गणेश चतुर्थी का पर्व हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से आरंभ होता है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी 7 सितंबर, दिन शनिवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश की स्थापना और उनकी पूजा का विशेष महत्व होता है। गणेश चतुर्थी के दौरान गणेश गायत्री मंत्र का जाप करना भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है। आइयें जाने प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य K.M. Sinha जी से गणेश गायत्री मंत्र
क्या है गणेश गायत्री मंत्र?
गणेश गायत्री मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति को विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। यह मंत्र इस प्रकार है:
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
यह मंत्र भगवान गणेश की बुद्धि, ज्ञान और सफलता प्रदान करने वाली शक्तियों का आवाहन करता है। इसके अलावा मंत्र के अन्य रूप भी हैं, जैसे:
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गणेश गायत्री मंत्र का जाप कैसे करें?
गणेश गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
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आसन का चयन:
जाप शुरू करने से पहले एक साफ आसन पर बैठें और भगवान गणेश का ध्यान करें।
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स्थापना:
यदि आपके घर में गणेश जी की मूर्ति है, तो उन्हें फूल अर्पित करें। यदि मूर्ति नहीं है, तो एक सुपारी को लाल कपड़े पर रखकर भगवान गणेश के प्रतीक के रूप में स्थापित करें।
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मंत्र जाप:
अपनी क्षमता और श्रद्धा के अनुसार मंत्र का 11, 21, 51 या 108 बार जाप करें।
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अंत में जल चढ़ाएं:
मंत्र जाप पूरा करने के बाद भगवान गणेश को जल अर्पित करें।
गणेश गायत्री मंत्र जाप के लाभ
गणेश गायत्री मंत्र का नियमित और श्रद्धा पूर्वक जाप करने से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र के जाप से जीवन में आने वाली बाधाओं का निवारण होता है और व्यक्ति को अपार वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। यह मंत्र साधक की बुद्धि को प्रखर बनाता है और जीवन में सफलता के मार्ग प्रशस्त करता है।
गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर गणेश गायत्री मंत्र का जाप अत्यंत शुभ माना जाता है। यह न केवल भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करने का माध्यम है, बल्कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता और समृद्धि की ओर अग्रसर होने का भी एक महत्वपूर्ण साधन है। इस गणेश चतुर्थी आप भी गणेश गायत्री मंत्र का जाप करें और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करें। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे जरूर शेयर करें।