भगवान शिव सदैव अपने भक्तों पर कृपा बनाये रखते हैं लेकिन शिव जी को खुश करने के लिए सबसे अच्छा समय होता है सावन को महीना। कहा जाता है कि इस माह में भगवान शिव अपने भक्तों के बीच पृथ्वी पर होते हैं और इसलिए भक्तों की पुकार जल्दी सुनते हैं। यही वजह है कि शिव भक्त सबसे ज्यादा सावन में ही कावर यात्रा पर जाते है और सावन में शिव भक्ति में डूबे रहते हैं। कहा जाता है कि देवी पार्वती ने भी सावन में ही शिव जी प्रसन्न करने के लिए तप किया था इसलिए शिव को अपने पति के रुप में पाया था।
रखें निम्न बातों का ध्यान
☸सावन के महीने में सूर्योदय से पहले उठकर भगवान शिव का ध्यान करें और नियमित शिवलिंग का जल से अभिषेक करें पुराणों के अनुसार सावन में किया गया जलाभिषेक अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक फलदायी होता है।
☸ सावन के प्रत्येक सोमवार को व्रत करें अगर आप निर्जल व्रत नही रख सकते तो फलाहार के साथ व्रत रखा जा सकता है।
☸ शिव पुराण का पाठ करें इस पुराण में बताया गया है कि सावन में इसका पाठ और श्रवण मुक्तिदायी होता है।
☸ भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करें।
☸ तांबे का नाग भगवान शिव को अर्पित करें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इससे कालसर्प, सर्प योग और राहु-केतु के अशुभ प्रभाव में कमी आती है।