कमजोर बुध लायेगा जीवन में मुसीबतों का पहाड़

बात करें अगर हम बुध ग्रह की तो ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह को एक शुभ ग्रह माना जाता है परन्तु किसी हानिकारक ग्रह की संगति में आकर यह अत्यन्त हानिकारक हो सकता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह को बहुत सारे गुणों वाला ग्रह भी कहते हैं, यह हमारी वाणी का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा यह शांत एवं सौम्य प्रवृत्ति के भी ग्रह होते हैं इसके अधिष्ठाता देवता भगवान विष्णु जी होते हैं। इनकी चलने वाली महादशा पूरे 17 वर्ष की होती है। इस ग्रह की एक खास बात यह है कि यह दूसरे ग्रहों के गुणों को ग्रहण करके उसी के अनुरूप ही फल देता है। बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह माना जाता है तथा इसकी दृष्टि सातवीं होती हैं। यह कन्या राशि में 15 अंश पर होने के कारण उच्च स्थान प्राप्त करता है इसके अलावा बुध ग्रह मीन राशि में होने पर नीच का हो जाता है। सूर्य और शुक्र, बुध के मित्र ग्रह होते हैं तथा बुध ग्रह चन्द्रमा को अपना शत्रु ग्रह मानता है। इसके अलावा बुध ग्रह शनि मंगल व गुरु ग्रह से सम सम्बन्ध रखता है। बुध ग्रह कन्या राशि में 15 अंश से 20 अंश के मध्य होने पर अपनी मूलत्रिकोण राशि में होते हैं। बुध ग्रह को पुरुष व नपुंसक ग्रह माना जाता है। यह ग्रह किसी भी जातक की जन्म कुण्डली में उत्तर दिशा का स्वामी माना जाता है। बुध ग्रह का प्रिय रंग हरा और भूरा माना जाता है तथा बुध के शुभ अंक 5, 14 और 23 होता है। बुध का शुभ रत्न पन्ना और सुलेमानी है। कुण्डली में बुध ग्रह का प्रबल प्रभाव जातक को एक कुशल व्यवहार वाला और कुुटनीतिज्ञ बनाता है। बुध ग्रह की अपनी विशेषताओं में बुद्धिमता, व्यापार और व्यवसाय, वैज्ञानिक, शिक्षा, मित्र, ज्ञान की प्राप्ति करना, निपुणता, वाणी, प्रकाशक, छापने तक पढ़ाने का कार्य करने वाला, मामी और मामी, भतीजे, दत्तक पुत्र, हंसी-मजाक, वाकपटुता, हाजिर जवाब इत्यादि गुण आते है।

अच्छी स्थिति में बुध देता है शुभ प्रभाव

☸ किसी जातक की जन्म कुण्डली में जब बुध अपनी शुभ स्थिति में हो तो ऐसे जातकों की आभा बहुत अनुपम हो जाती है। बुध की शुभ स्थिति में व्यक्ति एक अच्छा वक्ता होता है जिसके कारण लोग उनकी बातों को सुनना अत्यधिक पसंद करते हैं। आमतौर पर कुण्डली में बुध ग्रह की स्थिति ही यह तय करती है कि व्यक्ति कैसा बोलता है और कैसा व्यवहार करता है या फिर उस जातक की बुद्धि और उसका व्यक्तित्व कैसा होता है। बुध ग्रह यदि कुण्डली में बलवान हो तो ऐसे जातकों को व्यापार क्षेत्र में अत्यधिक सफलता मिलती है खासकर के शेयर बाजार या रुपये से संबंधित कारोबार क्षेत्र में विशेष लाभ मिलता है।

☸ बुध ग्रह अपनी शुभ स्थिति में जातक को मालामाल कर देता है। इसकी कुण्डली में शुभ स्थिति आपको यश, बल और कीर्ति से आकाश की अनंत ऊँचाइयों तक पहुँचा देता है और यदि आपने इन सबसे नजर फेर लिया तो यह आपको पाई-पाई तक के लिए भी मोहताज बना सकता है।

☸ बुध ग्रह यदि जातक की कुण्डली में कमजोर स्थिति में हो तो ऐसे में जातक की किसी भी प्रकार की समस्या बहुत व्यापक हो जाती हैं यदि बुध कमजोर हो तो जातक की बुद्धि जल्दी ही भ्रष्ट हो जाती है और वाणी में अचानक से दोष भी आ जाता है इसके अलावा बुध की कमजोर स्थिति में व्यक्ति की सुंदरता भी अत्यधिक प्रभावित होती हैं।

