कुण्डली में वलक्की योग

जन्म कुण्डली के अन्दर राहु केतु को छोड़कर बाकी के सात ग्रह सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ये सात ग्रह कण्डली के किसी भी भाव में अलग-अलग बैठे हो तो वलक्की योग का निर्माण होता है। वलक्की योग के भी दो अलग-अलग विभाजन किये गये है एक होता हैं उत्तम कक्ष का वलक्की योग और एक होता है मध्यम कक्ष का वलक्की योग।

 उत्तम कक्ष का वलक्की योग

कुण्डली में दो राहु केतु को छोड़कर बाकी के सात ग्रह केन्द्र और त्रिकोण इन दोनों को मिलाकर किसी भाव में बैठें हो अर्थात त्रिक भाव में न बैठे हो तो वह उत्तम कक्षा का वलक्की योग बनता है।

उच्च कक्षा का वलक्की योग

ऐसा जातक जिनकी कुण्डली में उत्तम कक्षा का वलक्की योग होता है वह जातक जीवन भर धनवान रहते है तथा अपने जीवनकाल में सभी प्रकार की सुख-समृद्धि व ख्याति प्राप्त करते हैं इन्हें जीवन में एक उच्च पद प्राप्त होता है। ऐसे जातक कोमल हृदय के होते हैं इन्हें दान पूर्ण करना बहुत अच्छा लगता है। यह जातक स्वभाव के अत्यन्त परोपकारी होते हैं इन्हें जरुरतमंदों की सहायता करना पसंद होता है।

मध्यम कक्ष का वलक्की योग

जन्म कुण्डली के अन्दर राहु केतु को छोड़कर बाकी के सात ग्रह कुण्डली के अन्दर तीसरे, छठवें, आठवें और बारहवें भाव के अन्दर एक-एक ग्रह बैठा हो और बाकी के ग्रह केन्द्र भाव में हो तो मध्यम कक्ष का वलक्की योग बनता है।

मध्यम कक्षा के फलादेश

जिस कुण्डली में मध्यम कक्षा का वलक्की योग होता है, वह इस बात का संकेत करता है कि व्यक्ति सुखी होगा तथा समाज में उसकी प्रतिष्ठा होगी, करुणामयी होता है। ऐसे जातक संगीत और कला को बहुत पसंद करते है। यह जातक एक शैक्षिक रुप से पढ़े-लिखे व्यक्ति होते है और इनके पास एक उच्च स्तरीय ज्ञान प्राप्त होता है। अंत में यह जातक अपने गुणों के कारण बहुत प्रसिद्धि प्राप्त करते है।

वलक्की योग के फल

अगर ऐसा जातक जिनकी कुण्डली में वलक्की योग बना हो तो ऐसे व्यक्ति कला और संगीत के क्षेत्र मे बहुत नाम कमाता है। ऐसे जातक ज्यादातर संगीत कला में रुचि रखते हैं और गिटार वादक, तबला वादक, हरमुनियम वादक, डमरु वादक, बासुरी वादक, प्यानू वादक होते है। ऐसे व्यक्ति को समाज में मान, पद-प्रतिष्ठा तथा कीर्ति प्राप्त होती है। ऐसे व्यक्ति स्वभाव से हस मुख तथा प्रतिभाशाली होता है और पूरे समाज को अपनी कार्य कुशलता से प्रभावित करता है। ऐसे जातक की समाज में एक अलग पहचान होती है। इन जातकों के बहुत सारे मित्र होते है और यह अपने मित्र मण्डली मे सबके लाडले और चहेते है। ऐसे जातक जहां भी जाते है लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लेते है और बहुत ही कम समय में ही सबके दिल में जगह बना लेते है। ऐसे जातक ये भली-भाँति जानते है कि कौन से व्यक्ति कौन सा कार्य कराता है। यह जातक ज्यादातर कला के माध्यम से धन अर्जित करते है।

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