बात करते हैं चंद्रग्रहण की तो चंद्रग्रहण तुला राशि साथ ही स्वाती नक्षत्र में लग रहा है। इस ग्रहण के परिणाम स्वरूप देश विदेश में क्या प्रभाव होंगे इसे भी हम समझ चुके हैं परन्तु गोचर मे सूर्य अभी जो अश्विनी नक्षत्र में थे यह नक्षत्र परिवर्तन करके कृतिका नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं और चन्द्रमा भी जो अश्विनी नक्षत्र में थे वह भी गोचर करते हुए ग्रहण के समय यह स्वाती नक्षत्र में पहुँचेंगे क्योंकि यह राहु का नक्षत्र होता है और पृथ्वी पर उसकी जो परछाई होगी उसे उपच्छाया चन्द्रग्रहण कहेंगे तो 5 मई को लगने वाले इस चन्द्र ग्रहण का प्रभाव मेष से मीन लग्न वाले जातकों पर कैसा पड़ेगा इसके बारे में हमारे योग्य ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी के द्वारा किये गये विश्लेषणों द्वारा समझते हैं।
मेष लग्न
मेष लग्न में चन्द्रग्रहण के प्रभाव की बात करें तो यह ग्रहण चूँकि तुला लग्न में पड़ रहा है यह आपके लग्न से सातवां घर होता है तो इस समय जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद होने की संभावना हो सकती है साथ ही इस समय मै सही हूँ बाकी सब गलत है ऐसी स्थिति भी देखने को मिल सकती है। तो ऐसे में ज्यादा क्रोधी होने और किसी चिज के लिए जिद करने से बचें अन्यथा आपके द्वारा की गई जिद आपके दैनिक रोजगार के क्षेत्र में परेशानी खड़ी कर सकता है।
वृषभ लग्न
वृषभ लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो यह जो ग्रहण पड़ रहा है आपके लग्न के सापेक्ष में छठवें भाव में पड़ रहा है जो की आपके लिए बहुत अच्छा है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को सफलता मिलेगी। आपके शत्रुओं को मानसिक रोग की स्थिति उत्पन्न हो सकती है आपके शत्रु आपको इस ग्रहण के दौरान चाहे वह सूर्यग्रहण हो या चन्द्रग्रहण जितना परेशान किये थे उनके लिए परेशानी बढ़ेगी। न्यायिक क्षेत्रों से जुड़े हुए लोगों को अत्यधिक सफलता मिलेगी।
मिथुन लग्न
मिथुन लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो यह जो ग्रहण पड़ रहा है आपके लग्न के सापेक्ष पंचम भाव में पड़ रहा है तो पंचम भाव में चंद्रमा का बैठना साथ ही चंद्रमा का नीच अभिलाषी होना, ग्रसित रहना इसके कारण जातक को गले में किसी प्रकार का विकार होना साथ ही परिवार में किसी प्रकार का वाद-विवाद होने की संभावना हो सकती है। इस दौरान जातक को वायरल बुखार और संक्रमण होने की संभावना हो सकती है।
कर्क लग्न
कर्क लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो यह जो ग्रहण पड़ रहा है आपके लग्न के सापेक्ष में सुख स्थान पर पड़ रहा है और आपका लग्नेश ही ग्रसित हो रहा है तो काम को लेकर, माता को लेकर कुछ न कुछ परेशानियाँ लगी रहेंगी। मानसिक तनाव ज्यादा देखने को मिलेगा साथ ही सम्पत्ति से सम्बन्धित किसी भी काम को इस समय नहीं करना चाहिए। शुक्र या चंद्रमा का बीज मंत्र करना आपके लिए अच्छा रहेगा साथ ही ओम नमः शिवाय का जाप भी कर सकते हैं।
सिंह लग्न
सिंह लग्न में चन्द्रग्रहण के प्रभाव की बात करें तो यह जो ग्रहण पड़ रहा है एक तो द्वादश के मालिक चन्द्रमा होते हैं और ग्रहण कुण्डली के तृतीय भाव में हो रहा है ऐसे में छोटे भाई-बहनों को लेकर परेशानी हो सकती है साथ ही विदेशों से कोई बुरी खबर आना या फिर दूर संचार माध्यमों से कोई चिंता वाली बात अकस्मात सामने आना है ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसी परिस्थिति में आपको सफेद रंग की वस्तुओं का दान करना चाहिए।
