हिन्दू धर्म में चंद्र दर्शन का काफी ज्यादा महत्व होता है क्योंकि चंद्रमा को देवता के समान माना जाता है। आपको बता दें चंद्र दर्शन का अर्थ चन्द्रमा का दर्शन करना होता है। यह पर्व भारत में बहुत ही श्रद्धा को 15 और भक्ति के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन को भी अन्य महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है इस दिन अमावस्या तिथि के बाद हमें चंद्र दर्शन करने का अवसर प्राप्त होता है। इस विशेष दिन में चंद्रदेव की पूजा पूरी श्रद्धा के साथ की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन चंद्र दर्शन करना बहुत ही ज्यादा फलदायी माना जाता है। इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से जातक के घर में सुख-समृद्धि आती है साथ ही अन्य देवी-देवता भी अत्यधिक प्रसन्न होते हैं। मान्यता के अनुसार माह की अमावस्या तिथि समाप्त हो जाने के बाद ही शुक्ल पक्ष में चंद्र दर्शन मनाया जाता है।
चंद्र दर्शन पूजा विधि
☸ प्रातः काल शुभ मुहूर्त में जगकर स्नान करके शुद्ध हो जायें।
☸ सभी भक्त चंद्र दर्शन की पूर्व संध्या में पूरे दिन उपवास करें तथा उपवास के दौरान, कुछ भी खाये पियें न ।
☸ शाम के समय सभी व्रत करने वाले लोग चंद्रमा को देखने के बाद ही अपना उपवास तोड़े।
☸ चंद्रदेव की पूजा करने से पहले स्नान करके पूरी तरह से पवित्र हो जायें। उसके बाद पूजा स्थल पर चंद्रमा की मूर्ति या फोटो स्थापित करें, इसके अलावा यदि संभव हो पाये तो चाँदी के चंद्रमा को थाली पर भी स्थापित कर सकते हैं।
☸ उसके बाद चंद्रमा की पूजा धूप, दीपक, अगरबत्ती, फूल, कपूर, दूध, घी, चावल, दूध से बनी मिठाई, फल, पान, इलायची इत्यादि सामग्रियाँ पहले से तैयार कर लें।
☸ उसके बाद चंद्रमा की पूजा विधिपूर्वक करें और चंद्रमा का ध्यान करते समय चंद्रमा के मंत्रो का जाप करें।
☸ पूजा की समाप्ति हो जाने के बाद आरती अवश्य करें।
चंद्र दर्शन शुभ मुहूर्त
चंद्र दर्शन 12 जनवरी 2024 शुक्रवार के दिन होगा।
चंद्र दर्शन का शुभ मुहूर्त शाम 5ः43 मिनट से शाम 6ः35 मिनट तक है।