रूप में धारण कर सकते हैं। यदि इस उपरत्न को गहनों के रूप में धारण नहीं कर सकते तो इसके छोटे से टुकड़े को किसी कपड़े में लपेटकर के दर्द हो रहे स्थान पर रख देना चाहिए इससे दर्द में बहुत ही राहत मिलती है।

एपेटाइट उपरत्न को कौन धारण करें और कौन न करें

एपेटाइट उपरत्न को कोई भी जातक धारण कर सकता है अतः जिन जातकों में आत्मविश्वास की कमी है, याददाश्त कमजोर है, हड्डियों की समस्या है उन्हें योग्य ज्योतिष की सलाह से लाल रंग का एपेटाइट उपरत्न धारण करना चाहिए। इसके अलावा यह उपरत्न उन जातकों को धारण करना चाहिए जिनकी कुण्डली में बुध ग्रह शुभ भाव का स्वामी है परन्तु बुध कमजोर स्थिति में हो तो उन जातकों को पन्ना के उपरत्न के रूप में एपेटाइट उपरत्न धारण करना चाहिए।

एपेटाइट उपरत्न को सूर्य, बृहस्पति, मंगल, राहु और केतु के उपरत्न के साथ कभी भी धारण नही करना चाहिए। यदि आप बिना किसी सलाह या जानकारी के धारण कर लेते हैं तो आपको इसके विपरीत परिणाम मिल सकते हैं जिसके कारण बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

रत्न कहाँ से लें

वैसे तो आपको कई तरह के रत्न हर जगह आसानी से मिल जायेंगे परन्तु यह बिल्कुल भी जरुरी नहीं है कि आपको हमेशा उत्तम और उच्च गुणवत्ता वाला रत्न पूरी प्रमाणिकता और प्रमाणपत्र के साथ ही मिले। ऐसे में यदि आप प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता का एपेटाइट रत्न बिना किसी मन में आई दुविधा के शत प्रतिशत विश्वास के साथ लेना चाहते हैं तो Kundaliexpert से प्राप्त कर सकते हैं। आप इस रत्न को दिये गये लिंक पर क्लिक करके ऑनलाइन भी आर्डर कर सकते हैं। इसके अलावा उच्च गुणवत्ता वाला एपेटाइट उपरत्न प्राप्त करने के लिए इस 9818318303 दिये गये नम्बर पर सम्पर्क भी कर सकते हैं।

विशेष:- यह रत्नों की सामान्य जानकारी है। अतः आप कोई भी रत्न बिना किसी ज्योतिषी सलाह के न पहनें अन्यथा बुरे परिणाम मिल सकते हैं।

 

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