सर्वकार्य सिद्धि यंत्र करता है हमारी सभी समस्याओं का समाधान

देखा जाए तो इस सृष्टि पर जितने भी लोग उपस्थित है उन सभी की कुण्डली में हमेशा किसी न किसी ग्रहों की महादशा या अंतरदशा चलती ही रहती है। अतः इन्हीं ग्रहों की ऐसी स्थिति के कारण यह सभी ग्रह हमें कभी शुभ तो कभी अशुभ फल देते हैं। यदि आप अपने जीवन में इन ग्रहों की स्थिति के कारण सफल नहीं हो पा रहे हैं तो ऐसी स्थिति में सर्वकार्य सिद्धि यंत्र आपके लिए लाभदायक हो सकता है। आजकल के वर्तमान समय में सभी लोगों के पास समय बहुत कम और काम बहुत ज्यादा होता है और अपने सभी काम को अच्छी तरह से मेहनत करके हर व्यक्ति अपने जीवन में सफल भी होना चाहता है परन्तु किसी कारणवश वह सफल नहीं हो पाता है। यदि आप अपने पारिवारिक सामाजिक, आर्थिक, मान-सम्मान और तरक्की में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको सर्व सिद्धि यंत्र का प्रयोग अवश्य रूप से करना चाहिए। यह पवित्र यंत्र आपके करियर, व्यापार, मनोकामना प्राप्ति, क्रियासिद्धि आदि कार्यों में लाभदायक साबित हो सकता है तो आइए हम सर्वकार्य सिद्धि यंत्र के बारे में विस्तार से जानते हैं।

यंत्र क्या होता है

बात करें यदि हम यंत्र कि तो यंत्र एक तरह से धार्मिक क्षेत्र का एक जटिल मशीन होता है जिसमें बहुत ही महत्वपूर्ण ज्यामितीय पैटर्न और पवित्र डिजाइन होते हैं। इस यंत्र पर बनी हुई ज्यामिती पैटर्न और पवित्र रेखा ही बाहर से आने वाली सकारात्मक ऊर्जाओं को अवशोषित करके घर की सभी नकारात्मक ऊर्जाओं को बाहर निकालने का काम करते हैं जिससे जातक को उसके मनोवांछित फल और अपने अनुकूल परिणाम मिलते हैं। यह बात तो वास्तव में सत्य है कि इस सृष्टि पर उपस्थित सभी व्यक्तियों की अपनी-अपनी कुछ इच्छाएं होती है और वह अपनी इच्छाओं के साथ ही जन्म लेता है परन्तु जिस दिन कोई मनुष्य धरती पर जन्म लेता है उसी दिन से यह निश्चित हो जाता है कि उसका अंत भी इसी धरती पर होगा। ऐसे में यह यंत्र जातक को अपने बुरे कर्मों और पापों से मुक्त कर जीवन में एक सफल व्यक्ति बनकर जीने की ऊर्जा प्रदान करता है साथ ही आध्यात्मिक क्षेत्रों में भी रुचि रखने में प्रयासरत रहता है।

सर्वकार्य सिद्धि यंत्र के महत्व

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार हिन्दू ज्योतिष और धर्म में सर्वकार्य सिद्धि यंत्र का अत्यधिक महत्व होता है। यह यंत्र एक अत्यधिक कुशल यंत्र है इसे किसी भी उद्देश्य की शीघ्र प्राप्ति के लिए स्थापित किया जाता है। मान्यता के अनुसार यह यंत्र जातक के जीवन में खुशी और सफलता सुनिश्चित करने में मदद करता है। वास्तव में इस यंत्र का उपयोग जातक की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भी किया जाता है। इस यंत्र की विधिपूर्वक पूजा हो जाने के बाद सर्व कार्य सिद्धि यंत्र को घर के पूजा कक्ष या लिविंग रूम में रखना बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है। इस यंत्र का प्रयोग अधिकतर तांत्रिक पूजा में किया जाता है। इसके अलावा व्यक्ति द्वारा पारंपरिक रूप से आरती, हनुमान जी की पूजा और अन्नदानम भी शामिल होता है। इस यंत्र में एक वृत्त होता है जो सात बराबर भागों में विभाजित है यह यंत्र आपको एक शुद्ध और ऊर्जावान जीवन प्रदान करता है।

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इस यंत्र के प्रभाव से जातक कल्पना करना शुरू कर देते हैं

