हिन्दू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व माना जाता है। प्रत्येक माह में एक बार जन्माष्टमी अवश्य रूप से मनाई जाती है। हिन्दू धर्म के पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह में पड़ने वाली मासिक कृष्ण जन्माष्टमी कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप लड्डू गोपाल पूजा-अर्चना करने से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है और जीवन में सुख-शांति मिलती है। प्रत्येक माह में कृष्ण जन्माष्टमी धूम धाम से मनायी जाती है। इस दिन पूरे विधि-विधान से किये गये पूजा-पाठ से भगवान श्री कृष्ण के सभी भक्तों के सारे दुख दूर हो जाते हैं।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पूजा विधि
☸ सबसे पहले ब्रह्म बेला में उठकर अपने पूरे घर की अच्छे से साफ-सफाई करें।
☸ इसके पश्चात दैनिक जीवन में होने वाले कर्मों से निवृत्त होकर पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।
☸ स्वच्छ वस्त्र धारण करने के बाद सर्वप्रथम सूर्यदेव को जल अर्पित करें।
☸ उसके बाद अपनी हथेली में थोड़ा जल लेकर आचमन करें।
☸ एक साफ-सुथरे चौकी पर भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
☸ इसके पश्चात भगवान श्री कृष्ण की पूजा फल, फूल, धूप, दीप, कुमकुम, तुलसी का दल, तिल, जौ, अक्षत, हल्दी और चंदन से विधिपूर्वक करें।
☸ पूजा समाप्त हो जाने के बाद अंत में आरती और अर्चना करके भगवान से सुख-समृद्धि, शांति और भक्ति की कामना करें।
☸ प्रभु श्री कृष्ण की कृपा दृष्टि से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
☸ कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण का अच्छी तरह से श्रृंगार करके उनको दर्पण दिखाने से भगवान श्री कृष्ण जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी 03 जनवरी 2024 को बुधवार के दिन मनाया जायेगा।
कृष्ण अष्टमी प्रारम्भः- 03 जनवरी रात्रि 07ः48 मिनट से
कृष्ण अष्टमी समाप्तः- 04 जनवरी रात्रि 10ः04 मिनट तक।
पूजा मुहूर्तः- रात्रि 11ः58 मिनट 03 जनवरी से सुबह 12ः53 मिनट 04 जनवरी तक।