बुधः- बुध का राशि परिवर्तन 19 अक्टूबर दिन गुरुवार को तुला राशि में हो रहा है। यह राशि परिवर्तन आपको कई क्षेत्रों में शुभ परिणाम देगा तो कई क्षेत्रों मे अशुभ परिणाम देगा तो आइये इसकी पूर्ण जानकारी हम ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी द्वारा समझते है
मेष लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर सप्तम भाव में हो रहा है जिसके फलस्वरुप आपको मिश्रित परिणाम की प्राप्ति होगी। नानी पक्ष से आपको लाभ प्राप्त होगा परन्तु जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति बन सकती है। कई परिस्थितियों को लेकर आपको अचानक परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। परिवार मे सुख-शांति बनी रहेगी तथा धन का बचत करने मे भी आप सक्षम होंगे। पिता पक्ष की तरफ आपका रुझान बढ़ेगा। छोटे भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा। धार्मिक कार्यों मे हिस्सा ले सकते है तथा लम्बी दूरी की यात्रा का योग बन रहें है आपके खर्चों मे बढ़ोत्तरी होगी।
उपायः- भगवान शिव को जल अर्पित करें एवं पीले रंग की वस्तुओं का दान करें आपकी परेशानियां दूर होंगी।
वृष लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का राशि परिवर्तन षष्ठम भाव मे हो रहा है और यह परिवर्तन आपको कई क्षेत्रों में लाभ देगा। दूर संचार के माध्यमों से आपको लाभ मिल सकता है परन्तु अचानक हानि के भी योग है। भूमि-वाहन के सुख मे कमी महसूस हो सकती है परन्तु कार्य-व्यवसाय के क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी स्वास्थ्य सम्बन्धित कई परेशानियों से आपको राहत मिलेगी। आपके पराक्रम मे कमी आ सकती है तथा छोटे भाई-बहनों को भी कष्ट मिल सकता है। विद्यार्थियों को अपने शिक्षा में अत्यधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। कोर्ट-कचहरी के क्षेत्र में आपको लाभ प्राप्त होगा।
उपायः- गणेश जी की आराधना करें पांच प्रकार के अनाजों को दान करें आपकी परेशानियां दूर होंगी।
मिथुन लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर पंचम भाव में हो रहा है। भूमि, वाहन का सुख प्राप्त करेंगे तथा शारीरिक रुप से आप ऊर्जावान अनुभव करेंगे परन्तु उदर सम्बन्धित कुछ परेशानी बन सकती है। गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि गर्भहानि के योग बन रहें है। जीवनसाथी के साथ रिश्तों मे मधुरता बढ़ेगी एवं भाग्य का भी साथ मिलेगा। धार्मिक कार्यों के प्रति आपका रुझान बढ़ेगा। आमदनी के स्त्रोतों मे कुछ रुकावटें उत्पन्न हो सकती है। विद्यार्थियों को अपने शिक्षा मे अच्छे परिणाम की प्राप्ति होगी।
उपायः- गाय को हरी घास खिलाएं एवं भगवान विष्णु की आराधना करें।
कर्क लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर सुख भाव में हो रहा है। आपका पराक्रम बढ़ा-चढ़ा रहेगा एवं आपके खर्चों मे बढ़ोत्तरी होगी। भूमि, वाहन के सुख मे कमी महसूस होगी। साथ ही कार्य-व्यवसाय के क्षेत्र में आपको रुकावटों का सामना करना पड़ेगा। पारिवारिक स्थिति मे कुछ बदलाव हो सकता है। सुसराल पक्ष से आपको लाभ मिलेगा एवं पुरातत्व सम्बन्धित जुड़े कार्यों मे भी आप सफलता हासिल करेंगे। अपने बुद्धि विवेक से आपको कई परिस्थितियों से राहत मिलेगी। कार्य-व्यवसाय के सिलसिले से यात्रा एवं खर्च के योग बन रहे है। विद्यार्थियों को शिक्षा में अत्यधिक परिश्रम करना पड़ सकता है लेकिन उसमें उनको विशेष लाभ मिलेगा।
उपायः- कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं एवं सफेद रंग की वस्तुओं का दान करें आपकी परेशानियां दूर होंगी
सिंह लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर पराक्रम भाव में हो रहा है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें तथा जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता भी बन सकती है। परिवार की स्थिति सामान्य रहेगी। संतान के प्रति आपका लगाव बढ़ेगा। कार्य-व्यवसाय के क्षेत्र मे आपको कुछ रुकावटों के बाद सफलता मिलेगी। आपका पराक्रम बढ़ा-चढ़ा रहेगा परन्तु छोटे भाई-बहनों के साथ विवाद उत्पन्न हो सकता है। भाग्य उन्नति में रुकावटें उत्पन्न हो सकती है। आमदनी प्राप्ति के लिए आपको काफी परिश्रम करना पड़ सकता है। विद्यार्थियों को अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
उपायः- सूर्यदेव को जल दें एवं नारंगी रंग की वस्तुओं का दान करें आपकी सभी परेशानियां खत्म होंगी।
कन्या लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर द्वितीय भाव में हो रहा है। शारीरिक रुप से आप मजबूत होंगे तथा स्वास्थ्य सम्बन्धित परेशानियों से आपको राहत मिलेगी। परिवार एवं संतान के लिए यह समय अच्छा नही रहेगा। माता के प्रति आपका लगाव बढ़ेगा आपकी वाणी में उग्रता आ सकती है। आपकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है तथा आपके खर्चों मे बढ़ोत्तरी होगी। भूमि, वाहन के कार्यों मे रुकावटें उत्पन्न हो सकती है। जीवनसाथी को लेकर चिंता बन सकती है एवं गुप्त हानि की भी संभावना है। दैनिक रोजगार मे कठिनाईयां बढ़ सकती है।