इस सृष्टि पर जब भी कोई बच्चा जन्म लेता है उसी समय से हमारे माता-पिता और रिश्तेदार भी हमारे साथ-साथ अपने भविष्य के बारे में कुछ कल्पना करना शुरू कर देते हैं और जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं और हमारे माता-पिता बूढ़े होते जाते हैं तो धीरे-धीरे हम इन चीजों की अपेक्षा करने की इस प्रक्रिया में और भी ज्यादा शामिल होते जाते हैं जिसमें से ज्यादातर उम्मीदें हम नौकरी, करियर, शिक्षा, उच्च शिक्षा, अध्ययन, कभी-कभी अपनी संतानों के विवाह, संतान और इससे भी ज्यादा आर्थिक स्थिति से संबंधित समस्या से परेशान रहते हैं।

यह यंत्र करता है हमारी सभी समस्याओं का समाधान

वास्तव में सर्व सिद्धि कार्य यंत्र वह यंत्र है जो हमारी सभी समस्याओं का समाधान करके हमारी मदद करता है। यह यंत्र हमारी सार्वभौमिक ब्रह्माण्ड की शक्तियों से जुड़ने का बहुत ही अच्छा स्त्रोत माना जाता है। ऐसे में यह किसी भगवान के प्रतिरुप से कम नहीं है। आपको बता दें इस पवित्र यंत्र का उपयोग करके हम अपनी कुण्डली में स्थित ग्रहों की महादशा या अंतरदशा से आने वाली बाधाओं को सक्रिय कर सकते हैं। जब कभी हम इस यंत्र का पूजन विधि-विधान से करके अपने घर की सही दिशा में लगा देते हैं तो यह भी हमारे घर का एक हिस्सा बन जाता है अन्य लोगों के कहेनुसार मनुष्य अपने जीवन की सभी इच्छाओं और सपनों को पूरा करने के लिए ही सर्व कार्य यंत्र की स्थापना करते हैं परन्तु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है यह यंत्र सभी के लिए ही उपयुक्त है। किसी विशेष व्यक्ति के लिए नहीं है। इस यंत्र को कोई भी व्यक्ति अपने घर में रख सकता है परन्तु ध्यान रहे इसकी स्थापना पूरे विधि-विधान से होना चाहिए तभी इसके पूर्ण फल आपको प्राप्त हो सकते हैं।

सर्वकार्य सिद्धि यंत्र को स्थापित करने के लाभ

यदि आप अपने जीवन में आई किसी परेशानियों के कारण सर्वकार्य सिद्धि यंत्र घर में स्थापित करने की सोच रहे हैं तो आपको इससे मिलने वाले लाभ के बारे में अवश्य जान लेना चाहिए जो निम्न हैं।

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☸सर्वकार्य सिद्धि यंत्र को घर में सही जगह स्थापित करने से जातक के भाग्य में परिवर्तन आना शुरू हो जाता है यूँ कहे तो भाग्य में वृद्धि होने लगती है। इस यंत्र को स्थापित करने वाले जातक के जीवन में सुख की प्राप्ति होती है। वास्तव में सर्व कार्य सिद्धि का अर्थ है अपने जीवन में आये हुए सभी लक्ष्यों और उद्देश्यो को पूरा करना जिसे प्राप्त करने में यह यंत्र हमारी पूरी तरह से मदद करता है।

☸इस यंत्र की विधिवत पूजा कर इसे अपने घर में स्थापित करने से आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है यह यंत्र जातक को आंतरिक रूप से मजबूत बनाता है साथ ही उस जातक के निर्णय लेने की क्षमता में भी पहले से ज्यादा सुधार करने में मदद करता है।

☸यह यंत्र जातक को उसके जीवन में आने वाली सभी बाधाओं से मुक्त कराकर उसमें जीत हासिल कराने और उन जातकों के भविष्य में आने वाली सभी बाधाओं को दूर कर सफलता के मार्ग खोलता है।

☸यदि कोई जातक अपने जीवन में जिस भी भगवान की पूजा करते हैं जैसे- भगवान गणेश, देवी दुर्गा, देवी लक्ष्मी तथा त्रिदेव इत्यादि, तो ऐसे में यह यंत्र उन देवों की ऊर्जा को हमारे आशीर्वाद के रूप में प्राप्त कराने में भी मदद करता है।

