यूं तो प्रत्येक लग्न की अपनी खूबी और खामियाँ है किंतु अग्नि तत्व से सम्बन्ध रखने वाले जातक बेहद ही निड़र व ऊर्जावान होते है और इस श्रेणी में नाम आता है। मेष लग्न, सिंह लग्न और धनु लग्न वाले जातको का क्योकि ये तीनो ही लग्न अग्नि तत्व वाले है और ऐसे जातक बेहद ही उत्साहित, आशावादी, आत्मविश्वासी, निड़र और ऊर्जावान होते है। अग्नि की तरह ही उनका गुस्सा भी भयानक होता है और छोटी सी लौ भीषण आग में परिवर्तित हो सकती है। यदि अग्नि तत्व का नकारात्मक प्रभाव हो तो जातक को अहंकारी बनाता हैै।
मेष लग्नः- मेष लग्न चक्र की शुरुआत है और इस लग्न वाले जातको में जिंदगी को लेकर एक नयापन होता है। इनके लिए स्वतंत्रता और आत्म सम्मान ही सब कुछ होता है। वे अच्छे तरह से जानते है कि प्रत्येक पल कोे कैसे जीना है। ऐसे लोग कलात्मक होते है और दुनिया को अपने ही नजरिए से देखना पसंद करते है। लोगो को प्रोत्साहित करने मे माहिर होते है और उनके इसी गुण की वजह से सामान्यतः उनके अनेक मित्र होते है।
सिंह लग्नः- सिंह लग्न के जातक उदार, दयालु, ऊर्जावान और प्रभावी होते है। ऐसे जातक लोगो पर अपना प्रभाव आसानी से डाल सकते है। क्योकि उनका व्यक्तित्व ही एक उत्कृष्ट नेता के सामान होता है। ऐसे लोगो का बात करने का तरीका अलग होता है और वह ज्यादा घुमाकर बाते करना पसंद नही करते है। सामान्यतः ऐसे लोग महफिल की जान होते है और सबकी परिस्थितियाँ भली-भाँति समझते है। जिसकी वजह से लोग इन्हे प्यार भी करते है।
धनु लग्नः- श्रेणी में आखिरी नाम आता है, धनु लग्न वाले जातको का ऐसे लोग बहुत ही अच्छे दार्शनिक और सलाहकार होते है। ऐसे जातक हमेशा ही ऐसा काम करते है। जिससे की सामने वाला आश्चर्यचकित हो जाए। ये सामान्यतः शांत दिखते है कि इनका गुस्सा किसी भी समय भयानक रुप ले सकता है। ऐसे लोग न्याय प्रिय होते है और न्याय की बात ही करते है। धनु लग्न के लोग एक अच्छे खोजकर्ता भी होते है और हर समय ये बेहतर की तलाश में रहते है।