Guru Gochar 2025 Effects Horoscope and Remedies- गुरु गोचर 2025 प्रभाव राशिफल एवं उपाय

Guru Gochar 2025 Effects Horoscope and Remedies- गुरु गोचर 2025 प्रभाव राशिफल एवं उपाय

गुरु गोचर 2025 (Guru Gochar 2025) के दौरान बृहस्पति ग्रह, जिसे देवगुरु के रूप में भी जाना जाता है, का परिवर्तन विभिन्न राशियों पर गहरा प्रभाव डालेगा। बृहस्पति ग्रह को वैदिक ज्योतिष में सबसे शुभ ग्रहों में गिना जाता है और यह अपनी पंचम, सप्तम और नवम दृष्टि से जिन भावों पर दृष्टि डालते हैं, उनमें सकारात्मक वृद्धि करते हैं। गुरु ग्रह वृषभ राशि से निकलकर 15 मई 2025 को प्रातः 2:30 बजे मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, जो महत्वपूर्ण परिवर्तन का संकेत होगा।

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बृहस्पति के इस गोचर का प्रभाव लगभग 13 महीनों तक चलेगा और शनि के बाद यह सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। यह धनु और मीन राशियों के स्वामी हैं और कर्क राशि में उच्च और मकर राशि में नीच स्थिति में होते हैं। अनुकूल बृहस्पति से जातक को संतान सुख, धन, वैवाहिक जीवन में सुख और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।

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वर्ष 2025 के प्रमुख गोचर:

मिथुन राशि में प्रवेश: 15 मई 2025

कर्क राशि में प्रवेश: 19 अक्टूबर 2025

वक्री अवस्था: 11 नवंबर 2025 को कर्क राशि में और 4 दिसंबर 2025 को पुनः मिथुन राशि में प्रवेश

जब बृहस्पति मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, तो तुला, धनु और कुंभ राशियों पर उनकी अमृत समान दृष्टि पड़ेगी, जिससे इन राशियों के जीवन में विविध प्रकार के शुभाशुभ प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। इसके अतिरिक्त, 9 जून 2025 से 9 जुलाई 2025 तक बृहस्पति तारा अस्त रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल समय नहीं माना जाता है। इस अवधि में विवाह और अन्य शुभ कार्यों पर रोक लग सकती है।

राशियों पर प्रभाव:

हर राशि पर गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव अलग-अलग होगा। कुछ जातकों के लिए यह सफलता और समृद्धि का समय हो सकता है, जबकि कुछ को संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। प्रत्येक राशि के अनुसार विशिष्ट उपाय भी किए जा सकते हैं ताकि बृहस्पति की अनुकूलता प्राप्त की जा सके।

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Guru Gochar 2025 Effects Horoscope and Remedies- गुरु गोचर 2025 प्रभाव राशिफल एवं उपाय

मेष राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

मेष राशि के जातकों के लिए गुरु देव भाग्य स्थान (नवम भाव) और व्यय स्थान (द्वादश भाव) के स्वामी हैं। जब बृहस्पति मिथुन राशि में गोचर करेंगे, तो यह आपकी राशि से तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर का प्रभाव आपके अंदर आलस्य की बढ़ोतरी करेगा, जिससे आप अपने कामों को टालने लगेंगे। इससे कार्यक्षेत्र और जीवन के अन्य क्षेत्रों में रुकावटें आ सकती हैं। इसलिए, आपको आलस्य त्याग कर मेहनत करने पर ध्यान देना होगा।

सकारात्मक प्रभाव: 

धर्म-कर्म के मामलों में आपकी रुचि बढ़ेगी और आप धार्मिक यात्राओं पर जाएंगे। मित्रों का सहयोग आपके साथ रहेगा, जिससे आप अच्छी जगहों पर घूमने का आनंद लेंगे। आपके भाई-बहनों से संबंध मजबूत होंगे, जो आपके लिए खुशी का कारण बनेगा। व्यवसाय में उन्नति के योग बनेंगे। बृहस्पति की दृष्टि सप्तम, नवम और एकादश भाव पर होने से व्यापार में वृद्धि होगी, वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ेगा और आपसी संबंधों में सुधार होगा। इससे सामाजिक दायरे में बढ़ोतरी और सम्मान भी मिलेगा।

ध्यान देने योग्य समय: 

