तुलसी की पत्ती तोड़ते समय करें इन पवित्र मंत्रों का जाप नही लगेगा कोई दोष

शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पौधे को सनातन धर्म में सबसे ज्यादा शुद्ध और पवित्र पौधा माना जाता है। हर घर में पूजा-पाठ तथा  कई मांगलिक कार्यों में तुलसी की पत्ती अवश्य चढ़ायी जाती है। मान्यता के अनुसार तुलसी जी की पत्ती के बिना  भगवान विष्णु जी की पूजा अधूरी मानी जाती है। वर्तमान समय में तो लगभग सभी के घर में तुलसी का पौधा अवश्य मिल जाता है। वास्तव में तुलसी का पौधा इतना पवित्र होता है कि इसका प्रयोग ईश्वर की पूजा से लेकर घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए भी किया जाता है। अतः ज्योतिषशास्त्र के अनुसार तुलसी के पत्ते को तोड़ने तथा उनकी पूजा के लिए कुछ मंत्रों का प्रयोग अवश्य कर लेना चाहिए यदि आपने इन दिये हुए मंत्रों का उपयोग किये बिना ही तुलसी की पत्ती तोड़ लिया तो ऐसे में आपके जीवन से आर्थिक सम्पन्नता हमेशा के लिए दूर चली जाती है। इसलिए तुलसी की पत्ती को तोड़ने से पहले अपना मन शुद्ध कर लेना चाहिए। यह पत्ता किसी विशेष दिनों में तोड़ना अनुकूल तथा फलदायी माना जाता है।

तुलसी के पत्ते को तोड़ते समय करें इन मंत्रों का जाप

बात करें तुलसी के पत्तों कि तो किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों तथा पूजा-पाठ विशेष रुप से विष्णु जी की पूजा में तुलसी के पत्ते को अवश्य शामिल किया जाता है ऐसे में हमें तुलसी के पत्तों को तोड़ते समय कुछ विशेष मंत्रों का उच्चारण करना अति आवश्यक होता है। मान्यता के अनुसार मंत्रों का जाप करने के बाद तुलसी की पत्ती तोड़ने से यदि कोई दोष हो या आपसे कोई गलती हो गई हो तो वह स्वतः ही समाप्त हो जाती है।

मंत्र

ओम सुप्रभाय नमः
ओम सुभद्राय नमः

मातस्मुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी।
नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते।।

तुलसी के पौधे को जल चढ़ाते वक्त इस मंत्र का जाप करें

हिन्दू धर्म में तुलसी को जल देना बेहद ही शुभ माना जाता है।मान्यता के अनुसार नियमित रुप से तुलसी के पौधे को जल देने से घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है जिससे जातक को अपने जीवन में कभी भी धन और वैभव की कमी नही होती है। इसलिए तुलसी माँ को जल चढ़ाने से पहले दिये गये मंत्रों का जाप अवश्य कर लेना चाहिए इससे माँ तुलसी बहुत प्रसन्न होती हैं।

मंत्र

महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

तुलसी के पूजन के बाद इस मंत्र का जाप करें

माँ तुलसी की पूजा-अर्चना, विधि-विधान से कर लेने के बाद इस मंत्र का जाप करने से जातक को इसके विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। इसलिए पूजन समाप्त होने के बाद इन मंत्रों का जाप अवश्य करें।

मंत्र

तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धम्र्या धर्मानना देवी देवीदेवमनः प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मीः पद्मिनी श्रीहरिप्रिया।।

 

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