महाशिवरात्रि पूजा 2025: शिवलिंग पर क्या अर्पित करें और क्या नहीं?

महाशिवरात्रि पूजा 2025: शिवलिंग पर क्या अर्पित करें और क्या नहीं? जानें पूजा के नियम

ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी के अनुसार भगवान शिव की पूजा सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है और विशेष रूप से महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा में अनेक नियम और विधियाँ होती हैं। शिवलिंग पर अर्पित करने के लिए हर वस्तु का अपना विशेष महत्व और प्रभाव होता है। हर वस्तु का अर्थ और उसका प्रभाव शास्त्रों में स्पष्ट रूप से बताया गया है। शिवलिंग पर अर्पित की जाने वाली सामग्री न केवल शारीरिक और मानसिक शांति प्रदान करती है, बल्कि इससे भक्तों को विशेष आशीर्वाद और पुण्य भी प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और किन चीजों को अर्पित करने से बचना चाहिए।


महाशिवरात्रि पूजा के दिन शिवलिंग पर क्या अर्पित करें?

1. दूध

महत्व: दूध को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है।
लाभ: मानसिक शांति प्राप्त होती है और चिंता व तनाव दूर होते हैं।

2. दही

महत्व: दही शुक्र ग्रह से जुड़ा होता है।
लाभ: जीवन में समृद्धि आती है और पारिवारिक प्रेम बढ़ता है।

3. शहद

महत्व: शहद सूर्य देव का प्रतीक है।
लाभ: सफलता, सम्मान और प्रसिद्धि प्राप्त होती है।

4. घी

महत्व: घी अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है।
लाभ: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

5. गंगाजल

महत्व: गंगाजल को मोक्ष का प्रतीक माना जाता है।
लाभ: पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

6. बेलपत्र

महत्व: भगवान शिव को अत्यंत प्रिय।
लाभ: सभी प्रकार के कष्टों का नाश करता है।

7. धतूरा

महत्व: भगवान शिव का प्रिय पुष्प।
लाभ: शत्रुओं पर विजय और कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।

8. फूल

महत्व: श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक।
लाभ: भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और विशेष आशीर्वाद देते हैं।

9. चावल

महत्व: चावल अन्न और समृद्धि का प्रतीक है।
लाभ: परिवार में सुख-शांति और धन-वैभव बढ़ता है।

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महाशिवरात्रि पूजा के दिन शिवलिंग पर क्या अर्पित न करें?

1. तुलसी

कारण: तुलसी भगवान विष्णु को समर्पित होती है।
निषेध: इसे शिवलिंग पर चढ़ाना वर्जित है।

2. केतकी का फूल

कारण: भगवान शिव ने इसे श्राप दिया था।
निषेध: इसे अर्पित करना अशुभ माना जाता है।

3. लाल फूल

कारण: लाल रंग उग्रता और क्रोध का प्रतीक है।
निषेध: भगवान शिव का स्वभाव शांत होता है, इसलिए लाल फूल चढ़ाना मना है।

4. हल्दी

कारण: हल्दी विवाह और गृहस्थ जीवन से जुड़ी होती है।
निषेध: भगवान शिव संन्यासी रूप में पूजे जाते हैं, इसलिए हल्दी नहीं चढ़ाई जाती।


महाशिवरात्रि पूजा 2025 पर पूजा करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

पूजा करते समय हमेशा विधिपूर्वक और श्रद्धा भाव से पूजा करें। पूजा में मन, वचन और क्रिया से शुद्धता बनाए रखें।
शिवलिंग पर जल, दूध, घी, गंगाजल आदि को अर्पित करते समय धारा को धीमे और समान रूप से अर्पित करें ताकि जलाभिषेक पूरी तरह से सफल हो।
शिवलिंग पर अर्पित की गई वस्तुओं का ध्यान रखें और केवल उन चीजों का अर्पण करें, जिनका शास्त्रों में उल्लेख है। इससे आपको भगवान शिव की कृृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
पूजा के बाद, उन वस्तुओं को शुभ रूप से संकलित करके घर में रखें, जैसे बेलपत्र या चावल, क्योंकि यह घर में समृद्धि लाने में मदद करते हैं।

ज्योतिषाचार्य के. एम. सिन्हा जी के अनुसार, यदि महाशिवरात्रि पूजा विधिपूर्वक की जाए, तो भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, समृद्धि तथा शांति बनी रहती है।

यह लेख महाशिवरात्रि पूजा 2025 पर शिवलिंग पूजा से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करता है। यदि आपको यह उपयोगी लगे, तो इसे अपने परिवार और मित्रों के साथ साझा करें। 🚩

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