19 अक्टूबर 2025 को जब बृहस्पति कर्क राशि में जाएंगे, तो परिवार में खुशियों का माहौल बनेगा और कोई शुभ कार्य जैसे विवाह का आयोजन हो सकता है। लेकिन दिसंबर में बृहस्पति की वक्री अवस्था में आने पर भाई-बहनों के साथ संबंधों में कड़वाहट आ सकती है, इसलिए सावधान रहना आवश्यक है।

उपाय: भगवान श्री हरि विष्णु की उपासना करें और उन्हें पीले फूल अर्पित करें।

वृषभ राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु देव अष्टम और एकादश भाव के स्वामी हैं। जब बृहस्पति मिथुन राशि में गोचर करेंगे, तो यह आपकी राशि से दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर का असर आपकी वाणी में गंभीरता लाएगा, जिससे लोग आपकी बातों को ध्यान से सुनेंगे और आपसे सलाह मांगेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख और संतोष रहेगा, लेकिन धन संचय में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। आप अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा बचत योजनाओं में निवेश कर सकते हैं।

सकारात्मक प्रभाव: 

बृहस्पति की दृष्टि छठे, आठवें और दसवें भाव पर रहने से पैतृक व्यवसाय में उन्नति होगी। नौकरी करने वालों के लिए भी लाभ के अच्छे अवसर मिलेंगे। आप धर्म-कर्म में भाग लेंगे और ससुराल पक्ष से संबंध मजबूत होंगे, जिससे धन लाभ और सहायता प्राप्त हो सकती है। अक्टूबर में बृहस्पति जब कर्क राशि में जाएंगे, तो आपके तीसरे भाव को प्रभावित करेंगे, जिससे धार्मिक यात्राओं के योग बनेंगे।

ध्यान देने योग्य समय: 

दिसंबर में बृहस्पति की वक्री अवस्था से आपको वाणी में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, जो कार्यों में असफलता का कारण बन सकती है। परिवार में कुछ असंतुलन हो सकता है, लेकिन किसी का जन्म या विवाह भी हो सकता है।

उपाय: गुरुवार के दिन पीपल वृक्ष को छुए बिना जल अर्पित करें।

मिथुन राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

मिथुन राशि के लिए गुरु देव सप्तम और दशम भाव के स्वामी हैं। जब बृहस्पति आपकी ही राशि में गोचर करेंगे, तो यह आपके लिए विशेष रूप से प्रभावशाली होगा। बृहस्पति की दृष्टि पंचम, सप्तम और नवम भाव पर होने से संतान से संबंधित सुखद समाचारों की प्राप्ति होगी। यदि आप संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, तो यह सपना पूरा हो सकता है। शिक्षा में सफलता और मनचाहे परिणाम मिलेंगे, जिससे आपके पढ़ाई के प्रति मन में उत्साह बढ़ेगा।

सकारात्मक प्रभाव: 

विवाहित जातकों के लिए वैवाहिक जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा और समस्याएं कम होंगी। व्यापार में भी उत्तम उन्नति के योग बनेंगे और समाज के इज्जतदार लोगों से मेल-मुलाकात होगी, जो व्यापार में लाभ और सामाजिक उन्नति का कारण बनेगा। अक्टूबर में बृहस्पति के धन स्थान में जाने से धन संबंधित समस्याएं दूर होंगी।

ध्यान देने योग्य समय: 

दिसंबर में जब बृहस्पति वक्री अवस्था में आएंगे, तो यह स्वास्थ्य समस्याओं और वैवाहिक संबंधों में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकता है।

उपाय: गुरुवार के दिन किसी मंदिर में चने की दाल का दान करें।

कर्क राशिफल

गुरु गोचर(Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु छठे और नवम भाव के स्वामी हैं। 2025 में गुरु का गोचर (Guru Gochar 2025) आपकी राशि से द्वादश भाव में होगा। इस गोचर का असर आपके अच्छे कार्यों में धन खर्च करने की प्रवृत्ति को बढ़ाएगा। आप पूजा-पाठ, धर्म, आध्यात्मिक तीर्थ यात्राओं और समाज के हित में अनेक अच्छे कार्यों पर धन खर्च करेंगे। इससे न केवल आपको मानसिक संतोष मिलेगा, बल्कि समाज में आपको सम्मानित दृष्टि से देखा जाएगा।

सकारात्मक प्रभाव: 

