मूलाकं एवं भाग्यांक से जाने ग्रह स्वामी और वार जो आपके लिए है शुभ

इस संसार में जो भी संख्या व्याप्त है वह 0 से लेकर 9 अंको से बनी है अर्थात यह संख्या 0, 1, 2,3,4,5,6, 7, 8, एवं 9 होते हैं। कितनी भी बड़ी या कितनी भी छोटी संख्या हो वह इन्हीं अंकों से मिलकर बनती है परन्तु क्या आप जानते हैं अंको में आपके जीवन का कई रहस्य छिपा हुआ है तथा अंको द्वारा हम अपना आने वाला कल देख सकते हैं। अंक ज्योतिष में अंको के महत्व की पूर्ण जानकारी मिलती है और अंक ज्योतिष में भी 1 से लेकर 9 तक के अंकों विशेष महत्व दिया गया है तो आइये हम दिल्ली के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य के. एम. सिद्धा जी द्वारा जानते हैं कि आपके शुभ अंको  के स्वामी ग्रह एवं शुभ दिन कौन है-

अंक और उनके स्वामी ग्रह

ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हैं और इन ग्रहों के लिए कुछ अंक निर्धारित किये गए जो इस प्रकार है।

1 अंक:- 1 अंक का स्वामी ग्रह सूर्य माना जाता है। सूर्य ग्रह राशि चक्र की सिंह राशि के स्वामी हैं। जिन जातकों का जन्म 01, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ है उनका मूलांक एक होता है उनका मूलांक स्वामी सूर्य होता है।

2 अंक:- 2 अंक का स्वामी ग्रह चन्द्रमा को माना जाता है तथा कुण्डली में चन्द्रमा कर्क राशि का स्वामी है। जिन जातकों का जन्म 02, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है उनका मूलांक 2 होता है और मूलांक स्वामी चन्द्रमा है।

03 अंक:- 3 अंक का स्वामी ग्रह देवगुरु बृहस्पति है तथा कुण्डली में यह धनु एवं मीन राशि के स्वामी होते हैं। जिन जातकों का जन्म 03, 13, 21 या 30 तारीख को हुआ है उनका मूलांक 3 होता है और मूलांक स्वामी गुरु है।

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4 अंक:- 4 अंक का स्वामी ग्रह राहु है राहु को कुण्डली में किसी राशि का स्वामी नहीं माना गया है। जिन जातकों का जन्म 04, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ है उनका स्वामी राहु होता है जो एक छाया ग्रह हैं तथा राहु जन्म से ही वक्री माना जाता है।

5 अंक:- जिन जातकों का जन्म 05, 14 या 23 तारीख को होता है उनका स्वामी बुध होगा तथा उनका मूलांक संख्या 5 होगा। कुण्डली में बुध कन्या एवं मिथुन राशि का स्वामी माना जाता है और यह बुद्धि का कारक होता है।

6 अंक:- 6 अंक का स्वामी ग्रह शुक्र होता है और जिन जातकों का जन्म 06, 15, और 24 तारीख को होता है उनका मूलांक 6 एवं स्वामी शुक्र हैं। कुण्डली में शुक्र वृषभ एवं तुला राशि का स्वामी होता है।

7 अंक:- जिन जातकों का जन्म 7, 16 एवं 25 तारीख को होता है उनका मूलांक सात होता है तथा मूलांक स्वामी केतु है राहु की भाँति केतु को किसी भी राशि का स्वामी नहीं माना गया है। यह भी छाया ग्रह है।

8 अंक:- 8 अंक के स्वामी शनिदेव हैं तथा कुण्डली में दशम एवं ग्यारहवी राशि का स्वामी माना जाता है जिन जातकों का जन्म 8, 9, 27 तारीख को होता है उनका मूलांक 8 एवं स्वामी ग्रह शनि होता है।

9 अंक:- जिन जातकों का जन्म 09,18 या 27 तिथि को होता है उनका मूलांक 9  तथा मूलांक स्वामी मंगल होगा। कुण्डली में मंगल को मेष एवं वृश्चिक राशि का स्वामी माना जाता है।

जिस प्रकार मूलांक का प्रतिनिधित्व 1 से लेकर 9 तक के अंक एवं उनके स्वामी करते हैं ठीक उसी प्रकार भाग्यांक का प्रतिनिधित्व भी होता है जैसे भाग्यांक 1 है तो भाग्यांक स्वामी सूर्य तथा भाग्यांक 2 है तो भाग्य स्वामी ग्रह चन्द्रमा आदि।

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मूंलाक एवं भाग्यांक के अनुसार शुभ दिन

जिन जातकों का मूंलाक एवं भाग्यांक 1 होता है उनके लिए रविवार का दिन अच्छा होता है।
2 मूलांक एवं भाग्यांक वाले जातकों के लिए सोमवार का दिन शुभ होता है।
3 मूलाक एवं भाग्यांक के जातकों के लिए गुरुवार का दिन भाग्यशाली होता है।
4 मूलांक एवं भाग्यांक के लिए शनिवार का दिन अच्छा होता है।
5 मूलाक एवं भाग्यांक वाले जातकों के लिए बुधवार का दिन शुभ होता है।
6 मूलांक एवं भाग्यांक के लिए सौभाग्यशाली अंक शुक्रवार होता है।
7 मूलांक एवं भाग्यांक के लिए रविवार का दिन अच्छा होता है।
8 मूलांक एवं भाग्यांक के लिए शनिवार का दिन भाग्यशाली माना जाता है।
9ण् मूलांक एवं भाग्यांक के लिए सौभाग्यशाली दिन मंगलवार होता है।

कैसे जाने अपना शुभ अंक अर्थात मूलांक एवं भाग्यांक

अंक ज्योतिष द्वारा मूलांक एवं भाग्यांक का पता लगाना बहुत आसान है। मान लीजिए आपका जन्म 12 मई 2003 को हुआ है तो मूलांक के लिए आप अपने जन्मतिथि का दिनांक जोड़े (1+2=3) इस प्रकार प्राप्त संख्या 3 मूलांक होगी तथा भाग्यांक के लिए अपने जन्मतिथि का दिनांक माह एवं वर्ष का योग करें (1+2+5+2+0+0+0+3=13=1+3=4) अर्थात प्राप्त संख्या 4 भाग्यांक कहलाएगा।

 

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