पन्ना रत्न धारण करने से पहले यह जानना जरूरी है कि यह किसके लिए शुभ होता है। पन्ना धारण करने की विधि, इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानना भी आवश्यक है।
आज हम आपको पन्ना रत्न के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि पन्ना किन लोगों के लिए पहनना शुभ होता है और किन लोगों के लिए अशुभ। इसके अलावा पन्ना पहनने के फायदे और नुकसान के बारे में भी चर्चा करेंगे।
रत्न शास्त्र में प्रमुख रूप से नौ रत्नों का वर्णन किया गया है। इन रत्नों का संबंध विभिन्न ग्रहों से होता है और इन्हें धारण करने से कुंडली में स्थित ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है। कोई भी रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषी और विद्वानों की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
आइए जानें ज्योतिषाचार्य के.एम.सिन्हा द्वारा किसे पहनना चाहिए पन्ना?
रत्न शास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न का संबंध बुध ग्रह से होता है। यह कन्या और मिथुन लग्न वालों के लिए लाभकारी माना जाता है। इसके अलावा अगर बुध की महादशा या अंतरदशा चल रही हो तो पन्ना धारण किया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए पन्ना शुभ परिणाम देता है। वहीं मेष, कर्क और वृश्चिक राशि वालों को पन्ना नहीं पहनना चाहिए।
पन्ना पहनने के फायदे
रत्न शास्त्र के अनुसार पन्ना पहनने से व्यापार और नौकरी में उन्नति होती है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए पन्ना पहनना लाभदायक माना जाता है।
मां-बेटे और बाप-बेटे के रिश्तों को मजबूत करने के लिए पन्ना धारण करना फायदेमंद होता है।
पन्ना पहनने से व्यक्ति की कल्पनाशक्ति बढ़ जाती है।
लेखक, मीडियाकर्मी और कलाकारों के लिए पन्ना पहनना शुभ परिणाम देता है।
पन्ना पहनने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है।
कैसे धारण करें पन्ना?
रत्न शास्त्र के अनुसार कम से कम 2 रत्ती का पन्ना धारण करना चाहिए। इसे सोना या चांदी में जड़वाकर पहना जा सकता है।
पन्ना बुधवार के दिन हाथ की सबसे छोटी उंगली यानी कनिष्ठा में पहनना चाहिए।
धारण करने से पहले इसे गंगाजल और गाय के कच्चे दूध में शुद्ध करना चाहिए।
इसके बाद बुध के मंत्रों का जाप करें और अपना मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर कर पन्ना धारण करें।
नोट:- कोई भी रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषी और विद्वान से सलाह अवश्य लें। यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है।