हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्र माह मे आने वाली पूर्णिमा को भाद्रपद पूर्णिमा कहते है। भाद्रपद का महीना बहुत शुभ माना जाता है। हिन्दू कथाओं के अनुसार पूर्णिमा का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। भाद्रपद पूर्णिमा के अगले दिन, पितृपक्ष, श्राद्ध शुरु होता है। इसके अलावा इस दिन को गृह प्रवेश के आयोजन के लिए शुभ माना जाता है। भगवान विष्णु के उपासकों के लिए आज का दिन बहुत ही विशेष और पवित्र माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु जी की आराधना करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
भाद्रपद पूर्णिमा व्रत पूजा विधि
☸आज के दिन प्रातः काल उठकर व्रत का संकल्प लें।
☸ उसके बाद विधिपूर्वक भगवान विष्णु की आराधना करें।
☸ उन्हें फल-फुल एवं नैवेद्य अर्पित करें।
☸ पूजन के पश्चात सत्य नारायण की कथा सुनें।
☸ उसके बाद पंचामृत और चूरमे का प्रसाद वितरण करें।
☸ आज के दिन जरुरतमंदो को दान अवश्य दें।
भाद्रपद पूर्णिमा व्रत मुहूर्त
पूर्णिमा तिथिः- 09 सितम्बर 2022 को प्रातः 06ः09 से आरम्भ होकर 10 सितम्बर 2022 को प्रातः 03ः30 तक रहेगा।