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किस माह में जन्में जातक के लिए शुभ है नीला टोपाज

किस माह में जन्में जातक के लिए शुभ है नीला टोपाज

किस माह में जन्में जातक के लिए शुभ है नीला टोपाज

ब्लू टोपाज यानि नीला पुखराज की बात करें तो कई अन्य रत्नों की श्रेणी में यह पुखराज के श्रेणी का ही रत्न माना जाता है। पुखराज रत्न में नीला पुखराज का एक अलग ही महत्व होता है। नीला पुखराज का संबंध शनि ग्रह से माना जाता है। वहीं कुछ योग्य ज्योतिष इस रत्न का संबंध गुरु ग्रह से भी मानते हैं। यह रत्न शांति और प्रेम का प्रतीक होते हैं। एक शुद्ध पुखराज रंगहीन यानि सफेद होता है परन्तु जब कई तरह की रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं तो यह कई अलग-अलग रंगों का हो सकता है। अतः इन्हीं रंगों में से एक रंग आसमानी नीला भी होता है जब जमीन के अन्दर अत्यधिक दबाव और गर्मी होती हैं तो यही सफेद रंग का शुद्ध पुखराज आसमानी रंग का हो जाता है। शनि ग्रह का मुख्य रत्न देखा जाए तो नीलम ही माना जाता है परन्तु बाजार में नीलम बहुत ही ज्यादा महंगा मिलता हैं इसलिए जिन लोगों का बजट कम हो वह नीला पुखराज भी धारण कर सकते हैं। यह नीलम के बराबर ही अपना प्रभाव देने की क्षमता रखता है।

ब्लू टोपाज से जातक को मिलने वाले ज्योतिषीय लाभ

☸ ब्लू टोपाज धारण करने वाले जातक को इससे मिलने वाले लाभ की बात करें तो यह रत्न शांति का प्रतीक माना जाता है। जो जातक बहुत ज्यादा क्रोधित होते हैं यह रत्न धारण करने से उनका क्रोध नियन्त्रण में रहता है यह रत्न उनके गुस्से को शांत करने में उनकी मदद करता है इसके अलावा इस रत्न को धारण कर लेने से जातक की शारीरिक थकावट पूरी तरह से दूर हो जाती है जिसके कारण उन्हें बहुत अच्छी नींद आती है।

☸ वैवाहिक जीवन तथा प्रेम जीवन जी रहे जातकों के लिए यह रत्न सबसे ज्यादा प्रभावी माना जाता है। यदि आपके रिश्तों में अनबन हो रही है या प्रेम जीवन में मनमुटाव की स्थिति चल रही है तो यह रत्न धारण करने से आपके वैवाहिक जीवन में प्रेम और मिठास बढेगी साथ ही आपका रिश्ता पहले की अपेक्षा एकदम अटूट होता जायेगा ।

☸ यदि जातक के प्रेम या दाम्पत्य जीवन में प्रतिदिन किसी न किसी बात को लेकर वाद-विवाद चल रहा है तो आपको अवश्य ही ब्लू टोपाज धारण करना चाहिए ऐसा करने से आपके जीवन में चल रहे सभी वाद-विवाद समाप्त हो जायेंगे और आपका जीवन पहले से ज्यादा सुखी व्यतीत होगा।

☸ यदि कोई जातक आध्यात्म से लम्बे समय से जुड़े हुए हैं तो यह रत्न धारण करने से आध्यात्मिकता से जुड़े हुए लोगों में एकाग्रता बढ़ाता है साथ ही उन जातकों की साधना सफल करने में भी यह रत्न उनकी मदद करता है।

☸ यदि किसी गर्भवती महिलाओं के संतान के जन्म होने में समस्या होती है या फिर किसी स्त्री जातक को संतान ही नहीं हो रहा है तो ऐसी स्थिति में इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए महिलाओं को ब्लू टोपाज रत्न अवश्य धारण करना चाहिए इससे सभी समस्याएं दूर होने के साथ-साथ उन्हें एक सुंदर संतान की भी प्राप्ति होती है।

☸ यदि कोई जातक गले में किसी प्रकार के दर्द, या फिर किसी रोग से परेशान है तो ऐसे जातक को गले में लाॅकेट के रूप में नीला टोपाज अवश्य धारण करना चाहिए, इसके अलावा यदि जातक थायराॅयड की समस्या से भी परेशान है तो यह रत्न थायरायड ग्रंथि को संतुलित करने में भी मदद करता है।

☸ शांति का प्रतीक होने के कारण इसे गले में लाॅकेट के रूप में अपने जीवन को शांत रखने के लिए जातक धारण कर सकते हैं। यह रत्न धारण करने वाले जातक आंतरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ रहते हैं।