☸इस सर्वकार्य सिद्धि यंत्र की विधिपूर्वक स्थापना करने से नौकरी कर रहे जातकों के जीवन में नेतृत्व आत्मविश्वास और तुरंत निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि करता है। यह यंत्र आपको अपने किसी भी महत्वपूर्ण कार्यों में प्रेरित करने साथ ही आपके कार्यस्थल मे आपका वर्चस्व बढ़ाने में हर समय मदद करता है।

☸यह यंत्र घर में स्थापित करने और प्रतिदिन इसकी पूजा अर्चना करने से जातक के व्यापार और करियर मे आ रही हर प्रकार की मुश्किलों को दूर करने में मदद करता है साथ ही नौकरी और व्यापार क्षेत्र में आपको नये अवसर तथा धन प्राप्ति करने में सफलता प्रदान करता है।

इन जगहों पर स्थापित करना होता है शुभ

☸यदि आपको वास्तव में सर्वकार्य सिद्धि यंत्र का सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करना है तो इसे अपने घर के उचित स्थान पर स्थापित करना लाभदायक होता है। इस यंत्र को गलत स्थान पर स्थापित करने से इससे मिलने वाले लाभ जातक को प्राप्त नहीं होते हैं।

☸सर्वकार्य सिद्धि यंत्र को अपने घर में स्थापित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जाएं प्रवेश करती हैं साथ ही जातक के घर-परिवार में सब कुशल मंगल होने लगता है।

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☸यदि आप इस यंत्र को अपने व्यापार वाले स्थान या किसी दुकान पर स्थापित कर रहे है तो ऐसा करने से आपको उस क्षेत्र में दोगुना लाभ की प्राप्ति होगी, कुल मिलाकर यह यंत्र आपके जीवन में तरक्की के रास्ते खोलने में मदद करता है।

सर्व कार्य सिद्धि यंत्र के मंत्र और पूजा विधि

☸ज्योतिषशास्त्र के ऐसे कई सारे मंत्र हैं जो हमें अपने जीवन में आये हुए कई संकटों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है इन दिए गये मंत्रो के द्वारा ही आप अपने मन को शांत कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र से जुड़े हुए कई ऐसे उपाय हैं तथा अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग मंत्र दिये गये हैं। अपने किसी भी कामों को करने से पहले इनसे संबंधित मंत्र का जाप करने से कार्यसिद्धि में आने वाले विघ्न व बाधा दूर हो जाते हैं तो आइए ऐसे विभिन्न मंत्रो के बारे में जानते हैं जो हमें सफलता प्राप्ति करने में सहायक होते हैं।

☸ शास्त्रों और ग्रन्थों के अनुसार इन दिये गये मंत्रों का जाप आप अवश्य कर सकते हैं परन्तु इनमें से किसी भी मंत्रों का जाप आप बिना किसी योग्य व्यक्ति की सलाह लिये न करें।

☸इन दिये गये मंत्रों का जाप करने से आपकी कुण्डली में स्थित ग्रहों के प्रतिकूल प्रभाव कम हो जाते हैं साथ ही शत्रुओं का नाश भी जल्द ही हो जाता है। दिये गये मंत्रों का जाप करने से पहले सुपारी, पान और नींबू रखें उसके बाद इन मंत्रों को पढ़कर संकल्प लें।

ओम श्रीमह्रीम क्लीम दोम।
ज्वाला ज्वाला शूलीनी।।
आस्था याजामानास्या
सर्वा शत्रून संहारा- संहारा।।
क्षेत्र लभाम कुरु कुरु
दुष्ट ग्राहस हस फट स्वाहा।।

अपने कार्य में सिद्धि प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करें।

पूजा के दौरान इन मंत्रों का उच्चारण करें।

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मम सर्व कार्याध्याय साध्य स्वाहा

किसी भी दिन के अनुसार निकाले गये शुभ मुहूर्त में घर के पूजा स्थान को साफ-सुथरा करके वहाँ सर्वकार्य सिद्धि यंत्र की स्थापना करें उसके बाद इसके सामने धूप और बत्ती दिखायें। पूजा करने के बाद अपने ईष्टदेव की आराधना करें और अपने देवता से आपके और आपके परिवार वालों के ऊपर कृपा बरसाने की प्रार्थना करें पूजा की समाप्ति के बाद उस यंत्र पर गंगाजल छिड़ककर घी का दीया जलाएं।