जिस प्रकार ज्योतिष शास्त्र में सात ग्रहों और 2 छाया ग्रहों को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया गया है उसी प्रकार वास्तु शास्त्र में दिशाओं का महत्व है क्योंकि यदि सही दिशा में दुकान, घर न बना हो तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लगातार परिश्रमों के बावजूद भी व्यापार में उन्नति नहीं होती है ऐसे में सही दिशा का चुनाव करना अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। तो आज हम ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी द्वारा जानेंगे कि दुकान और व्यापार के लिए सही दिशा क्या ?
किसी भी जातक के लिए दुकान का वास्तु शास्त्र अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसलिए सभी को दुकान बनाते या खरीदते समय दिशा (Direction) का ज्ञान अवश्य होना चाहिए। वास्तु दोष के कारण ही धनहानि की समस्या आरम्भ हो जाती है और सही दिशा में बना दुकान सुख-समृद्धि का माध्यम बन जाता है। वहीं जातक के जीवन में नकारात्मकता बनी रहती है और प्रत्येक क्षेत्र में असफलता मिलती है।
दुकान शास्त्रः- होने लगती हैं। घर की सुख-शांति समाप्त होनी लगती है। जातक पूरी तरह से स्वयं को बर्बाद महसूस करता है।
दुकान का वास्तुशास्त्र एवं दिशा
यदि आपकी दुकान की दिशा पूर्व मुखी है, तो आप हमेशा समयानुसार दुकान खोलनी चाहिए इससे आपके समानों की बिक्री शीघ्र होगी साथ ही आपको अच्छा लाभ मिलेगा।
यदि आपका दुकान ईशान दिशा में हो, तो दुकान के मुख्य द्वार पर वजन नही रखना चाहिए।
यदि आपका दुकान पश्चिमी मुखी है तो आपको इस बात का पूर्ण ध्यान रखना चाहिए कि जो जातक दुकान खोलता है वही जातक दुकान भी बंद करें साथ ही दुकान सड़क से थोड़ी ऊँची होनी चाहिए।
इसी के साथ सड़क के समान गड्ढे हैं तो उसे भर दें आपकी दुकान के सामने की सड़क या गली साफ-सुथरी होनी चाहिए। इसके अलावा दुकान का शटर या दरवाजे का रंग सफेद होना चाहिए और अंदर भी अधिकतम रंग सफेद ही होना चाहिए।
यदि आपके दुकान का मुुख पूर्व की ओर हो तो दुकान अत्यधिक लाभदायक रहेगी।
दुकान का आकार
यदि दुकान का आकार सामने से बड़ा और पीछे से छोटा होता है तो यह अच्छा नहीं माना जाता है या सामने से छोटी और पीछे से बड़ी हो तो भी वास्तु शास्त्र के अनुसार यह अशुभ माना जाता है।
दुकान का आकार वर्गाकार अथवा आयताकार होना चाहिए इससे दुकानों की कमाई में लाभ होता है।
वास्तुशास्त्र द्वारा दुकान का रंग
यदि आपका दुकान ईशान कोण में हो तो आपको हल्का नीला एवं हरे रंग का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा सामन्य रंगों का उपयोग भी कर सकते हैं।
यदि आपकी दुकान उत्तर पश्चिम में हो तो आप सिल्वर, सफेद, मैटेलिक लाइट शेड्स का उपयोग कर सकते हैं।
दुकान दक्षिणः- पूर्व दिशा में हो तो लाल, पिंक, नारंगी, वाॅयलेट रंग का उपयोग करें।
ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के लिए वास्तु शास्त्र उपाय
आपका काउंटर उत्तर पूर्व दिशा में और माता लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा होनी चाहिए। इसके साथ ही दुकान की दीवार पर शुभ लाभ और स्वास्तिक का प्रतीक अवश्य बनायें। दुकान का कैश काउंटर उत्तर दिशा की तरफ रखें और कभी भी उसे खाली न रखें । दुकान में कमाई में वृद्धि करने के लिए आपको साफ-सफाई सदैव रखनी चाहिए। इसके अलाबा दुकान में प्रतिदिन इष्टदेव या देवी देवताओं को आप पूजते हैं या मानते हैं उनका आपको सुबह-शाम अवश्य करना चाहिए।
दुकान के लिए वास्तु नियम
वास्तु नियम के अनुसार अपनी दुकान का कचरा कभी भी दूसरी दुकान के सामने नहीं डालना चाहिए। ऐसा करने से स्वयं की दुकान में बरकत होती है। दुकान में बैठे हैं तब आपका मुंब सदैव उत्तर की ओर होना चाहिए और आप पूर्व की ओर बैठे होने चाहिए।
इसके साथ ही दुकान के पास के चैराहे पर कचरा कभी भी न डालें। ऐसा करने से उसी जगह की सभी दुकानों की कमाई पर अधिक प्रभावित करता है।