धार्मिक यात्राओं और लंबी यात्राओं के प्रबल योग बनेंगे। यदि आप दिल से प्रयास कर रहे हैं, तो विदेश जाने में भी सफलता मिल सकती है। इस दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है, क्योंकि वसा जनित समस्याएं या उदर रोग आपको परेशान कर सकते हैं। बृहस्पति की दृष्टि आपके चतुर्थ, छठे और अष्टम भाव पर होने से कुछ खर्च बढ़ सकते हैं, लेकिन पारिवारिक सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी। पारिवारिक सामंजस्य भी बढ़ेगा और आप घरेलू मामलों में प्रसन्नता अनुभव करेंगे। ससुराल से भी अच्छी खबरें मिल सकती हैं।

ध्यान देने योग्य समय: 

अक्टूबर में जब बृहस्पति आपकी राशि में प्रवेश करेंगे, तो यह आपके लिए अत्यंत लाभकारी समय होगा। आपको शिक्षा, धन, संतान, वैवाहिक जीवन, व्यापार और भाग्य में अच्छे परिणाम मिलेंगे। दिसंबर में जब बृहस्पति वक्री अवस्था में द्वादश भाव में आएंगे, तो स्वास्थ्य समस्याएं और खर्चों में वृद्धि हो सकती है।

उपाय: भगवान श्री हरि विष्णु जी की उपासना करें।

सिंह राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु बृहस्पति पंचम और अष्टम भाव के स्वामी हैं। 2025 में बृहस्पति आपकी राशि से एकादश भाव में गोचर करेंगे। यह आपके लिए सफलता का एक शुभ समय होगा। आर्थिक चुनौतियां समाप्त होने लगेंगी और धन प्राप्ति का रास्ता सुगम होगा। आपके पास अच्छी आमदनी आने लगेगी और धन से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी।

सकारात्मक प्रभाव: 

बृहस्पति की दृष्टि आपके तीसरे, पंचम और सप्तम भाव पर होगी, जिससे अविवाहित जातकों के लिए विवाह के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी और संतान की प्रगति होगी। यदि आप संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, तो यह समय अनुकूल रहेगा। शिक्षा में उत्तम सफलता मिलेगी और अचानक धन लाभ का योग बन सकता है। किसी विरासत से संपत्ति प्राप्त हो सकती है। भाई-बहनों के संबंध भी मधुर होंगे।

ध्यान देने योग्य समय: 

अक्टूबर में जब बृहस्पति कर्क राशि में गोचर करेंगे, तो शारीरिक समस्याएं बढ़ सकती हैं और खर्चों में वृद्धि हो सकती है। दिसंबर में वक्री अवस्था में जब बृहस्पति एकादश भाव में आएंगे, तो धन प्राप्ति के लिए आपको कठिन प्रयास करने पड़ेंगे।

उपाय: गुरुवार के दिन अपने मस्तक पर हल्दी या केसर का तिलक लगाएं।

कन्या राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु बृहस्पति चतुर्थ और सप्तम भाव के स्वामी हैं। 2025 में गुरु का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आप अति आत्मविश्वास का शिकार हो सकते हैं, जिससे बनते हुए काम रुक सकते हैं। इसलिए, आपको समझदारी और चतुराई से काम लेना चाहिए।

सकारात्मक प्रभाव: 

बृहस्पति की दृष्टि आपके दूसरे, चतुर्थ और छठे भाव पर होगी, जिससे धन संचय में आपका प्रयास बढ़ेगा। आप कोशिश करेंगे कि अधिक से अधिक धन का संचय कर सकें। पारिवारिक संबंधों को मधुर बनाने के लिए भी आप कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। माता-पिता के स्वास्थ्य में अच्छे सुधार देखने को मिलेंगे और परिवार के लोगों में आपसी प्रेम और स्नेह की भावना बनी रहेगी। विरोधी पक्ष से आपको कोई समस्या नहीं होगी।

ध्यान देने योग्य समय: 

अक्टूबर में जब बृहस्पति एकादश भाव में प्रवेश करेंगे, तो आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और वैवाहिक संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। दिसंबर में जब बृहस्पति वक्री अवस्था में एक बार फिर से दशम भाव में आएंगे, तो कार्यक्षेत्र में आपको बहुत सावधानी से काम करने की आवश्यकता पड़ेगी।

उपाय: हर गुरुवार का व्रत रखें। इस दिन उपवास करने से बृहस्पति की कृपा मिलती है।

तुला राशिफल

गुरु गोचर(Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

2025 में तुला राशि के जातकों के लिए गुरु आपके लिए तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। वर्तमान गोचर काल में गुरु आपके नवम भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे आपकी धार्मिक मान्यताओं में वृद्धि होगी। आप धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और धार्मिक तथा तीर्थ यात्राएं करेंगे। आपको सफलता पाने के लिए संघर्ष और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होगी; जितना अधिक आप प्रयास करेंगे, उतना ही बेहतर परिणाम प्राप्त होगा। भाई-बहनों का सहयोग आपके कार्यों में तेजी लाएगा।