☸ यदि कोई जातक ब्लू टोपाज रत्न धारण करता है तो धारण करने वाले जातक की आकर्षण शक्ति अत्यधिक तीव्र हो जाती है यह व्यक्ति किसी भी महिला को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल होता है इसके अलावा इस रत्न को धारण करने से जातक की समाज में छवि बढ़ जाती है और मान-सम्मान में वृद्धि होती है।

☸ यदि कोई जातक मानसिक रूप से पूरी तरह से कमजोर है या अन्य किसी मानसिक परेशानियों से घिरा हुआ है तो ऐसे जातक को यह रत्न धारण करने से अत्यधिक लाभ की प्राप्ति होती है।

☸ यदि कोई जातक कला, कलाकार, अभिनेता, गीत और संगीत क्षेत्र से जुड़े हुए है तो नीला टोपाज धारण करने से आप इस क्षेत्र में अत्यधिक उन्नति प्राप्त करेंगे।

☸ नीला पुखराज बृहस्पति ग्रह से जुड़े होने के कारण इस रत्न को धारण करने वाले जातक के जीवन में धन के स्त्रोतों में वृद्धि होती है साथ ही आर्थिक उन्नति में जातक को सफलता प्राप्त होती है।

☸ नीला पुखराज का सम्बन्ध शनि ग्रह से भी होने के कारण यह रत्न धारण करने वाले जातक को उद्योग, लोहा, परिवहन, कोयला, टायर तथा तेल के व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों को इस क्षेत्र में अत्यधिक उन्नति होती है।

☸ विद्यार्थी जातकों की बात करें तो जो जातक इंजीनियरिंग के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। उनके लिए ब्लू टोपाज धारण करना अत्यधिक फायदेमंद होता है। इस रत्न को धारण करने से इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अत्यधिक सफलता मिलती है।

कौन से जातक धारण कर सकते हैं नीला पुखराज

ब्लू टोपाज को एक शांति और शुभ पुखराज के रत्नों की श्रेणी में गिना जाता है इसलिए कोई भी व्यक्ति ज्योतिषीय सलाह से इस रत्न को धारण कर सकते हैं। इसके अलावा जो जातक अपने जीवन में जीवन भर सुख शांति पाना चाहते हैं, अपने व्यापार क्षेत्र में धन और समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते हैं, किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाओं को अपने पास आने नही देना चाहते है साथ ही यदि आप अपने जीवन में एक सफल व्यक्ति बनना चाहते हैं तो ऐसे जातक नीला पुखराज धारण कर सकते हैं।

इसके अलावा जो जातक वृष, तुला, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि के जातक हैं उन्हें योग्य ज्योतिष की सलाह से ही ब्लू टोपाज रत्न धारण करना चाहिए।

किस माह में जन्में जातक के लिए शुभ है नीला टोपाज

नीला पुखराज रत्न की बात करें तो यह रत्न विशेष रूप से दिसम्बर माह में जन्में जातकों के लिए अत्यधिक शुभ और भाग्यशाली माना जाता है। इस माह में जन्मे जातकों के यह रत्न धारण करने से मान- पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है यह व्यक्ति अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है साथ ही आपका स्वास्थ्य भी लम्बे समय तक इस रत्न के प्रभाव से उत्तम रहेगा। शिक्षा के क्षेत्र में आपको उत्तम परिणाम मिलेंगे इसके अलावा ज्ञान, और सतबुद्धि दिन प्रतिदिन बढ़ती रहेगी।

प्राचीन और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार यह रत्न धारण करने वाले जातक पर बहुत ही चमत्कारी और प्रभावशाली प्रभाव डालता है। प्राचीन समय के लोग इस नीला पुखराज रत्न को अपने घर के मुख्य द्वार पर लगाते थे, उनका यह मानना था की घर के द्वार पर यह रत्न लगाने से बाहर की नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नही करेंगी।

यदि किसी जातक की जन्म कुण्डली में शनि ग्रह केन्द्र के स्वामी है साथ ही कुण्डली में शनि उच्च स्थिति में स्थित है तो ऐसे जातक को अवश्य रुप से नीला पुखराज धारण करना चाहिए परन्तु जातक की कुण्डली में स्थित वे राशियाँ जिनकी शत्रुता शनिदेव से हैं उन्हें भूलकर भी नीला पुखराज नही धारण करना चाहिए। इसके अलावा कुण्डली में स्थित शनि देव यदि पंचम, नवम और दशम भाव में उच्च के होकर शुभ स्थिति में हो तो ऐसे जातक अवश्य रूप से नीला पुखराज धारण कर सकते हैं।