उपायः- शनिदेव की आराधना करें एवं नारंगी, पीले रंग की वस्तुओं का दान करें।
तुला लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध लग्न भाव में राशि परिवर्तन कर रहा है। यह परिवर्तन आपको नकारात्मक परिणाम दे सकता है। इस समय आप भ्रमित हो सकते है तथा सही फैसले करने मे असमर्थ रहेंगे। आप मे अहम की भावना उत्पन्न हो सकती है जिसके कारण आप व्यर्थ के वाद-विवाद मे भी फंस सकते है। आपका वैवाहिक जीवन भी अच्छा नही रहेगा तथा त्वचा सम्बन्धित कुछ बीमारी होने की आशंका है। छोटे भाई-बहनों के साथ आपका स्नेह बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग मे मधुरता बनी रहेगी तथा विद्यार्थियों का शिक्षा मे मन लगा रहेगा विशेषकर जो लोग तकनीकी क्षेत्र से जुड़े है।
उपायः- गेहूं, मसूर दाल एवं चंदन का दान करें तथा कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं।
वृश्चिक लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर द्वादश भाव में हो रहा है। दूर संचार के माध्यमों से लाभ प्राप्ति के योग बन रहे है तथा आपके खर्चों मे वृद्धि होगी। लम्बी दूरी की यात्राओं का योग बन रहा है। स्वास्थ्य सम्बन्धित परेशानियों से आपको कुछ समय बाद राहत मिल सकती है। अपने बुद्धि बल द्वारा कई परिस्थितियों से राहत पा लेंगे। संतान के प्रति ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रेम-सम्बन्धों मे अनबन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। विद्यार्थियों की अपने शिक्षा में बेहतर परिणाम देखने को मिल सकता है।
उपायः- दुर्गा सप्तशती का पाठ करें आपकी परेशानियां दूर होंगी।
धनु लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर एकादश भाव में हो रहा है। स्वास्थ्य सम्बन्धित कई परेशानियों से आपको राहत मिलेगी परन्तु पिता को लेकर चिंता बन सकती है। साथ ही भाग्य उन्नति मे भी रुकावटें उत्पन्न हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को इस समय अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि प्रबल गर्भ हानि के योग बन रहे है। आपका पराक्रम बढ़ा-चढ़ा रहेगा साथ ही छोटे भाई-बहनों का भी सहयोग मिलेगा। आपके व्यक्तित्व मे निखार आयेगा परन्तु मानसिक रुप से पीड़ित होने की संभावना है। आमदनी के क्षेत्र में रुकावटें उत्पन्न हो सकती है।
उपायः- सात प्रकार के अनाजों को मिलाकर चिड़ियों को दाना खिलाएं तथा गेहूं इत्यादि का दान करें।
मकर लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का राशि परिवर्तन दशम भाव मे हो रहा है। कार्य-व्यवसाय के क्षेत्र में आपको रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही भूमि, वाहन के सुख मे कमी महसूस होगी तथा माता को भी कष्ट मिल सकता है। वैवाहिक जीवन को लेकर परिस्थितियां आपके प्रतिकूल हो सकती है। धन का अर्जन करने में आप सक्षम होंगे तथा परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। आपके खर्चो में बढ़ोत्तरी होगा। आमदनी के स्त्रोत प्राप्त होंगे जिससे आपको कई परेशानियों से राहत मिलेगी।
उपायः- शनिदेव के बीज मंत्रों का जाप करें आपकी परेशानियां दूर होगी।
कुंभ लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का गोचर भाग्य भाव में हो रहा है। शारीरिक रुप से आप स्वस्थ्य महसूस करेंगे परन्तु उदर एवं बड़े भाई-बहनों को कुछ कष्ट मिल सकता है। आपके पराक्रम मे कमी आ सकती है। लम्बी दूरी की यात्राओं के योग बन रहे तथा आपके खर्चों मे बढ़ोत्तरी होगी। इस समय पिता से वैचारिक मतभेद हो सकता है। धन-अर्जन करने में आप परिश्रमी रहेंगे तथा परिवार मे सुख-शांति बनी रहेगी। विद्यार्थियों को शिक्षा मे भाग्य का साथ मिलेगा। भाग्य उन्नति में रुकावटें उत्पन्न हो सकती है।
उपायः- शनिवार के दिन गरीबों की सहायता करें एवं शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
मीन लग्नः- आपकी कुण्डली में बुध का राशि परिवर्तन अष्टम भाव में हो रहा है। धन हानि के योग बन रहे है। लम्बी दूरी की यात्राओं का योग बन रहा है तथा आपके खर्चों मे बढ़ोत्तरी होगी। यह परिवर्तन आपको कुछ रुकावटों के बाद कई क्षेत्रों मे लाभ प्राप्त कराएगा। भूमि, वाहन एवं मकान से सम्बन्धित परेशानी हो सकती है तथा जीवनसाथी को लेकर भी चिंता बन सकती है। अपने बौद्धिक क्षमता द्वारा शत्रुओं का सामना करने मे सक्षम होंगे। कार्य-व्यवसाय के प्रति आपका रुझान बढ़ेगा तथा सफलता प्राप्ति के योग भी बन रहे है। दैनिक रोजगार मे भी कठिनाईयां उत्पन्न हो सकती है।
उपायः- गुरु के बीज मंत्र का जाप करें तथा पाँच प्रकार के अनाजों को मिलाकर पक्षियों को खिलाएं।