सकारात्मक प्रभाव: 

बृहस्पति की दृष्टि आपके पहले, तीसरे और पंचम भाव पर होगी, जिससे आपको शिक्षा और उच्च शिक्षा में उत्तम परिणाम मिलेंगे। संतान सुख के भी योग बन सकते हैं। धर्म-कर्म में सफलता प्राप्त होगी और परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य बढ़ेगा। अक्टूबर में जब बृहस्पति दशम भाव में जाएंगे, तो कार्यक्षेत्र में कुछ उहापोह की स्थिति रह सकती है, इसलिए अति आत्मविश्वास से बचें। दिसंबर में वक्री अवस्था में बृहस्पति आपके नवम भाव में आएंगे, तब कार्यों में रुकावट आ सकती है और पिताजी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।

उपाय: हर गुरुवार को चने और गुड़ का दान करें, विशेष रूप से गरीबों या ब्राह्मणों को।

वृश्चिक राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए गुरु बृहस्पति दूसरे और पंचम भाव के स्वामी हैं। 2025 में गुरु का गोचर आपके लिए अष्टम भाव में होगा, जो अधिक अनुकूल नहीं माना जाता। इस समय आपको कार्यक्षेत्र में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे बनते हुए काम रुक सकते हैं। हालांकि, आप धार्मिक कार्यों में अच्छा अनुभव प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन धन से संबंधित मामलों में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

सकारात्मक प्रभाव: 

बृहस्पति की दृष्टि आपके द्वादश, द्वितीय और चतुर्थ भाव पर होगी, जिससे ससुराल से शुभ समाचार मिल सकते हैं। खर्चों में बढ़ोतरी होगी, लेकिन अचानक धन प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं। परिवार में ससुराल के लोगों का हस्तक्षेप बढ़ सकता है। अक्टूबर में जब बृहस्पति नवम भाव में प्रवेश करेंगे, तो सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। भाग्य मजबूत होगा और नौकरी में बदलाव के साथ अच्छी पदोन्नति मिल सकती है। दिसंबर में जब बृहस्पति फिर से अष्टम भाव में आएंगे, तब धन और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा।

उपाय: गुरुवार के दिन श्री राम रक्षा स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।

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धनु राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

धनु राशि के जातकों के लिए गुरु बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके चतुर्थ भाव (सुख भाव) के भी स्वामी हैं। बृहस्पति का गोचर (Guru Gochar 2025) आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा, जो आपके वैवाहिक संबंधों में मधुरता लेकर आएगा। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच की तल्खियां कम होंगी और प्रेम बढ़ेगा।

सकारात्मक प्रभाव: 

इस दौरान जिम्मेदारी निभाने का भाव और समर्पण की भावना बढ़ेगी। यदि आप व्यवसाय करते हैं, तो उसमें भी अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। जमीन से जुड़ी कोई पुरानी मुराद पूरी हो सकती है। बृहस्पति आपके एकादश, प्रथम और तृतीय भाव को देखेंगे, जिससे यात्राओं से लाभ होगा, आमदनी में वृद्धि होगी और आपकी निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होगा।

ध्यान देने योग्य समय: 

अक्टूबर में जब बृहस्पति अष्टम भाव में जाएंगे, तो गहन आध्यात्मिक अनुभव मिल सकते हैं। ससुराल से सुखद समाचार की संभावना है, लेकिन स्वास्थ्य में गिरावट भी हो सकती है। दिसंबर में वक्री अवस्था में बृहस्पति सप्तम भाव में लौटेंगे, तब वैवाहिक संबंधों में सामंजस्य की कमी परेशान कर सकती है।

उपाय: भगवान विष्णु या गुरु देवता को पीले रंग की मिठाई (जैसे बेसन के लड्डू) अर्पित करें।

मकर राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

मकर राशि के जातकों के लिए बृहस्पति तीसरे और द्वादश भाव के स्वामी हैं। 2025 में गुरु का गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होगा। यह गोचर (Guru Gochar 2025) आपको विशेष रूप से सावधान रहने की सलाह देता है। इस दौरान, जहां आपको नौकरी में अच्छे परिणाम मिलेंगे, वहीं स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। पेट की समस्याएं, एसिडिटी, अपच, पाचन तंत्र से जुड़ी परेशानियाँ और वसा या कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आपके लिए चुनौती बन सकता है। साथ ही, खर्चों में भी वृद्धि होगी।