शनि की स्थिति में नीला पुखराज धारण करने के लाभ

आपको बता दें शनि ग्रह का सम्बन्ध नीला पुखराज (ब्लू टोपाज) से होता ही होता है इस कारण से यह रत्न धारण करने वाले जातक में सोचने समझने की क्षमता का दिन प्रतिदिन विकास होता है।

यदि किसी जातक की कुण्डली में शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढ़ैय्या का प्रभाव पड़ रहा है तो ऐसी स्थिति में जातक को अवश्य रूप से ब्लू टोपाज धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से जातक को व्यापार में अच्छी सफलता मिलती है। यदि कोई स्त्री या पुरुष जातक डिप्रेशन का शिकार है तो उन्हें अवश्य ही नीला पुखराज धारण करना चाहिए। यह रत्न धारण करने से रात को लगने वाले भय और घबराहट से जातक को राहत मिलती हैं। वहीं अगर शनि ग्रह आपकी कुण्डली में अशुभ स्थिति में हो तो ऐसे जातक को नीला पुखराज नही धारण करना चाहिए।

नीला पुखराज को किस उंगली में धारण करें

जब कभी हम किसी भी रत्नों को ज्योतिषीय सलाह से धारण करते हैं तो धारण करने से पहले यह अवश्य जान लेना चाहिए कि रत्न को किस उंगली में धारण करें। यदि आप इस रत्न को धारण करके बृहस्पति ग्रह के शुभ प्रभावों को प्राप्त करना चाहते हैं तो नीला पुखराज रत्न को बृहस्पति की उंगली यानि तर्जनी उंगली में धारण करना चाहिए। इस उंगली में धारण करने से इस रत्न के सबसे लाभकारी परिणाम हासिल होंगे।

इसके अलावा यदि आप शनि ग्रह के शुभ प्रभाव को यह रत्न धारण करके प्राप्त करना चाहते हैं तो नीला पुखराज रत्न को अपने हाथ की मध्यमा उंगली में धारण करना अत्यधिक लाभदायक माना जाता है।

नीला पुखराज धारण करने की विधि

☸ नीला पुखराज धारण करने के लिए स्नानादि से निवृत्त होकर साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर कम से कम सवा 8 से सवा 11 रत्ती का ज्योतिषीय सलाह से रत्न मंगवाकर इसे चांदी या पंचधातु में बनवाकर शनिवार के दिन शाम को शुभ मुहूर्त में दूध और गंगाजल से शुद्ध करके, विधिपूर्वक पूजा करने के बाद शनिदेव के बीज मंत्र ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का 108 बार जाप करके अपने हाथ की मध्यमा ऊँगली में धारण करें।

☸ ठीक इसी प्रकार से बृहस्पति ग्रह की कृपा प्राप्त करने के लिए नीला पुखराज को अपनी सुविधानुसार चांदी की अंगूठी या लाॅकेट में बनवाकर, गुरुवार को सूर्योदय के बाद साफ-सुथरे होकर शुभ मुहूर्त में रत्न को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करके घर के पूजा स्थल में भगवान के चरणों में रख दें।

☸ उसके बाद धूप, दीप और तिलक लगाकर अपने इष्टदेव और नीला पुखराज की पूजा अर्चना करें साथ ही अपनी मनोकामनाओं के पूर्ति की प्रार्थना करके गुरु ग्रह के बीज मंत्र ओम ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुबे नमः का 108 बार जाप करके अपने हाथ की तर्जनी उंगली में धारण करें।

रत्न कहाँ से लें

वैसे तो आपको कई तरह के रत्न हर जगह आसानी से मिल जायेंगे परन्तु यह बिल्कुल ही जरुरी नहीं है कि आपको हमेशा उत्तम और उच्च गुणवत्ता वाला रत्न पूरी प्रमाणिकता और प्रमाणपत्र के साथ ही मिले। ऐसे में यदि आप प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता का नीला पुखराज बिना किसी मन में आई दुविधा के शत प्रतिशत विश्वास के साथ लेना चाहते हैं तो Kundaliexpert से प्राप्त कर सकते हैं। आप इस रत्न को नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करके ऑनलाइन भी आर्डर कर सकते हैं। [WD_Button id=6879]

विशेष:- यह रत्नों की सामान्य जानकारी है। अतः आप कोई भी रत्न बिना किसी ज्योतिषी सलाह के न पहनें अन्यथा बुरे परिणाम मिल सकते हैं।

 

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