शारदीय नवरात्रि का पर्व भारत देश के अलावा कई अन्य देशों में भी बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है पूरे वर्ष भर लोग इस नवरात्रि के पर्व का बहुत ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। माँ दुर्गा का यह नवरात्रि पर्व आते ही इस पर्व की महक चारों ओर फैलने लगती है। आपको बता दें नवरात्रि के इस पर्व में देवी के नौ रुपों की पूजा अर्चना पूरी श्रद्वा से की जाती है।
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का यह पर्व 15 अक्टूबर से शुरु हो रहा है और 24 अक्टूबर 2023 को समाप्त हो रहा है। हिंदू धर्म में नवरात्रि के इस पर्व का विशेष महत्व है। अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नवरात्रि का पर्व आरम्भ होता है और दशमी तिथि को यह पूरी तरह से समाप्त हो जाता है।
इस दिन करें माँ के नौ स्वरुपों की पूजा
15 अक्टूबर – प्रथम दिन – माँ शैलपुत्री की पूजा
16 अक्टूबर – द्वितीय दिन – माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा
17 अक्टूबर – तृतीय दिन – माँ चन्द्रघण्टा की पूजा
18 अक्टूबर – चतुर्थ दिन – माँ कूष्मांडा की पूजा
19 अक्टूबर – पंचम दिन – माँ स्कन्दमाता की पूजा
20 अक्टूबर – षष्ठम दिन – माँ कात्यायनी की पूजा
21 अक्टूबर – सप्तम दिन – माँ कालरात्रि की पूजा
22 अक्टूबर – अष्टम दिन – माँ महागौरी की पूजा
23 अक्टूबर – नवम दिन – माँ सिद्धिदात्री की पूजा
शारदीय नवरात्रि का महत्व
हिन्दू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व होता है इस दिन माँ दुर्गा की श्रद्वापूर्वक आराधना करके उनके समक्ष मनोकामना लेकर अखण्ड ज्योत जलाई जाती है इससे हमारे घर पर माँ दुर्गा की कृपा दृष्टि बनी रहती है साथ ही घर का वातावरण भी सकारात्मक और शुद्व होता है इसके अलावा इस दिन अखंड ज्योत जलाने से घर में धन-धान्य की कभी कमी नही हाती है इस तरह से शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है।
घटस्थापना शुभ मुहूर्त
आश्विन घटस्थापना रविवार, अक्टूबर 15, 2023 को
क्लश स्थापना शुभ मुहूर्तः 15 अक्टूबर 2023 को प्रातः 11ः44 मिनट से रात्रि 12ः30 मिनट तक रहेगा।
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भः 14 अक्टूबर 2023, रात्रि 11ः24 मिनट से।
प्रतिपदा तिथि समाप्तः 1 6 अक्टूबर 2023, प्रातः 12ः32 मिनट तक।