सफला एकादशी हिन्दुओं का एक धार्मिक पर्व है। यह पर्व प्रत्येक वर्ष पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। वास्तव में यह पर्व पूरी तरह से भगवान श्री विष्णु जी को समर्पित है। यह पर्व सभी भक्तों की सुख-समृद्धि के साथ-साथ, सम्पत्ति और सफलता का संदेश देने वाला होता है। सफला एकादशी का व्रत करने से विष्णु जी के सभी भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है तथा वह अपने जीवन के सभी सुखों को भोगकर मृत्यु के पश्चात सीधा विष्णु लोक को प्राप्त हो जाते हैं यह पर्व अति मंगलकारी और पुण्य फलदायी मानी जाती है।
सफला एकादशी पूजा विधि
☸ प्रातः काल शुभ मुहूर्त में उठकर स्नानादि करके साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर व्रत का संकल्प लें।
☸ भगवान विष्णु जी की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराकर उस पर स्वच्छ पुष्पांजलि अर्पित करें।
☸ उसके बाद भगवान विष्णु तथा भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना करके उन्हें धूप, दीप, फूल, फल, नैवेद्य तथा मिठाई अर्पित करें।
☸ भगवान विष्णु जी का श्रद्धापूर्वक भजन गाएं तथा उनके 108 नामों का जाप करें।
☸ उसके बाद एकादशी व्रत की कथा अवश्य सुनें या पढ़ें।
☸ कथा की समाप्ति के बाद भगवान विष्णु जी के समक्ष सात्विक वस्तुओं से बना भोग अवश्य चढ़ायें।
☸ ध्यान रखें व्रत के दौरान नमकीन और मीठी वस्तुओं का त्याग अवश्य करें।
☸ इसके अलावा रात्रि में भगवान विष्णु जी का विशेष भजन या कीर्तन और सत्संग इत्यादि भी अवश्य करना चाहिए।
☸ सफला एकादशी का व्रत करने वाले जातकों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
सफला एकादशी शुभ मुहूर्त
सफला एकादशी का व्रत 7 जनवरी 2024 को रविवार के दिन मनाया जायेगा।एकादशी तिथि प्रारम्भः- 06 जनवरी 2024 मध्यरात्रि 12ः41 मिनट से,
एकादशी तिथि समाप्तः- 07 जनवरी 2024 मध्यरात्रि 12ः46 मिनट तक।