कन्या लग्न
कन्या लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो यह जो ग्रहण लगने वाला है। वह आपके लग्न के सापेक्ष द्वितीय भाव में लगेगा जिसके कारण परिवार में वाद-विवाद होने की संभावना बढ़ सकती है, गलेे में किसी तरह का विकार हो सकता है। इस समय वाहन चलाते समय आपको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
तुला लग्न
तुला लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो यह जो ग्रहण लगने वाला है यह आपके लग्न और आपकी राशि पर ही पड़ रहा है। साथ ही स्वाती नक्षत्र जो इसके अन्दर आता है तो ऐसे में इस नक्षत्र के जातकों को भी बहुत सी परेशानियाँ झेलनी पड़ सकती हैं। माता को लेकर स्वास्थ्य सम्बन्धित परेशानी हो सकती है। जिनको रक्तचाप है उनकी रक्तचाप की बीमारी बढ़ सकती हैं। जो लोग किडनी से परेशान हैं या डायलिसिस पर हैं उनको स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्याएं कुछ ज्यादा ही देखने को मिल सकती हैं।
वृश्चिक लग्न
वृश्चिक लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो चंद्रमा आपके नवम भाव और, पिता का मालिक होता है आपकी कुण्डली में यह जो ग्रहण पड़ रहा है वह आपके लग्न के सापेक्ष में द्वादश भाव में पड़ रहा है ऐसे में विदेशों से कोई भी काम नहीं बन पायेगा। अकस्मात यात्रा हो सकती है परन्तु यात्रा करने से सफल परिणाम आपको नही मिल पायेंगे। धार्मिक क्षेत्रों में कुछ रुकावटें देखने को मिल सकती हैं। पिता के स्वास्थ्य में अकस्मात कुछ गिरावट आ सकती है।
धनु लग्न
धनु लग्न मे चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो चंद्रमा यहाँ अष्टम के मालिक रहेंगे लेकिन गोचर में इनका दोष नहीं लगता है। यह जो ग्रहण लग रहा है आपकी कुण्डली के इनकम में लगेगा, बड़े भाई-बहनों के साथ वाद-विवाद हो जाना, शरीर के बायें हिस्से या बाये हाथ में अकस्मात दर्द बढ़ जाना ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा बड़ी बहन को कष्ट होने की संभावना ज्यादा रहेगी।
मकर लग्न
मकर लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो चंद्रमा यहाँ सप्तमेश होते हैं और मारक माने जाते हैं। यहाँ जो ग्रहण लग रहा है आपकी कुण्डली के दशम भाव में लग रहा है ऐसी स्थिति में कार्य-व्यवसाय को लेकर उथल-पुथल हो सकता है। स्थान परिवर्तन, होने की नौबत भी आ सकती है। इस समय आपको शनि का बीज मंत्र करना चाहिए साथ ही ग्रहण के दौरान सफेद वस्तुओं का दान करना ज्यादा लाभदायक होगा।
कुंभ लग्न
कुंभ लग्न में चन्द्र ग्रहण के प्रभाव की बात करे तो कुंभ लग्न में षष्ठेश जो चंद्रमा होते है वह आपको मिश्रित परिणाम देंगे। यह जो ग्रहण लग रहा है उसके परिणामस्वरुप दैनिक रोजगार के क्षेत्र में लाभ मिलेगा लेकिन दूर की यात्रा से आपको बचना चाहिए। संतान को लेकर किसी तरह की परेशानी हो सकती है। ऑनलाइन और ऑफलाइन धोखाधड़ी हो सकता है। इसलिए किसी भी काम को करने से पहले ध्यानपूर्वक सोच समझ लें ।
मीन लग्न
मीन लग्न में चंद्र ग्रहण के प्रभाव की बात करें तो चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा के प्रभाव से संतान से लाभ मिलेगा। सम्पत्ति में अच्छा निवेश कर सकते हैं। माता के स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है हड्डियों में दर्द बढ़ सकता है परन्तु भाग्य का साथ मिलेगा। ग्रहण के बाद किसी भी तरीके से हरे रंग के वस्त्रों का दान करना आपके लिए लाभदायक रहेगा।