यह पढ़ेंः- कुंडली में प्रसन्न मंगल हमेशा करते हैं मंगल ही मंगल

☸ कुण्डली में बुध खराब हो तो व्यक्ति किसी न किसी बीमारियों के चंगुल में फँस जाता है। व्यक्ति के शरीर की सुंदरता खत्म हो जाती है तथा उन पर सुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है।

☸ बुध ग्रह की कुण्डली में कमजोर स्थिति होने पर जातक के मान, पद-प्रतिष्ठा तथा यश और बल में तेजी से गिरावट आने लगती है इसके अलावा जातक कर्ज से हमेशा परेशान रहने लगता है और आर्थिक स्थिति पर भी बुरी तरह से बुध का अशुभ प्रभाव पड़ता है।

☸ बुध की कुण्डली में खराब स्थिति से जातक अपने शिक्षा में पहले से ज्यादा कमजोर होने लगता है। साथ ही जातक की सूंघने की शक्ति बहुत कम हो जाती है व्यक्ति अपने बातों के जरिये हर जगह अत्यधिक प्रभावशाली बनने में कामयाब नही हो पाता है। इसके अलावा बुध की कमजोर स्थिति में जातक बुद्धिमान होने के अहंकार से पूरी तरह से ग्रसित हो जाता है।

कमजोर बुध को बलवान बनाने के उपाय

☸ यदि किसी जातक की जन्मकुण्डली में बुध ग्रह कमजोर अवस्था में उपस्थित हो तो ऐसे जातकों को कम से कम 17 बुधवार तथा अधिक से अधिक 21 या 45 बुधवार का व्रत अवश्य रखना चाहिए इसके अलावा लाल वस्त्र पहनकर इस दिन की पूजा मे ‘ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’ की 3 माला का जाप अवश्य करना चाहिए ऐसा करने से आपकी कुण्डली में बुध ग्रह मजबूत होने के साथ-साथ विद्या और धन लाभ की प्राप्ति भी कराने में मदद करता है।

☸ अपनी कुण्डली में कमजोर बुध को बलवान बनाने के लिए गाय को हरा चारा प्रतिदिन खिलाएं, दिन में हरी इलाइची का सेवन करें तथा इसकी स्थिति मजबूत करने के लिए घर में हरे पेड़-पौधे अवश्य लगायें इससे कुण्डली में बुध की स्थिति मजबूत होगी।

☸ कमजोर बुध को बलवान बनाने के लिए बुधवार के दिन मूँग से बने हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करें, उसमें नमक का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें मूँग का हलवा, मूँग  की पंजीरी और मूंग के लड्डू खा सकते हैं। इसके अलावा खाना खाने से पहले 3 तुलसी जी का पत्ता लेकर गंगाजल के साथ ग्रहण करें उसके बाद भोजन करें ऐसा करने से व्यापार में उन्नति मिलने के साथ-साथ आपका स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा।

☸ यदि आपकी कुण्डली में बुध कमजोर अवस्था में हो तो ऐसे जातकों को नीले रंग का कपड़ा, मूंग की दाल, कांसे से बनी हुई वस्तुएं तथा फल इत्यादि का दान करने से बुध की अशुभता काफी हद तक कम हो जाती है।

☸ बुध को मजबूत करने के लिए भगवान विष्णु जी का ध्यान करके शुक्ल पक्ष के बुधवार के दिन बुध के बीज मंत्र ओम ब्रां बीं ब्रौं सः बुधाय नमः का 9000 की संख्या में जाप करने से बुध के अशुभ प्रभाव कम हो जाते है।

☸ बुध ग्रह को कुण्डली में बलवान बनाने के लिए रविवार को छोड़कर बाकी सभी दिन तुलसी को जल चढ़ायें इसके अलावा बुधवार के दिन तुलसी जी के पत्ते का सेवन करें इससे कुण्डली में बुध बलवान होता है।

☸ बुध ग्रह के अशुभता को दूर करने के लिए जातक को ज्योतिषीय सलाह से पन्ना रत्न धारण करना चाहिए वास्तव में यह रत्न बुध के नीच प्रभाव को जल्द ही कम करने में सहायक होता है।

186 Views