राहुल गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख राजनेता हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के पुत्र हैं।
Date of Birth- 18 June1970
Time of Birth- 09:15PM
Place of Birth-Delhi
राहुल गांधी की कुण्डली
लग्न– मकर
लग्नेश– शनि
चन्द्र राशि– वृश्चिक
राशि स्वामी– मंगल
नक्षत्र– ज्येष्ठा
राहु को कलयुग का राजा माना जाता है और यह अचानक परिणाम देने के लिए भी जाना जाता है। जब राहु उपचय भाव (3, 6, 10 या 11 वें भाव) में होता है, तो इसे बहुत मजबूत माना जाता है। कुण्डली का तीसरा भाव पराक्रम का, छठवां भाव रोग, ऋण और शत्रुओं का, दशम भाव कर्म का और एकादश भाव आमदनी और बड़े भाई–बहनों का प्रतिनिधित्व करता है। इन भावों में राहु की उपस्थिति होने पर राहु उत्तम परिणाम देता है।
राहुल गांधी की कुण्डली में राहु का स्थान
राहुल गांधी की कुण्डली में राहु द्वितीय भाव, कुम्भ राशि और शतभिषा नक्षत्र में स्थित है। चूंकि शतभिषा नक्षत्र का स्वामी राहु है और राहु लोगों को भ्रमित कर आगे बढ़ाने की प्रवृत्ति रखता है। द्वितीय भाव धन, वाणी और परिवार का प्रतिनिधित्व करता है, द्वितीय भाव का राहु झूठ बोलने की कला में माहिर बनाता है और झूठ की मदद से जीवन में उन्नति कर कराता है। राहु के ये सभी गुण राहुल गांधी जी में देखने को मिलते हैं।
षष्ठम भाव में सूर्य और अस्त मंगल विराजमान हैं। मंगल आर्दा नक्षत्र में स्थित है, जो कि राहु का नक्षत्र है। राहु राजनीति का कारक है और झूठ बोलनें की प्रवृति को बढ़ाता है। मंगल की महादशा में राहु की प्रत्यन्तर्दशा के प्रभाव से राहुल गांधी की राजनीति में उन्नति की संभावना है। मंगल की महादशा में राहु की प्रत्यन्तर्दशा 1April 2025 तक चलेगी ।
राहुल गांधी का मकर लग्न है, जिसका स्वामी शनि है। लग्नेश शनि चतुर्थ भाव में नीच राशि और भरणी नक्षत्र में विराजमान है। चन्द्रमा, जो कि मन का कारक है, अपनी नीच राशि वृश्चिक में एकादश भाव में स्थित है और ज्येष्ठा नक्षत्र में है, जो बुध का नक्षत्र है। लग्नेश शनि और मन के स्वामी चन्द्रमा का नीच प्रभाव शारीरिक और मानसिक दोनों पर असर करेगा।
चन्द्रमा और बुध नक्षत्र परिवर्तन योग बना रहे हैं। इस योग के प्रभाव से मानसिक परेशानी बढ़ती है और आत्मविश्वास में कमी आती है। इस स्थिति में व्यक्ति दूसरों के अनुसार काम करने की प्रवृत्ति दिखा सकता है। ये सभी गुण राहुल गांधी जी में देखने को मिलते हैं।
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राहुल गांधी के कब आएंगे अच्छे दिन?
ज्योतिषी के अनुसार, राहुल गांधी का लोकसभा में विपक्ष के तौर पर समय अच्छा रहेगा। इसमें मंगल और राहु की अहम भूमिका होगी। मंगल उन्हें एक मजबूत विपक्षी नेता बनाएंगे, जबकि राहु उन्हें पब्लिसिटी दिलाएगा। राहु की माया राहुल गांधी में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। वर्तमान में मंगल की महादशा में राहु की प्रत्यन्तर्दशा चल रही है, जो राजनीति में अच्छा परिणाम दे सकती है।
राहुल गांधी: एक प्रमुख भारतीय राजनेता
राहुल गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख राजनेता हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के पुत्र हैं। राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को हुआ था। उन्होंने रॉलिन्स कॉलेज, फ्लोरिडा से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और ट्रिनिटी कॉलेज, लंदन से एम. फिल की उपाधि ली। भारत लौटने के बाद, उन्होंने मुंबई में तकनीकी आधारित फर्म, बैकऑप्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की। उनकी एक छोटी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा हैं, जो ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी हैं।
राहुल गांधी का राजनीतिक सफर
राहुल गांधी ने 2004 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा और पहली बार अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए। 2007 में उन्हें ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी का महासचिव बनाया गया और भारतीय युवा कांग्रेस और नेशनल स्टूडेंट यूनियन का प्रभारी भी नियुक्त किया गया। 2009 में वे अमेठी से दोबारा लोकसभा के लिए चुने गए और उसी साल कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष बनाए गए।
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कांग्रेस के नेतृत्व में भूमिका
2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने अमेठी से जीत का सिलसिला जारी रखा और 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा की स्मृति ईरानी के हाथों अमेठी में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन केरल के वायनाड से उन्हें जीत मिली। पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद, राहुल गांधी ने 3 जुलाई 2019 को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।