नवरात्रि के आरम्भ होने से पहले ही कर लें यह सारे महत्वपूर्ण कार्य
नवरात्रि के पावन पर्व की बात करें तो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही चैत्र नवरात्रि का आरम्भ हो जाता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि का आरम्भ 26 मार्च मंगलवार के दिन से हो रहा है। इसके अलावा भारत के सनातन धर्म में भी इसी दिन से नव वर्ष 2080 की शुरूआत भी होती है। इस दिन माँ दुर्गा के आदिशक्ति स्वरूप के नौ देवियों की पूजा बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से की जाती है जिसके परिणाम स्वरूप माँ दुर्गा प्रसन्न होकर अपने सभी भक्तों को शक्ति, स्फूर्ति और विनम्रता प्रदान करती है। इस दौरान माँ दुर्गा के आगमन से पहले घर के कुछ विशेष काम आपको अवश्य निपटा लेने चाहिए ऐसा करने से माँ दुर्गा के सभी भक्तों असीम कृपा दृष्टि बनी रहती है।
पूरे घर की सफाई अवश्य करें
माँ दुर्गा का नवरात्रि का यह विशेष त्योहार आरम्भ होने से पहले घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मान्यता के अनुसार यह कहा जाता है कि माँ दुर्गा के घर में पधारने से पहले घर में लगे हुए जाले, जंग, धूल, मिट्टी और गंदगी साथ ही जंग लगे हुए जगहों को अच्छी तरह से साफ-सफाई करके ही गंगाजल छिड़क लेने के बाद ही माता को अपने घर में स्थापित करना चाहिए अन्यथा गंदगी वाले घर में माँ को स्थापित करने से माँ दुर्गा की विशेष कृपा दृष्टि अपने भक्तों पर नही रहती है और माँ दुर्गा उनसे रूष्ट भी हो जाती है।
माँ के आगमन से पहले बनायें स्वास्तिक चिन्ह
प्राचीन समय से सनातन धर्म में स्वास्तिक का विशेष महत्व माना जाता है। कहा जाता है कि माँ दुर्गा के आगमन से पहले अपने घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह अवश्य बनाना चाहिए ऐसा करने से आपके ऊपर माँ आदिशक्ति की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है इसलिए उनके स्वागत के लिए माँ के घर में आगमन से पहले ही दरवाजे पर स्वास्तिक अवश्य बनाना चाहिए, इसके अलावा घर के मंदिर, माता की चैकी के स्थान पर भी स्वास्तिक बनाना ना भूलें।
व्रत की सामग्रियों को पहले से ही मंगाकर रख लें
घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई कर लेने के बाद घर में व्रत की सामग्री लाना न भूलें इस व्रत सामग्रियों में पूजन सामग्रियों की चीजों का भी विशेष ध्यान रखें। नवरात्रि के नौ दिनों में सभी भक्तों के द्वारा रखें जाने वाले व्रत के दौरान कुट्टू का आटा, समा के चावल, सिंघाडे का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, मूंगफली, आलू, फल तथा मेवा इत्यादि यह सभी सामग्रियाँ पहले से ही अपने पास मंगवाकर रखें।
तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें
यदि आप मांसाहारी हैं तो नवरात्रि के दिन के लिए घर की साफ-सफाई हो जाने के बाद से ही अंड़ा, माँस, मछली इत्यादि तामसिक वस्तुओं को घर में बिल्कुल भी न लायें, इसके अलावा लहसुन और प्याज जैसी तामसिक चीजों से भी हमेशा दूरी बनाकर रखें, यहाँ तक की लहसुन और प्याज से बने हुए खाने से भी दूर रहें। नवरात्रि के पर्व के दौरान घर के बार भी कुछ चीजों को खाने-पीने से बचें। इस दिन शराब या नशीले पदार्थों को घर में न लेकर आयें और नाहि बाहर इन चीजों का सेवन करें।
अपने लिए साफ-सुथरे वस्त्र का इंतजाम अवश्य कर लें
नवरात्रि के विशेष पर्व के दिन रंगों का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। मान्यता के अनुसार यह कहा जाता है कि माँ आदिशक्ति के इस विशेष पर्व के दौरान कभी भी गाढ़े रंग के कपड़े धारण नही किये जाते हैं बल्कि पूजा के दौरान पीले, लाल या हल्के रंग के कपड़े पहनना अत्यधिक फलदायी और शुभ माना जाता हैं वहीं सनातन धर्म में काले रंग को अशुभता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए हमेशा हल्के रंग के वस्त्र ही नवरात्रि के दौरान धारण करें।
यहाँ बताये गये कुछ महत्वपूर्ण कामों को भी अवश्य करें
चैत्र नवरात्रि के आरम्भ होने से पहले ही बाल काटने, नाखून काटने तथा दाढ़ी बनवाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य अवश्य निपटा लें क्योंकि नवरात्रि के आरम्भ हो जाने के बाद पूरे नौ दिनों तक दाढ़ी-मूंछ, बाल या नाखून काटने जैसे कार्य करना बहुत ही अशुभ माना जाता है इसलिए सर्वपितृ अमावस्या तिथि के समाप्त होते ही यह काम अवश्य निपटा लें अन्यथा प्रतिपदा तिथि के आरम्भ हो जाने के बाद आपको इन सब में से कोई भी काम निपटाने का मौका नही मिलेगा।