महालक्ष्मी योगः- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक ग्रह किसी न किसी ग्रह से युति करते रहते है। ग्रहों की यह युति प्रत्येक लग्न के जातकों पर शुभ एवं अशुभ प्रभाव डालती है। शुक्र ग्रह अपनी स्वराशि अर्थात वृषभ राशि में प्रवेश करने जा रही है। जहाँ बुध ग्रह पहले से ही विराजमान है। यह युति 18 जून दिन शनिवार को होगी। जिसके फलस्वरुप लक्ष्मीनारायण योग का निर्माण होगा। इस योग स ेचमक रही है। इन राशि के जातको की किस्मत है।
मेषः- मेष राशि वालों की जन्मकुण्डली मे महालक्ष्मी योग का निर्माण दूसरे भाव मे होगा। कुण्डली मे दूसरे स्थान धन परिवार एवं वाणी का माना जाता है। फलस्वरुप आपके आर्थिक स्थिति मे सुधार होगा तथा रुका हुआ धन भी मिल सकता है। कार्य व्यवसाय मे तरक्की के योग बन रहे है। इसके अलावा अचानक धनवान का योग भी बन रहा है, कुल मिलाकर कहा जाए तो आर्थिक रुप से यह समय अच्छा होगा। इस दौरान माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
कर्कः- कर्क राशि वालों की कुण्डली मे महालक्ष्मी योग का निर्माण ग्यारहवे भाव मे हो रहा है। कुण्डली का एकादश भाव आय का स्थान होता है। इसलिए इस अवधि मे आय के अच्छे स्त्रोत प्राप्त होंगे कार्य – व्यवसाय मे आपको लाभ मिलेगा। इस समय मे आप धन को लेकर कोई बड़ा फैसला कर सकते है। आमदनी के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे।
सिंहः- सिंह राशि वालों की जन्म कुण्डली मे महालक्ष्मी योग का निर्माण दशम भाव अर्थात् नौकरी व्यवसाय के स्थान पर हो रहा है। नौकरी व्यवसाय मे आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे। कार्यक्षेत्र मे तरक्की के योग बन रहे है एवं सुख सुविधाओ की प्राप्ति होगी। नये नौकरी का अवसर प्राप्त हो सकता है तथा नौकरी मे पदोन्नति के योग भी बन रहे है।
वृश्चिकः- वृश्चिक राशि वालो के लिए यह योग शुभ फल प्रदान करेगा आपका प्रेम प्रसंग मधुर होगा एवं आपके आय मे तरक्की होगी। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बीता सकते है। कार्यक्षेत्र मे भी आपको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
शुक्र एवं बुध से जुड़ी विशेष बातंेः- ज्योतिष शास्त्र मे शुक्र को धन, वैभव, भोग-विलास, सुख-सम्पत्ति एवं एश्वर्य का स्वामी अथवा कारक माना जाता है एवं बुध को ज्ञान तर्क, संचार, व्यापार, संवाद का कारक माना जाता है और इन दोनो की युति से महालक्ष्मी योग का निर्माण होता है।