सकारात्मक प्रभाव: 

इस समय, यदि आप अपने आलस्य को छोड़कर मेहनत करते हैं, तो ही सफलता प्राप्त कर पाएंगे। विरोधी आपके खिलाफ सक्रिय हो सकते हैं। अक्टूबर में जब बृहस्पति सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे, तब आप इन सभी चुनौतियों पर विजय प्राप्त कर पाएंगे। आर्थिक समृद्धि की संभावना है और जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। वैवाहिक संबंधों में प्रगति होगी और अविवाहित जातकों के विवाह के योग बन सकते हैं। आपकी निर्णय लेने की क्षमता में भी वृद्धि होगी, जिससे आपका व्यवसाय उन्नति करेगा। नौकरी में पदोन्नति के अच्छे योग भी बन रहे हैं।

ध्यान देने योग्य समय: 

हालांकि, दिसंबर में वक्री अवस्था में बृहस्पति के फिर से छठे भाव में लौटने पर, स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी।

उपाय: गुरुवार के दिन गुड़ और चने की दाल से केले के वृक्ष की पूजा करें।

कुंभ राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। 2025 में गुरु का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा, जो आपको धन लाभ के प्रबल योग देगा। इस दौरान आपकी आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी, योजनाओं में सफलता मिलेगी और आपकी इच्छाएं पूरी होंगी। आपकी आमदनी में जबरदस्त वृद्धि के योग बनेंगे। यदि आप नौकरी में बदलाव की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल रहेगा और आपको एक अच्छी नौकरी मिल सकती है जिसमें पद और वेतन में वृद्धि की संभावना है।

सकारात्मक प्रभाव: 

बृहस्पति आपकी नवम, एकादश और प्रथम भाव को देखेंगे, जिससे आपके अंदर उत्तम संस्कारों की वृद्धि होगी। आपकी संतान भी संस्कारी बनेगी और शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करेगी। आप धन कमाने के लिए उत्सुक रहेंगे और संतान से जुड़ी शुभ सूचनाएं प्राप्त होंगी। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी आएगी और निर्णय लेने की क्षमता भी मजबूत होगी।

ध्यान देने योग्य समय: 

अक्टूबर में जब बृहस्पति छठे भाव में आएंगे, तो स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं और आपके खर्चों में भी तेजी आ सकती है। वक्री अवस्था में बृहस्पति दिसंबर में पंचम भाव में लौटेंगे, तब आपको प्रेम संबंधों में आने वाली समस्याओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए। आर्थिक चुनौतियों और स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। नौकरी में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।

उपाय: श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें।

मीन राशिफल

गुरु गोचर (Guru Gochar 2025) का प्रभाव: 

2025 में गुरु गोचर आपके लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि गुरु आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके कर्म भाव (दशम भाव) के भी स्वामी हैं। यह गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा, जिसके कारण पारिवारिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है और आपसी सामंजस्य की कमी हो सकती है। लेकिन, आप अपने कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता अर्जित करने में सफल रहेंगे। आप मेहनत करेंगे और अपने काम पर ध्यान देंगे, जिससे आपके प्रदर्शन में सुधार होगा।

सकारात्मक प्रभाव: 

बृहस्पति की दृष्टि आपके अष्टम, दशम और द्वादश भाव पर होगी, जिससे खर्चों में वृद्धि होगी, लेकिन यह खर्च अच्छे कार्यों पर होंगे। आपकी आयु में वृद्धि होगी और ससुराल पक्ष के लिए भी यह समय शुभ रहेगा। वे इस दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। आप काम के सिलसिले में यात्रा भी कर सकते हैं।

ध्यान देने योग्य समय: 

अक्टूबर में जब बृहस्पति पंचम भाव में गोचर करेंगे, तो यह समय संतान और आर्थिक समृद्धि के लिए अच्छा रहेगा। प्रेम संबंधों में भी सफलता मिलेगी। हालांकि, जब बृहस्पति वक्री होकर दिसंबर में पुनः चतुर्थ भाव में लौटेंगे, तो पारिवारिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। परिवार के सदस्यों के बीच असंतुलन कार्यक्षेत्र में भी चुनौती बन सकता है, इसलिए आपको कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी होगी।

उपाय: पीपल के वृक्ष की पूजा करें और इस पर जल चढ़ाएं। बृहस्पति को पीपल का वृक्ष प्रिय है। 

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