शनि जयंती पर हो रहा है अतिशुभ योगों का निर्माण

हिन्दू पंचाग के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जायेगी। जो अत्यन्त शुभ योग शोभन योग में मनाया जायेगा। आज के दिन शनिदेव की आराधना करने से सभी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी तथा शनिदेव की कृपा बनी रहेगी।

वैदिक ज्योतिष शास्त्रों में कहा गया है कि शनिदेव कर्मों के अनुसार परिणाम देते हैं तथा यह एक न्याय प्रिय ग्रह हैं। शनि जयंती 19 मई दिन शुक्रवार को मनाई जायेगी तो आइये हम प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी द्वारा जाने इस पवित्र तिथि पर किस योग का निर्माण हो रहा है:-

शनि जयंती के तीन अद्भुत संयोग

शनि जयंती का सबसे अद्भुत संयोग यह है कि यह शोभन योग में मनाई जायेगी इसके साथ ही शनिदेव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में होने के कारण शश योग का निर्माण भी करेंगे और मेष राशि में चन्द्रमा और गुरु की युति हो रही है। जिसके फलतः गजकेसरी योग का निर्माण हुआ जो अत्यन्त लाभदायक योग माना जाता है। शनि जयंती पर भरणी एवं कृतिका नक्षत्र रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए उत्तम नक्षत्र माना जाता है। ऐसे में जातकों को शनि पूजा से विशेष लाभ मिलेगा।

शनि जयंती पर हो रहा है अतिशुभ योगों का निर्माण 1

शनिदेव की आराधना करते समय रखें इन बातों का ध्यान

☸ शनि जयंती के दिन शनि देव का प्रभाव अधिक रहेगा ऐसे में आपको कोई भी ऐसा काम नही करना चाहिए जिससे शनिदेव क्रोध में आ जायें।
☸ शनि जयंती के दिन एक कटोरी में तेल रखकर उसमें अपनी परछाई देंखे और उस तेल का दान कर दें इससे आपको विशेष लाभ मिलेगा।
☸ शनि जयंती के दिन किसी भी प्रकार के वाद-विवाद से दूर रहें तथा किसी प्रकार झूठ ने बोलें क्योंकि ऐसा करने से शनिदेव क्रोधित होते हैं। नकारात्मक विचारों को अपने पर हावी न होने दें।
☸ शनि जयंती के शुभ अवसर पर आपको लोहे से सम्बन्धित वस्तुओं को नहीं खरीदना चाहिए।
☸ आज के दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे शनि देव रुष्ट होते हैं।

नोटः- प्रस्तुत लेख एक सामान्य जानकारी हैं आपको कोई भी उपाय ज्योतिषीय सलाह से ही करनी चाहिए।

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