सूर्यः- यदि किसी जातक की कुण्डली मे सूर्य सातवें या आठवें भाव में उपस्थित हो तो जातकों को तांबे का दान नही करना चाहिए क्योकि इससे आपके धन एवं मान सम्मान दोनों मे कमी होती है।
चन्द्रमाः- यदि कुण्डली मे चन्द्रमा कमजोर हो तो मोती पहनने की सलाह दी जाती है लेकिन चन्द्रमा नीच का हो तो कभी भी मोती नही धारण करना चाहिए। क्योकि इसके दुष्प्रभाव से कुछ समय बाद ही व्यक्ति मानसिक परेशानियों से पीड़ित होने के साथ-साथ अवसाद की स्थिति तक पहुँच जाता है तथा कुष्ठ रोग का शिकार हो जाता है। इसलिए बिना ज्योतिषीय परामर्श के मोती धारण न करें।
बृहस्पति से जुड़ा उपाय
यदि किसी जातक की कुण्डली मे बृहस्पति चतुर्थ या दसवे भाव मे उपस्थित हो तो ऐसे जातक को कभी भी मन्दिर के लिए दान नही देना चाहिए यदि किसी जातक की कुण्डली मे बृहस्पति चैथे या दसवे भाव मे उपस्थित हो तो ऐसे जातक को कभी भी मन्दिर के लिए दान नही देना चाहिए यह बहुत अशुभ माना जाता है।
दान और ग्रह सदैव नही होता शुभ
ज्योतिष शास्त्र मे कई परेशानियों को दूर करने के लिए दान का उपाय बताया जाता है परन्तु हर समय दान शुभ फल नही देता है। क्योकि कभी भी उच्च ग्रहों से सम्बन्धित दान नही करना चाहिए। अर्थात यदि आपकी कुण्डली मे कोई ग्रह उच्च का हो तो उससे सम्बन्धित वस्तुओं दान नही करना चाहिए।
काटेदार पौधे न लगाये
यदि किसी जातक की कुण्डली मे शनि कमजोर हो तो उसे अपने घर पर कैकटस जैसे काटेदार पौधे नही लगाने चाहिए। क्योंकि इससे अशुभ शनि को बल मिलता है तथा वास्तु शास्त्र मे भी काटेदार पौधो को घर मे लगाना अशुभ माना जाता है।
रंग और ग्रह से सम्बन्धित उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुण्डली मे जो ग्रह अशुभ हो उनसे सम्बन्धित रंग का वस्त्र नही पहनना चाहिए। कुण्डली मे जो ग्रह शुभ अवस्था मे हो उनके रंग का वस्त्र पहनना अच्छा माना जाता है। इसलिए दिन के हिसाब से प्रत्येक व्यक्ति को वस्त्र के रंगो का चुनाव हमेशा लाभ नही देता है।
मनी प्लांट और बुध ग्रह से जुड़ा उपाय
आमतौर पर वास्तु शास्त्र के अनुसार मनी प्लांट लगाना शुभ होता है परन्तु यदि किसी जातक की कुण्डली मे बुध अशुभ हो तो मनी प्लांट का पौधा नही लगाना चाहिए।
पुखराज के उपाय
ज्योतिष शास्त्रो के अनुसार पुखराज पहनने से जातकों के सौभाग्य मे तरक्की होती है और विवाह मे आ रही परेशानियाँ दूर होती है। परन्तु यदि कुण्डली मे बृहस्पति अशुभ हो तो जातकों इसका अशुभ मिलता है। इसलिए बृहस्पति की स्थिति अवश्य जान लें।